होशंगाबाद में कोरोना वैक्सीन का पहले डोज का 100% टारगेट पूरा करने के लिए वैक्सीनेशन टीमें भी खूब मेहनत कर रही हैं। यह टीमें टीका लगाने के लिए जंगल, पहाड़ और नदियां पार कर दूर दराज के गांव में पहुंच रही हैं। बीते रविवार को वैक्सीनेशन टीमों को शहर से करीब 100 किलोमीटर दूर बसे नदिया और डोनली गांव पहुंचने के लिए टीम को कई मुसीबतों का सामना करना पड़ा। टीम की महिला सदस्य भी कंधे से कंधा मिलाकर मुसीबतों को पार करके गांव पहुंचीं। नदिया गांव में 100% वैक्सीनेशन पूरा कर लिया गया है। डोनली गांव में जल्द पूरा होने की उम्मीद है।
बीएमओ डॉ. जे एस परिहार ने बताया कि बनखेड़ी ब्लॉक का डोनली गांव दूधी नदी के किनारे बसा है। यहां पहुंचने के लिए टीम ने नरसिंहपुर जिले के सालीचौका के रास्ते जंगल में 4 किमी का रास्ता तय किया। फिर दूधी नदी पार कर टीम गांव पहुंची। यहां 18 साल वर्ष से अधिक आयु के 230 लोग हैं। रविवार को गांव में मौजूद 214 को वैक्सीन लगाई गई। बाकी लोग गांव में नहीं थे। वैक्सीनेशन टीम में सीएचओ निवेदिता केराम, टीसीओ टीआर कुमरे, धड़ाव के पंचायत सचिव रमेश बैरागी, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सुषमा ठाकुर, आंगनवाड़ी सहायिका दुर्गावती, आशा कार्यकर्ता सीताबाई, भैयालाल ठाकुर समेत अन्य लोग थे।
सीएचओ निवेदिता केराम ने बताया कि डोनली गांव जंगल में है। जब पता चला कि हमें वहां जाना है, तब जाने की चिंता में देर रात तक नींद नहीं आई। फिर रविवार सुबह सालीचौका गांव से होते हुए हम एक गांव तक गाड़ी से पहुंचे। फिर जंगल और पथरीले रास्ते से 4 किमी पैदल चलकर दूधी नदी पार की और गांव पहुंचे। यहां ग्रामीणों को टीका लगाया। ग्रामीणों में जो उत्साह दिखा, उससे गांव पहुंचने में आई कठिनाइयां सब खत्म हो गई। हमें खुशी है कि बढ़ चढ़कर ग्रामीणों ने वैक्सीन लगवाई।
नादिया गांव में दो दिन रुकेगी टीम
पिपरिया SDM नितिन टाले ने बताया कि छिंदवाड़ा जिले की बॉर्डर से लगा होशंगाबाद का सबसे दूरस्थ गांव नादिया में वैक्सीनेशन टीम देनवा नदी पार कर पहुंची थी। गांव पहुंचने का रास्ता बहुत कठिन था। यहां करीब 800 लोगों को वैक्सीन लगनी है। इसके लिए टीम वहां दो दिन रुकेगी।
Copyright © 2022-23 DB Corp ltd., All Rights Reserved
This website follows the DNPA Code of Ethics.