होशंगाबाद के नदीपुरा गांव से बड़ी बहन के डांटने से नाराज आदिवासी समाज के नाबालिग दो बालक गुरुवार को घर से गायब हो गए। शुक्रवार तड़के 4 बजे बच्चों के लापता होने की सूचना मिलते ही पुलिस अलर्ट हो गई। एसडीओपी, केसला थाना प्रभारी ने पुलिस टीम बच्चों की तलाशी में लगाया। शुक्रवार सुबह 8 बजे केसला बस स्टैंड पर दोनों बालक घूमते मिले। जिन्हें थाने लाया गया। बच्चों ने पुलिस को बताया कि बड़ी बहन ने उन्हें डांट दिया था। इसलिए हम दोनों घर से चुपचाप निकल गए।
केसला थाना प्रभारी प्रशिक्षु डीएसपी विमलेश उइके ने बताया एक बालक 13 साल और दूसरा 6 साल का है। दोनों चचेरे भाई है। गुरुवार को दोपहर 3 बजे बड़ा भाई स्कूल से घर आया। 3.15 बजे बड़ा भाई अपने चचेरे भाई को साथ लेकर घर से निकल गया। जो कोहदा रोड पर शाम के समय दोनों बालक एक ग्रामीण को घूमते दिखे। उसने बच्चों से गांव की जानकारी ली। उन्हें रात 8 बजे नदीपुरा गांव ले आया और घर जाने का कहकर छोड़ चला गया। फिर दोनों बालक घर नहीं पहुंचे। परिजन बच्चों को रात में ही ढूंढने निकल गए। रात 4 बजे उनका कुछ पता नहीं चलने पर परिजन केसला थाने पहुंचे। थाना प्रभारी ने तत्काल आसपास के सभी थानों में बच्चों की फोटो भेज तलाशी शुरू की। गुमशुदगी दर्ज की व अपहरण का केस दर्ज किया। केसला थाने से भी अलग-अलग टीम बनाकर बच्चों को ढूंढने भेजी। लापता होने के 17 घंटे बाद सुबह 8 बजे केसला बस स्टैंड के पास दोनों घूमते मिले। प्रशिक्षु डीएसपी उइके ने बताया बड़ा बालक बहन के डांटने की बात कह रहे। छोटा वाले ने कुछ नहीं कहा। बच्चों रात में कहा रूके थे। उस स्थान पर तस्दीक करने ले जाया जाएगा। दाेनों के 164 के बयान होंगे। जिसके बाद परिजन के सुपुर्द किया जाएगा। पुलिस टीम में एसडीओपी एमके मालवीय, थाना प्रभारी विमलेश उइके, एएसआई शिवदीन पवार, भोजराज बरबडे़, आरक्षक मनोज डोंगरे, आरक्षक टील्लू उइके सहित अन्य शामिल रहे।
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