कोरोना ने छात्र-छात्राओं की पढ़ाई और परीक्षा दोनों ही आसान कर दी है। कोरोना के फेर में कक्षा 10वीं और 12वीं की परीक्षाएं नही हुई और सरकार ने सभी को पास कर दिया। बुधवार को एमपी बोर्ड ने हाईस्कूल का रिजल्ट घोषित किया। जिसमें पहली बार सभी छात्र-छात्रा पास हो गए और रिजल्ट 100% पहुंच गया है। जो बीते सत्र 2019-21 की तुलना में 42.40 फीसदी अधिक हो गया।
कोरोना ने देश में तबाही मचाने के साथ ही कई जिंदगी खत्म कर दी। इस बीच बच्चों की पढ़ाई भी बुरी तरह से प्रभावित हुई। परीक्षा के समय में कोरोना की दूसरी लहर कहर मचा रही थी। ऐसे में बच्चों को सुरक्षित करने के लिए परीक्षाएं रद्द कर दी गई। इसका प्रतिफल रहा कि कक्षा 10वीं और 12वीं की परीक्षा न होने से सरकार ने उन्हें बिना परीक्षा के ही पास करने का फैसला ले लिया। बुधवार को एमपी बोर्ड का हाईस्कूल का रिजल्ट घोषित किया गया। जिसमें कक्षा 10वीं के नियमित 19856 छात्र-छात्राओं व प्राइवेट 2260 छात्र-छात्राओं को पास कर दिया गया।
इसके चलते जिले का रिजल्ट 100 फीसदी रहा। बीते साल कक्षा 10वीं का रिजल्ट इंग्लिश मीडियम में बेस्ट 3 और हिंदी मीडियम में बेस्ट 4 सब्जेक्ट के आधार पर दिया गया था। जिसका प्रतिशत 57.60 फीसदी रहा था। परीक्षा न होने से कई छात्रों में उत्साह है कि वह बिना परीक्षाएं के ही पास हो गए।
जिन्हें नही रिजल्ट से संतुष्टि वह दे सकेंगे परीक्षा
बिना परीक्षा के पास हुए छात्र अगर सरकार के रिजल्ट से खुश नही है तो उनके लिए भी सरकार ने परीक्षा का आयोजन किया है। जिसमें सितंबर माह में परीक्षा आयोजित की जाएगी। इस परीक्षा में वह छात्र बैठ सकेंगे जो कि घोषित परीक्षा परिणाम से संतुष्ट नही है। इसके लिए ऑनलाइन आवेदन अब शुरु कर दिए जाएंगे। जिससे परीक्षार्थी समय पर परीक्षा दे सके।
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