मध्यप्रदेश के पूर्व CM और कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने मोदी सरकार को निशाने पर लिया है। उन्होंने शनिवार को होशंगाबाद में कहा कि आपदा में अवसर तलाशा जाता रहा। आपदा में भ्रष्टाचार और उसके बाद आस्था में भी भ्रष्टाचार किया। 9 माह से अपना घर छोड़कर हक के लिए आंदोलन कर रहे अन्नदाता देशद्रोही हो गए और मंदिर के लिए चंदे की राशि में भ्रष्टाचार करने वाले राष्ट्रभक्त हो गए। ये बहुत गलत है। मंदिर निर्माण के लिए चंदा में भ्रष्टाचार के मामले को लेकर कानूनी लड़ाई लड़ी जाएगी।
दिग्विजय सिंह अपनी पत्नी के साथ नर्मदापुरम् संभाग में दिवंगत नेताओं के घर शोक संवेदना व्यक्त करने के लिए आए थे। इस दौरान उन्होंने सर्किट हाउस में पत्रकारों से बात की। पूर्व CM ने कहा, अयोध्या में राम मंदिर निर्माण में जमीन खरीदी में 18 करोड़ रुपए का भ्रष्टाचार हुआ है। मैंने पहली बार देखा कि 2 करोड़ रुपए में जिस जमीन को खरीदा, उसे आधे घंटे में दोबारा 18 करोड़ में बेच दिया गया हो। यह आस्था में भ्रष्टाचार है। चंदा खाने वाले राष्ट्रभक्त कहला रहे और अन्न उगाने वाला देशद्रोही।
राज्य सरकार को मूंग खरीदी पर घेरा
दिग्विजय सिंह ने मूंग खरीदी पर राज्य सरकार को घेरा। उन्होंने कहा कि बाबई जो मूंग खरीदी का पुराना केंद्र था, उसे शासन ने बंद किया। उसे चालू करना चाहिए।
विश्वास सारंग ने पेड़ कटाई के आरोप पर कहा, वे अपनी जमीन देखने गए थे
शुक्रवार को दिग्विजय सिंह ने आरोप लगाया कि चंदनपुरा और बैरागढ़ चीचली के संरक्षित वन क्षेत्रों में अवैध कटाई हो रही है। इस क्षेत्र में बाघों को सुरक्षित किया जाए। इस पर शनिवार को चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने पलटवार किया। उन्होंने कहा कि दिग्विजय सिंह बाघ भ्रमण क्षेत्र में अपनी जमीन देखने गए थे। कांग्रेस खुद चाहती है कि दिग्विजय सिंह वनवास चले जाएं।
Copyright © 2022-23 DB Corp ltd., All Rights Reserved
This website follows the DNPA Code of Ethics.