ग्वालियर में पैरों में दर्द और न चल फिर पाने से परेशान 72 वर्षीय बुजुर्ग ने फांसी लगाकर जान दे दी। घटना बुधवार सुबह की है। घटना गिरवाई के गड्ढा वाला मोहल्ला की है। बुजुर्ग इससे पहले भी अपने असहनीय दर्द के कारण खुदकुशी का प्रयास कर चुका है। उस समय परिवार ने उसे बचा लिया था। वह इलाज से आराम न मिलने से हताश हो चुका था। पुलिस ने शव को निगरानी में लेकर पोस्टमार्टम कराया है। साथ ही मर्ग कायम कर जांच शुरू कर दी है। गिरवाई क्षेत्र के गड्ढे वाला मोहल्ला निवासी 72 वर्षीय राजाराम पुत्र तीरथ राम पिछले दो साल से पैरों से चलने-फिरने में असमर्थ थे। काफी उपचार कराने के बाद भी उनकी हालत में कोई सुधार नहीं हुआ था। बुधवार को बेटा व अन्य परिजन काम पर निकल गए। घर पर राजाराम और छोटे बेटे की पत्नी रेखा ही अकेले थथे। जब बहू चाय देने के लिए ससुर के कमरे में पहुंची तो दरवाजा अंदर से बंद था। काफी खटखटाने पर भी जब दरवाजा नहीं खुला तो उसने पति को कॉल किया।
मामले का पता चलते ही पति घर पर पहुंचा और काफी देर दरवाजा पर दस्तक करने के बाद भी जब कोई हलचल सुनाई नहीं हुई तो उसने दरवाजा तोड़ दिया। अंदर कमरे में पिता रस्सी के फंदे से लटके हुए थे। नब्ज टटोली तो पता चला कि उनकी मौत हो गई है। हादसे का पता चलते ही गिरवाई थाना पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने शव को निगरानी में लेकर मर्ग कयम कर लिया है। बुधवार दोपहर शव का पोस्टमार्टम कराया गया है। कमरे से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है।
दो माह पूर्व भी किया था फांसी लगाने का प्रयास
- पुलिस पूछताछ में पता चला है कि इससे पहले भी बुजुर्ग ने बीमारी के कारण फांसी लगाने का प्रयास कर चुका है। पर उस समय उनके बेटे फेरन ने सही समय पर पहुंचकर जान बचा ली थी। पुलिस ने जांच में यह पॉइंट भी शामिल किया है।
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