होशंगाबाद में बुधवार को सोशल मीडिया पर एएनएम द्वारा एक युवक की पिटाई का वीडियो सामने आया है। वीडियो में एएनएम उस युवक की चप्पल से पिटाई कर रही है। वीडियो होशंगाबाद के बाबई तहसील के आंचलखेड़ा में एक सप्ताह पहले की पिटाई का है। पिटाई का मामला कोविड-19 वैक्सीनेशन के फर्जीवाड़ा उजागर करने से जुड़ा है। जिसमें युवक को वैक्सीन का दूसरा डोज लगे बगैर ही मोबाइल पर टीकाकरण होने का मैसेज भेज दिया गया। युवक द्वारा स्वास्थ्य विभाग की इस लापरवाही को उजागर करने एएनएम ज्योतिरानी वर्मा ने उसकी ग्राम पंचायत भवन के सामने एक दुकान पर चप्पल से पिटाई की। मामले में एएनएम और युवक सोनू मालवीय ने बाबई थाने में शिकायत की। पिटाई के एक सप्ताह बाद भी न पुलिस और न स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने कोई एक्शन लिया है। वैक्सीनेशन की जांच और एएनएम द्वारा की पिटाई की जांच को लेकर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी एक-दूसरे पर टाल रहे है।
वैक्सीनेशन का फर्जीवाड़ा किया उजागर, नहीं लगा दूसरा डोज
आंचलखेड़ा निवासी सोनू मालवीय का कहना है कि 14 जून को मैंने पहला टीका लगवाया था। दूसरा टीके की तारीख सितंबर महीने में थी। तबीयत खराब हाेने से मैं दूसरा डाेज लगवाने नहीं जा पाया। 4 अक्टूबर को मेरे मोबाइल पर एक मैसेज आया। जिसमें दूसरा डोज लगवाने व वैक्सीनेशन पूरा होने का लिखा। मैंने मैसेज में आईडी से प्रमाणपत्र डाउनलोड किया तो मेरा पहला और दूसरा टीका लगने की तारीख लिखी है। जबकि मैंने मैंने दूसरा डोज नहीं लगवाया है। सोनू मालवीय ने बताया इस लापरवाही व फर्जीवाड़े की जानकारी मीडिया और बीएमओ को दी। जिसके बाद 5 अक्टूबर को मैं पंचायत भवन के सामने एक चाय की गुमठी में बैठा था। एएनएम ज्योतिरानी, सीएचओ रेणू गोलिया, आशा कार्यकर्ता राजकुमारी यादव आई। एएनएम ने आते ही चप्पल निकाल मुझे मारने लगी। मैंने बाबई थाने और तहसील में शिकायत की। एक सप्ताह हाे गए। कोेई कार्रवाई नहीं हुई।
मैंने गुस्से में उस युवक को मारा
एएनएम ज्योतिरानी वर्मा ने कहा कि हम लोग वैक्सीनेशन कार्य में पिछले 10 महीने से लगे हुए। दूसरा डोज लगने का मैसेज गलती से चला गया होगा। सोनू मालवीय ने उस गलती से मीडिया में प्रकाशित कराया। मैं गुस्से में उसके पास बातचीत करने गई थी। उसने मुझसे अभ्रदता की तो मैंने चप्पल से उसे मारा। अभ्रदता करने की थाने में शिकायत की है।
जिम्मेदार अधिकारी कार्रवाई से बच रहे
वैक्सीनेशन की बड़ी लापरवाही उजागर होने व एएनएम द्वारा युवक की पिटाई कर गुस्सा उतारने के मामले में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी कार्रवाई से बच रहे है। एक सप्ताह बाद भी न जांच शुरू हुई और न कार्रवाई। बीएमओ डॉ. रोहित शर्मा का कहना है कि दोनों मामले को लेकर हमने वरिष्ठ कार्यालय होशंगाबाद को लिखा है। CMHO जांच कमेटी तय करेंगे। CMHO प्रदीप मोजेस का कहना है कि बाबई बीएमओ को उसमें एक्शन लेने को कहा था। उन्होंने उस मामले में क्या किया। इसकी जानकारी लेता हूं। इधर बाबई थाने में भी दोनों पक्षों के आवेदन पर एक सप्ताह बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई। टीआई हेमंत श्रीवास्तव का कहना है कि मैं मीटिंग मेें व्यस्त हूं। थाने से जानकारी लेने के बाद भी कुछ बता पाऊंगा।
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