अगर खबर पेरेंट्स को अलर्ट करने वाली है। मां की डांट के डर से 12 साल का बच्चा इतना डर गया कि घर नहीं लौटा। दरअसल, पतंग लूटने में उसकी शर्ट फट गई थी और उसे लगा कि मां डांटेगी, इसी डर से वो भाग गया। 15 दिन बाद अब शुक्रवार को उसका शव पानी के टैंक में मिला है। मामला इंदौर के एयरपोर्ट इलाके का है।
एयरपोर्ट थाना टीआई संजय शुक्ला के मुताबिक घटना अवधपुरी कॉलोनी की है। यहां निर्माणाधीन कॉलोनी में पानी सप्लाई करने के लिए बने अंडर वॉटर टैंक में नितिन (12) पुत्र मनोज पांडे का शव मिला। पुलिस ने शव पीएम के लिए भिजवाया है।
मां की डांट के डर से घर नहीं पहुंचा
मनोज के दो बेटे हैं। मनोज धागे की फैक्टरी में काम करते हैं। बड़ा बेटा भी किसी कंपनी में काम करता है। 12 साल का छोटा बेटा नितिन सातवीं में पढ़ रहा था। वह स्कूल नहीं जा रहा था। वह इलाके के बच्चों के साथ घूमता था। इसी बात पर उसकी मां उसे डांटती रहती थी। 30 दिसंबर को वह दोस्तों के साथ पतंग लूट रहा था। इस दौरान, सड़क पर खड़े लोडिंग रिक्शे में फंसकर उसकी शर्ट फट गई थी। इसके बाद मां की डांट के डर से वह घर नहीं पहुंचा। अगले दिन परिवार वालों ने थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई। पुलिस ने आसपास के सीसीटीवी देखे, लेकिन पता नहीं चला।
चौकीदार ने टैंक का ढक्कन हटाया तो हुआ खुलासा
शुक्रवार को यहां काम करने वाले चौकीदार को कॉलोनी के मालिक ने मोटर लगाकर गंदा पानी टैंक से पानी बाहर निकालने के लिए कहा। उसने जैसे ही दोपहर में ढक्कन हटाया, अंदर से बदबू आई। इसके बाद शव की जानकारी लगी। चौकीदार ने पुलिस को बताया कि 2 जनवरी को टैंक का ढक्कन खुला था, जिसे वह बंद कर गया था। अंदर नहीं झांका। पुलिस हादसा और आत्महत्या को लेकर जांच कर रही है।
एक महीने पहले भी मां ने पीटा था
परिजनों के मुताबिक परिवार वाले पढ़ाई के लिए बच्चे पर दबाव बनाते थे। वह स्कूल नहीं जाता था। करीब एक महीने पहले भी उसकी मां ने उसे पीटा था। वह घर छोड़कर भी चला गया था, लेकिन एक दिन बाद वापस आ गया था।
बच्चों के साथ समय बिताएं
चाइल्ड लाइन के अधिकारी वसीम इकबाल ने बताया कि बच्चों को डांटने की इस तरह की घटनाएं पहले भी आ चुकी हैं। बच्चों के साथ पेरेंट्स को समय देना चाहिए। उनसे बात करना चाहिए। लोगों पर ट्रस्ट करने की बातें सिखाएं। अपने कामों की जानकारी दें, किन लोगों से रिलेशन रखना है। पॉजिटिव नेचर लाएं। उन्हें मोटिवेट करें। उन्हें सही दृष्टिकोण के बारे में बताएं। वर्तमान दौर में माता-पिता भी बच्चों पर ध्यान नहीं देते। वहीं, बच्चे भी रेसिंग, लड़ाई जैसे गेम देखने लगे हैं। इनसे दूर रखकर उन्हें परिवार में समय देने की बात बताना चाहिए।
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