ग्वालियर में लव जिहाद का मामला सामने आया है। आरोपी ने पहचान बदलकर दो बच्चों की मां से दोस्ती की। करीब 5 साल लिव इन में भी रहे। महिला का भी धर्म परिवर्तन करा दिया। उसका नाम बदलकर 'सुल्ताना' कर दिया। बुधवार को पुरानी छावनी थाने में आरोपी के खिलाफ दुष्कर्म और धर्म परिवर्तन की धाराओं में केस दर्ज किया गया है। महिला मूलरूप से छत्तीसगढ़ के कांकेर की रहने वाली है। इन दिनों ग्वालियर में रहती है।
पढ़िए, महिला की आपबीती
37 साल की पीड़िता ने बताया- मैं छत्तीसगढ़ के कांकेर की रहने वाली हूं। वर्तमान में ग्वालियर के शंकर नगर में रहती हूं। जब छोटी थी, तभी सड़क हादसे में माता-पिता की मौत हो गई। इसके बाद मैं ग्वालियर में चाचा-चाची के पास रहने आ गई। उन्होंने ही पाल-पोसकर मुझे बड़ा किया। आर्थिक हालत तंग होने के कारण चाचा ने भी स्कूल नहीं भेजा। करीब 8 साल पहले चाचा ने आगरा में शादी कर दी। पति को नशे की लत थी। आए दिन मेरे साथ मारपीट करता था। पति से दो बच्चे भी हुए। वर्तमान में एक बच्चे की उम्र 8 और दूसरे की 11 साल है।
करीब 8 साल पहले यानी 2014 में पति ने दूसरी महिला से शादी कर ली। पति ने मुझे छोड़ दिया। इसके बाद मैं ग्वालियर आ गई। यहां पुरानी छावनी इलाके में खटीक मोहल्ला में किराए से रहने लगी। रोजी रोटी चलाने के लिए एक फैक्ट्री में काम करने लगी।
फैक्ट्री में एक युवक भी मेरे साथ काम करता था। उससे मुलाकात हुई। युवक ने अपना नाम सोनू बताया। उसने मेरी मजबूरी का फायदा उठाया। दोस्ती बढ़ाई फिर प्यार कर इजहार कर दिया। हमारे बीच करीबियां बढ़ गईं। मैं बच्चों के साथ उसके साथ रहने लगी। इस दौरान वह लगातार रेप करता रहा। करीब 5 साल तक लिव इन में रहते हुए हो गया। इसके बाद मैंने शादी का दबाव बनाया। लॉकडाउन में उसने शादी कर ली। इसके बाद लगातार संबंध बनाए। शादी के कुछ दिन बाद से ही उसका व्यवहार बदल गया। संबंध बनाने से मना करने पर बेरहमी से पिटाई शुरू कर दी। मेरे बच्चों को भी पीटता था।
पहले मैं सुबह भगवान की पूजा करती, तो उसे दिक्कत नहीं होती थी। जब शादी के बाद भगवान की पूजा करती, तो वह मना करने लगा। विरोध करने पर पीटता था। इसके बाद उसने जबरदस्ती मेरा धर्म बदलवा दिया। मेरा नाम बदलकर सुल्ताना करवा दिया। बच्चों का भी नाम बदलने लगा। कुछ कागजात पर भी अंगूठा लगवाया। मैंने पूछा, तो टाल दिया। चूंकि मैं पढ़ी-लिखी नहीं हूं, इसलिए पढ़ नहीं पाई। कुछ दिन पहले मैं गर्भवती हुई तो छोड़कर चला गया। इसके बाद मेरा गर्भपात हो गया। परेशान होकर पुलिस से शिकायत की है।
इससे पहले भी कई बार पुलिस से शिकायत की, लेकिन पुलिस ने गंभीरता नहीं दिखाई। इसके बाद मैं बजरंग दल, विश्व हिंदू परिषद के सदस्यों से मिली। उन्हें पूरी बात बताई, तब जाकर केस दर्ज हो सका है।
(जैसा महिला ने दैनिक भास्कर को बताया)
मामले में पुरानी छावनी पुलिस का कहना है कि शिकायत पर आरोपी के खिलाफ दुष्कर्म और धर्म परिवर्तन की धाराओं में केस दर्ज किया गया है। आरोपी को भी हिरासत में ले लिया गया है। उससे पूछताछ की जा रही है।
लव जिहाद से जुड़ी ये खबरें भी पढ़िए
9 बच्चों के पिता ने धर्म बदलवाकर रेप किया
इंदौर में लव जिहाद के मामले पहले भी सामने आ चुके हैं। एक मामला मुस्लिम व्यक्ति और शहडोल की पंजाबी महिला के बीच का भी है। महिला का आरोप है कि मुस्लिम व्यक्ति ने उसका धर्म परिवर्तन कराया। फिर उसके साथ रेप किया। महिला को पहले पति से हुई बेटी का धर्म परिवर्तन कराने और नाम बदलने का दबाव बनाने लगा। इस बीच पंजाबी महिला को पता चला कि आरोपी 9 बच्चों का बाप है। पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें...
गोमांस खिलाकर धर्म बदलवाया, नाम रखा आयशा
27 साल की युवती का आरोप है कि आरोपी बिजनेसमैन ने बिना बताए गोमांस खिलाकर उसका धर्म परिवर्तन करा दिया। साथ ही हिंदू नाम बदलकर आयशा रख दिया। इसके बाद बंधक बनाकर रखा। इस दौरान ना केवल उसने मारपीट की, बल्कि गोली खिलाकर गर्भपात भी कराया। युवती ने इस मामले में शनिवार को कलेक्टर अविनाश लवानिया समेत तलैया थाना पुलिस से शिकायत की है। 9 साल पुराना मामला होने की वजह से फिलहाल पुलिस ने केस दर्ज नहीं किया है। जांच के बाद ही FIR की जाएगी। पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें...
प्रदेश में इंदौर-खंडवा में सबसे ज्यादा लव जिहाद
प्रदेश में लव जिहाद के सबसे ज्यादा मामले इंदौर और खंडवा में सामने आए हैं। छोटे शहरों में लव जिहाद की सबसे ज्यादा शिकार आदिवासी युवतियां हुई हैं। इनमें आठवीं-दसवीं तक पढ़ी हुई नाबालिग लड़कियां ज्यादा हैं, जिनकी सोशल मीडिया पर सक्रियता थी। जबकि भोपाल-इंदौर जैसे बड़े शहरों में कॉलेज की छात्राएं और जॉब करने वाली युवतियां शिकार हुई हैं। पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें...
लव जिहाद कानून: तो क्या दूसरे धर्म में नहीं हो सकेगी शादी?
मध्य प्रदेश की शिवराज सरकार का कथित 'लव जिहाद' रोकने का कानून कोरोना के चलते अटक गया है। शिवराज सरकार आज से शुरू हो रहे विधानसभा सत्र में इसे लाने की तैयारी में थी। शनिवार को ही कैबिनेट ने इस बिल को मंजूरी दी गई। लेकिन, रविवार को पांच विधायकों और विधानसभा सचिवालय के 61 कर्मचारियों के कोरोना पॉजिटिव आने के बाद आज से शुरू हो रहा विधानसभा सत्र स्थगित कर दिया गया है। अब देखना होगा कि क्या शिवराज सरकार इसके लिए अध्यादेश लाती है या नहीं। पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें...
Copyright © 2023-24 DB Corp ltd., All Rights Reserved
This website follows the DNPA Code of Ethics.