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जिले के थांदला क्षेत्र के गांव मदरानी में रविवार सुबह 6 मोरों के मृत होने की खबर मिली। गांव के लोगों ने वनक्षेत्र के पास इन मृत मोरों को देखा। खबर मिलने पर झाबुआ और थांदला से वन विभाग, राजस्व और पशुपालन विभाग की टीमें पहुंची। मृत मोरों में 3 नर और 3 मादा हैं। एक शव को जांच के लिए रखा गया और बाकी 5 को जंगल में गहरा गड्ढा खोदकर दफना दिया।
अफसरों का कहना है, शव की जांच के बाद ही मौत का असली कारण पता चल सकेगा। इसके पहले से एक कौए के सैंपल भी भेज रखे हैं, उसकी रिपोर्ट नहीं आई। वो झाबुआ के डीआरपी लाइन में मृत मिला था। प्रदेश में बर्ड फ्लू के मामले आने के बाद से जिले में पहली बार एकसाथ इतने पक्षियाें की मौत हुई। जहां ये मृत मिले, उस क्षेत्र में काफी संख्या में मोर रहते हैं। रविवार को मृत मिले मोर मदरानी गांव की सीमा में दिखाई दिए। अफसरों तक खबर मीडिया के माध्यम से पहुंची। टीम ने दोपहर में पहुंचकर पंचनामा बनाया और आसपास के लोगों के बयान लिए।
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प्रोटोकॉल के तहत डिस्पोज किए मोरों के शव
6 मोरों की मौत की पुष्टि हुई है। इनमें से 3 नर और 3 मादा हैं। वन विभाग की टीम के साथ पशुपालन विभाग के डॉक्टर्स भी गए हैं। प्रोटोकॉल के मुताबिक शवों को डिस्पोज किया गया। एक शव के सैंपल की जांच होगी, तब तक मौत का कारण सही तौर पर नहीं बताया जा सकता।
एमएल हरित, डीएफओ, झाबुआ
जांच रिपोर्ट आने पर पता चलेगा बर्ड फ्लू है या नहीं
हमारी टीम भी गांव में गई है। एक शव को सुरक्षित रखा गया है। इसके सैंपल जांच के लिए लैबोरेटरी भेजे जाएंगे। बर्ड फ्लू है या नहीं, जांच रिपोर्ट आने तक नहीं कह सकते।
विल्सन डावर, डिप्टी डायरेक्टर, पशुपालन विभाग
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