जिला मुख्यालय सहित ग्रामीण अंचल में बुधवार शाम आधा घंटे तक तेज बारिश हुई। आसपास के इलाके में भी तेज बारिश होने से फसलों का जीवनदान मिला है। बैतूल के अलावा भैंसदेही में भी 15 मिनट तेज तथा 15 मिनट तक रिमझिम बारिश हुई।
बारिश होने से मौसम में भी ठंडक घुल गई है। वर्तमान में जिले में 10 इंच से अधिक बारिश हो गई है। हालांकि यह बारिश पिछले साल से 2 इंच कम है। पिछले साल अब तक 12 इंच बारिश हो चुकी थी। बारिश नहीं होने से फसलें सूख रही थीं। इस बारिश से फसलों का फायदा होगा। मौसम वैज्ञानिक के अनुसार आने वाले समय में भी कहीं-कहीं बारिश होगी। जिले में जून में सही समय पर मानसून आने के बाद कुछ दिनों तक अच्छी बारिश हुई। इसके बाद मानसून लौट गया।
जून के अंतिम सप्ताह से बारिश नहीं हुई। बारिश नहीं होने से तापमान अधिक बढ़ गया, जो 36 डिग्री तक पहुंच गया था। इसके बाद बारिश हुई, लेकिन कहीं-कहीं बारिश हुई। एक साथ मानसून नहीं आने के कारण सोयाबीन, मक्का सहित अन्य फसलों को नुकसान होने लगा था।
सोयाबीन की फसलें मुरझाने लगी थीं। इस बीच 9 जुलाई को जिले में बारिश होना शुरू हुई, लेकिन यह बारिश भी कहीं-कहीं हुई। बुधवार को दिनभर बादल छाए रहे। शाम को करीब आधा घंटे तक तेज बारिश से पूरा शहर तरबतर हो गया।
भैंसदेही में सबसे अधिक बारिश : जिले में वर्तमान में भैंसदेही ब्लॉक में सबसे अधिक बारिश हुई है। भैंसदेही में 16 इंच बारिश हो चुकी है। वहीं सबसे कम बारिश प्रभातपट्टन ब्लॉक में महज 6 इंच हुई है। जिले में कुल बारिश का आंकड़ा 10 इंच तक पहुंच गया है। लेकिन जुलाई में सामान्य बारिश से बहुत कम है।
आगे भी ऐसी ही होगी बारिश : मौसम वैज्ञानिक विजय पराड़कर ने बताया 14 जुलाई तक हल्की बारिश होने का अनुमान था। आगे भी ऐसी ही बारिश होने का अनुमान है। इस बार दो चक्रवात के कारण मानसून मंद पड़ गया है। खंडित बारिश होने के आसार हैं। आगे भी कहीं-कहीं बारिश होगी।
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