उज्जैन के सिद्धपीठ हरसिद्धि माता मंदिर में प्रतिदिन आरती के समय जिस प्रकार दीप मालिका दीपों से प्रज्ज्वलित होती है। उसी की तर्ज पर देवास के सिद्धपीठ माता चामुंडा टेकरी पर भी प्रतिदिन आरती के समय दीपों से यह मालिका प्रज्जवलित की जाएगी। यह विशेष परम्परा शारदीय नवरात्र से फिर शुरू होने जा रही है।
करीब 30 साल पहले यह मालिका प्रज्ज्वलित होती थी, लेकिन अधिक भीड़ के चलते इस परंपरा को बंद कर दिया था। अब भक्तों की आस्था को देखते हुए फिर शुरू किया जा रहा है। 22 फीट ऊंची दीप मालिका छोटी माता मंदिर परिसर में स्थित है। इसे संवारने का काम किया जा रहा है। मालिका पर 151 दीप प्रज्ज्वलित होंगे।
राजा विक्रमादित्य ने करवाया था निर्माण
मंदिर के पुजारी महंत बसंत नाथ ने बताया यह दीप मालिका मंदिर का प्रतीक चिह्न है। राजा विक्रमादित्य ने ही हरसिद्धि और यहां दीप मालिका का निर्माण कराया था। वर्तमान में इसे विशेष अवसरों (दीपावली, धनतेरस के अलावा भक्त की मन्नत पूरी हाेने) पर ही प्रज्ज्वलित किया जाता है। इसके लिए कोई शुल्क नहीं होता है।
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