मप्र के राज्यस्तरीय शिक्षक पुरस्कार 2021 के लिए प्रदेश के 29 शिक्षकों का चयन कर लिया गया है। देश के दूसरे राष्ट्रपति स्वर्गीय डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्मदिन 5 सितंबर शिक्षक दिवस के अवसर पर यह पुरस्कार मिलेगा। सम्मान समारोह की सूची में विभाग की त्रुटि सामने आई है। इसमें 20 साल पहले राज्यपाल से राज्य स्तरीय शिक्षक सम्मान पा चुके होशंगाबाद के शिक्षक मुकेश कुमार मालवीय को दोबारा चयनित किया गया।
शिक्षक के स्कूल नाम में भी त्रृटि हुई। उन्हें अशासकीय ज्ञानोदय आवासीय स्कूल का शिक्षक बताया गया है, जबकि वे आदिवासी विभाग के शासकीय स्कूल में हैं। शिक्षक सम्मान में यह दो बड़ी त्रुटि विभाग की लापरवाही को दर्शाता है। शिक्षक मुकेश मालवीय ने कहा, मैंने तो राष्ट्रपति पुरस्कार के लिए आवेदन किया था। यह जानकारी लगते ही उनका नाम राज्य स्तरीय शिक्षक सम्मान सूची से बाहर कर दिया है।
जिला चयन समिति से गलती, दोबारा भेजा नाम
राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार 2021 के लिए प्रदेश के शिक्षकों से ऑनलाइन आमंत्रित किए गए। ऑनलाइन आवेदन पत्रों में से जिला चयन समिति द्वारा की अनुशंसा के आधार पर राज्य स्तर पर चयन हुआ। आवेदन पर राज्य स्तरीय समिति द्वारा मूल्यांकन किया गया। इसके बाद राज्य स्तरीय शिक्षक पुरस्कार प्राप्त शिक्षकों को छोड़कर प्रथम शिक्षक राज्य स्तरीय शिक्षा पुरस्कार 2021 के लिए चयन किया। अनुशंसा करने में जिला चयन समिति से यह लापरवाही सामने आई।
शिक्षक मालवीय बोले, 2001 में राज्यपाल से हो चुका सम्मान
राज्य स्तरीय शिक्षक सम्मान सूची में नाम आने पर दैनिक भास्कर ने शिक्षक मुकेश कुमार मालवीय से बातचीत की। शिक्षक ने कहा मुझे 20 साल पहले राज्य स्तरीय शिक्षक सम्मान मिल चुका है। वर्ष 2001 में तत्कालीन राज्यपाल डॉ. भाई महावीर ने यह सम्मान मुझे दिया था। उस समय बैतूल पवारझंडा शासकीय स्कूल में पढ़ा रहा था था। सिंगल टीचर स्कूल में पढ़ाने पर मुझे सम्मान मिला था। उन्होंने बताया गुरुवार को राज्य स्तरीय सम्मान 2021 की सूची में मेरा नाम आने की मुझे जानकारी मिली। मैंने तुरंत लोक शिक्षण भोपाल में संबंधित शाखा में पूर्व में सम्मान होने की जानकारी दी। शिक्षक मुकेश कुमार मालवीय वर्तमान में होशंगाबाद जिला मुख्यालय पर शासकीय ज्ञानोदय आवासीय स्कूल में हैं।
Copyright © 2022-23 DB Corp ltd., All Rights Reserved
This website follows the DNPA Code of Ethics.