रेल प्रतियोगी परीक्षा में हुई धांधली के बाद विरोध प्रदर्शन कर रहे छात्रों पर उत्तर प्रदेश व बिहार में किए गए लाठीचार्ज व गिरफ्तारी के विरोध में शुक्रवार को भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन (NSUI) व अन्य छात्र संगठनों द्वारा भारत बंद का ऐलान किया था। बंद के आवहान को देखते हुए शुक्रवार सुबह से ही आरपीएफ-जीआरपी के अधिकारियों ने स्थानीय पुलिस की मदद से स्टेशन के दोनों प्रवेश द्वारों पर तैनात रही।
साथ ही रेल ट्रैक पर पुलिस फोर्स व स्टेशन परिसर पर डॉग स्क्वाड की तैनाती कर दी थी। रायरु से लेकर सिथौली के बीच पड़ने वाले रेल ट्रैक व एन्ट्री पॉइंट को अलर्ट मोड़ पर रखा गया था। रेलवे को आशंका थी कि छात्र रेल रोकने आ सकते हैं। पर ऐसा कुछ हुआ नहीं। ग्वालियर में छात्रों ने उग्र प्रदर्शन नहीं किया है।
रेल परीक्षा को लेकर बीते दो दिनों से बिहार व उत्तरप्रदेश में छात्रों के उग्र प्रदर्शन के बाद शुक्रवार को कई छात्र संगठनों द्वारा भारत बंद का आह्वान किए जाने के बाद शुक्रवार सुबह से ही स्टेशन पर सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई थी। इन संगठनों से जुड़े छात्र स्टेशन परिसर में कोई उग्र प्रदर्शन व रेल मंत्री का पुतला दहन के साथ रनिंग ट्रेनों को नहीं रोकें इसके लिए स्टेशन के चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल की तैनाती की गई थी। साथ ही रेल ट्रैक पर लगभग ढाई सौ पुलिस जवानों को तैनात किया गया है। जो लगातार ट्रेन रूट पर गश्त करते नजर आए। सभी एन्ट्री पांइट पर बल तैनात कर उनको बंद कर दिया गया था।
अधिकारी कर रहे मिनट-टू-मिनट मॉनीटरिंग
भारत बंद को देखते हुए स्थानीय आरपीएफ व जीआरपी के अधिकारी पुलिस अधिकारियों से समन्वय कर स्टेशन के दोनों सर्कुलेटिंग एरिया से लेकर रेल ट्रैक पर गश्त कर प्रदर्शन कारियों पर नजर रखे हुए हैं। साथ ही रेल ट्रैक पर तैनात किए गए जवानों से मिनट-टू-मिनट फीडबैक अधिकारी लेते रहे।
केवल यात्रियों को ही स्टेशन परिसर में एंट्री
जीआरपी डीएसपी रेल शुभा श्रीवास्तव सहायक सुरक्षा आयुक्त आरपीएफ संजय सिंह व निरीक्षक संजय कुमार आर्या ने बताया कि छात्रों के भारत बंद को देखते हुए स्टेशन परिसर में केवल आने-जाने वाले मुसाफिरों को चेकिंग करने के बाद ही स्टेशन पर जाने की अनुमति दी जा रही है वहीं मुसाफिरों को छोडऩे व लेने आने वालों की एंट्री प्रतिबंधित की गई थी।
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