खेलो इंडिया यूथ गेम्स की शुरुआत सोमवार से होगी। पहले दिन टेबल टेनिस में इंदौर के अंश गोयल, कार्तिकेय कौशिक, अनुज सोनी, भाग्यश्री दवे, लक्षा बियाणी और पूर्वांशी कोटिया मध्यप्रदेश के लिए खेलेंगे तो दूसरे दिन फुटबॉल में गस्टन रुबीन, सक्षम रजक, अविजीत सिंह बिष्ट, लक्ष्मण सिंह, मोहम्मद यासिर और मानस नाडकर जलवे बिखेरेंगे।
इंदौर को प्रदेश की आर्थिक के साथ-साथ खेल राजधानी भी कहा जाता है। यहां 20 से अधिक खेलों के 10 हजार खिलाड़ी हैं, जो रोज अपना हुनर तराशने मैदान में उतरते हैं। अलग-अलग खेलों के 250 से अधिक टूर्नामेंट हर साल होते हैं। करीब एक हजार करोड़ सालाना का खेल सामग्री कारोबार है। शहर ही नहीं आसपास 200 किमी तक खेल सामग्री सप्लाय की जाती है।
नेहरू स्टेडियम, चिमनबाग और अटल परिसर सहित करीब 10 बड़े सेंटर हैं, जहां खेलों की गतिविधियां होती हैं। क्रिकेट, टेनिस, टेबल टेनिस और बास्केटबॉल के अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट की मेजबानी करने को शहर तैयार है।
इन सेंटर से चलता है इंदौर का खेल
नेहरू स्टेडियम, चिमनबाग मैदान, अटल खेल परिसर, होलकर स्टेडियम, खेल प्रशाल, बास्केटबॉल कॉम्प्लेक्स, इंदौर टेनिस क्लब, दशहरा मैदान, नेहरू पार्क और महू नाका स्विमिंग पूल, अहिल्या आश्रम में शहर की प्रमुख खेल गतिविधियां संचालित होती हैं। 15 से अधिक निजी स्कूल-कॉलेजों में भी खेलों की अच्छी सुविधाएं हैं।
इन खेलों की नियमित गतिविधियां
क्रिकेट, टेबल टेनिस, बास्केटबॉल, टेनिस, कुश्ती, हॉकी, फुटबॉल, तैराकी, बैडमिंटन, जिम्नास्टिक, शतरंज, कबड्डी, खो खो, कराते, जूडो, बॉक्सिंग, वेटलिफ्टिंग, बॉडी बिल्डिंग, वुशू, ताइक्वांडो, सॉफ्टबॉल, बेसबॉल, हैंडबॉल, वॉलीबॉल, स्केटिंग की नियमित गतिविधियां संचालित होती हैं।
बास्केटबॉल की टीमों ने की मैच की प्रैक्टिस
बास्केटबॉल स्पर्धा के लिए राजस्थान, उत्तरप्रदेश, पंजाब और चंडीगढ़ की टीमों ने शाम के सत्र में अभ्यास किया। तमिलनाडु और केरल की टीम दोपहर में इंदौर पहुंची। बास्केटबॉल के एक दिन में आठ मुकाबले होंगे।
6 हजार से ज्यादा छात्र भेजने का टारगेट
खेलाे इंडिया कार्यक्रम में शासकीय कॉलेजाें, निजी यूनिवर्सिटी व स्कूलाें काे निश्चित संख्या में छात्राें काे भेजने का लक्ष्य दिया है। हर दिन सभी काे मिलकर तीनाें आयाेजन स्थलाें पर साढ़े छह हजार छात्र भेजना हाेंगे।
19 व्यवस्थाओं में तैनात होंगे 350 छात्र
13 दिन तक शहर के चार अलग-अलग स्थानों पर होने वाले खेलो इंडिया यूथ गेम्स के दौरान ट्रांसपोर्टेशन से लेकर खाने के इंतजाम सहित 19 तरह की व्यवस्थाओं को संभालने के लिए एनएसएस (राष्ट्रीय सेवा योजना) के 350 स्टूडेंट्स की टीम तैनात रहेगी।
20 से अधिक खेलों की नियमित गतिविधियां होती हैं, खेल सामग्री और उपकरणों का 1000 करोड़ रुपए का सालाना कारोबार, क्रिकेट के 80 क्लब से 4 हजार से ज्यादा खिलाड़ी जुड़े हैं
50 दुकानें, 1 मल्टी ब्रांड मॉल मौजूद
खेल सामग्री का कारोबार करने वाले दिनेश शर्मा बताते हैं, एक मल्टी ब्रांड मॉल के अलावा एक दर्जन बड़े शोरूम हैं। 50 छोटी दुकानें हैं। साल का 1000 करोड़ का कारोबार खेल सामग्री सहित अन्य उपकरणों का है।
6000 खिलाड़ी ए व बी ग्रेड क्रिकेट के
आईडीसीए सचिव देवाशीष निलोसे के मुताबिक, शहर में ए और बी ग्रेड मिलाकर 80 क्रिकेट क्लब हैं। इसमें 4000 से अधिक खिलाड़ी नियमित रूप से खेलते हैं। गर्मियों की छुट्टी में यह आंकड़ा 6 हजार से अधिक होता है। आईडीसीए सचिव देवाशीष निलोसे के मुताबिक, शहर में ए और बी ग्रेड मिलाकर 80 क्रिकेट क्लब हैं। इसमें 4000 से अधिक खिलाड़ी नियमित रूप से खेलते हैं। गर्मियों की छुट्टी में यह आंकड़ा 6 हजार से अधिक होता है।
क्रिकेट व टेनिस की इंटरनेशनल सुविधा
क्रिकेट (होलकर स्टेडियम), टेबल टेनिस (खेल प्रशाल), बास्केटबॉल (कॉम्प्लेक्स) और टेनिस (आईटीसी) की अंतरराष्ट्रीय सुविधाएं हैं। टेनिस और क्रिकेट के तो इंटरनेशनल इवेंट लगातार हो रहे हैं।
200 अवॉर्डी बढ़ा रहे हमारी प्रतिष्ठा
पिछले चार दशक में इंदौर के 200 से अधिक खिलाड़ी, प्रशिक्षक और प्रशासक प्रदेश के सर्वश्रेष्ठ खेल अलंकरण विक्रम, एकलव्य, विश्वामित्र और लाइफ टाइम अचीवमेंट पुरस्कार हासिल कर चुके हैं।
फेसिलिटी की फ्यूचर प्लानिंग भी
आने वाले दिनों में सुपर कॉरिडोर पर 25 एकड़ में स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स या इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम बनाना है। राऊ में हॉकी टर्फ और स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स का प्रारंभिक काम शुरू हो गया है। कनाड़िया में स्विमिंग पूल तैयार हो गया है।
ऐसे निखरती है युवा प्रतिभाएं
जूते तक नहीं रहते थे तो दोस्तों ने मदद की, अब एमपी के लिए खेलेंगे फुटबॉल
जज्बा, जुनून और विपरीत परिस्थितियों में कुछ कर गुजरने का नाम से गस्टन रुबीन। गस्टन का चयन खेलो इंडिया यूथ की गेम्स की फुटबॉल स्पर्धा के लिए मध्यप्रदेश टीम में हुआ है। गस्टन के अलावा इंदौर के 5 खिलाड़ी और हैं, जो स्पर्धा में मध्यप्रदेश का प्रतिनिधित्व करेंगे। गस्टन तीन साल से फुटबॉल खेल रहे हैं। प्रदेश के 35 खिलाड़ियों के बीच अच्छे प्रदर्शन की बदौलत अंतिम-20 में मौका मिला है।
वे कहते हैं परिवार की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं है। कई बार टूर्नामेंट खेलने के लिए जूते नहीं रहते थे, ऐसे में दोस्तों ने मदद की। कई बार नंगे पैर या कोच के जूतों के साथ मैच खेलना पड़ा। पिता ऑटो चालक हैं और मां नर्स हैं। चाचा फुटबॉल खेलते थे। उन्हीं के साथ अकसर मैच में जाया करते थे।
टेबल टेनिस में चैंपियन बनने अंश डेढ़ महीने से हर दिन 8 घंटे कर रहे प्रैक्टिस
टेबल टेनिस प्रतियोगिता में मप्र से एकमात्र खिलाड़ी अंश गोयल ने क्वालीफाई किया है। बाकी पांच खिलाड़ियों को मेजबान प्रदेश होने के चलते खेलने का मौका मिलेगा। 2014 से अब तक आठ नेशनल टूर्नामेंट में मप्र को रिप्रजेंट कर चुके अंश बताते हैं इस बार खेलो इंडिया का चैंपियन बनने के लिए पिछले करीब 45 दिन से खास तैयारी कर रहे हैं।
सुबह और शाम मिलाकर 8 घंटे तक टेबल टेनिस कोर्ट में पसीना बहा रहे हैं। कहते हैं पिछले खेलो इंडिया के लिए भी मैंने क्वालीफाई किया था, लेकिन 12वीं की बोर्ड परीक्षा की तैयारियों के चलते भाग नहीं ले सका था। वे कहते हैं जो खिलाड़ी आ रहे हैं वो सभी दिग्गज हैं, किसी को भी कम नहीं आंक सकते हैं। होम कोर्ट का फायदा मप्र के खिलाड़ियों को मिलेगा।
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