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  • For The First Time Without Examination, All The Students Passed In The 10th, In The Last Session, The Result Was Only 59.57%.

कोरोना काल में पहली बार ऐसे नतीजे:बिना परीक्षा पहली बार 10वीं में सभी छात्र पास पिछले सत्र में सिर्फ 59.57% रहा था परिणाम

श्योपुर2 वर्ष पहले
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  • परीक्षा न होने से कई छात्रों में उत्साह क्योंकि वे बिना परीक्षा दिए ही पास हो गए
  • एमपी बोर्ड के 10वीं का रिजल्ट घोषित, इस बार टॉपर की सूची जारी नहीं

कोरोना ने छात्र-छात्राओं की पढ़ाई और परीक्षा दोनों ही आसान कर दी है। कोरोना के फेर में कक्षा 10वीं और 12वीं की परीक्षाएं नहीं हुईं। बुधवार को एमपी बोर्ड ने हाईस्कूल का रिजल्ट घोषित किया तो पहली बार सभी छात्र-छात्रा पास हो गए और रिजल्ट सौ फीसदी रहा। बीते सत्र 2019-20 में सिर्फ 59.57 फीसदी रिजल्ट रहा था।

कोरोना ने देश में तबाही मचाने के साथ ही कई जिंदगी खत्म कर दीं। इस बीच बच्चों की पढ़ाई भी बुरी तरह प्रभावित हुई है। परीक्षा के समय में कोरोना की दूसरी लहर कहर मचा रही थी। ऐसे में बच्चों को सुरक्षित रखने के लिए परीक्षाएं रद्द कर दी गईं। कक्षा 10वीं और 12वीं की परीक्षा न होने से सरकार ने सभी छात्र-छात्राओं काे बिना परीक्षा के ही पास करने का फैसला ले लिया। बुधवार को एमपी बोर्ड का हाईस्कूल का रिजल्ट घोषित हुआ ताे कक्षा 10वीं के नियमित 5898 व प्राइवेट 725 छात्र-छात्राओं को पास कर दिया गया।

इसके चलते जिले का रिजल्ट 100 फीसदी रहा। बीते साल कक्षा 10वीं का रिजल्ट इंग्लिश मीडियम में बेस्ट 3 और हिंदी मीडियम में बेस्ट 4 सब्जेक्ट के आधार पर दिया गया था। जिसका प्रतिशत 59.57 फीसदी रहा था। परीक्षा न होने से कई छात्रों में उत्साह है कि वह बिना परीक्षाएं के ही पास हो गए।

जिन स्कूलों का बिगड़ा था रिजल्ट, उनके भी 100 फीसदी छात्र पास, नोटिस और कार्रवाई से भी बच गए शिक्षक

बीते सत्र में कराहल के कन्या परिसर, पनार और सारसिल्ला हाईस्कूलों का रिजल्ट खराब रहा था। कन्या परिसर कराहल का रिजल्ट तो 0 था, जिसमें एक भी छात्रा पास नही हो सकी थी। वही पनार का 14.29 फीसदी तो सारसिल्ला का 19.35 फीसदी रिजल्ट रहा था। इस बार इन स्कूलों के सभी छात्र पास हो गए। जिससे इस बार किसी भी स्कूल का रिजल्ट खराब नही हुआ और वह नोटिस व कार्रवाई से बच गए।

आंकलन नहीं... प्राइवेट फॉर्म भरने वाले छात्र सिर्फ पास, नहीं आया कोई भी फर्स्ट और सेकंड डिवीजन

एमपी बोर्ड हाईस्कूल सर्टिफिकेट परीक्षा परिणाम में नियमित छात्रों को तो अंकों के आधार पर फर्स्ट-सेकंड डिवीजन में भी पास किया गया। इसके साथ ही कई छात्र थर्ड डिवीजन में पास हुए लेकिन प्राइवेट छात्रों के साथ ऐसा नहीं रहा। भोपाल से जारी हुए परीक्षा परिणाम में प्राइवेट छात्र-छात्रों को सिर्फ पास किया गया है। उन्हें फर्स्ट-सेकंड डिवीजन नहीं दी गई क्योंकि उनके पिछले परीक्षा परिणामों के अंकों का आंकलन नही हुआ।

जिन्हें रिजल्ट से संतुष्टि नहीं, वे दे सकेंगे परीक्षा

बिना परीक्षा के पास हुए छात्र अगर सरकार के रिजल्ट से खुश नहीं है तो उनके लिए भी सरकार ने परीक्षा का आयोजन किया है। इसमें सितंबर माह में परीक्षा आयोजित की जाएगी। इस परीक्षा में वह छात्र बैठ सकेंगे जो कि घोषित परीक्षा परिणाम से संतुष्ट नहीं है। इसके लिए ऑनलाइन आवेदन अब शुरू कर दिए जाएंगे जिससे परीक्षार्थी समय पर परीक्षा दे सके।