इंदौर के पुलिस कंट्रोल रूम में गोली मारकर खुदखुशी करने वाले टीआई हाकम सिंह की शनिवार को दो और पत्नियां सामने आई हैं। अब तक उनकी पांच पत्नियों के नाम सामने आ चुके हैं। इधर, पुलिस ने मृतक हाकम सिंह पर महिला एएसआई पर जानलेवा हमला करने के मामले में धारा 307 के तहत केस दर्ज किया है। दूसरी ओर घायल महिला एएसआई डॉक्टर की निगरानी में अस्पताल में भर्ती है।
हाकम सिंह की मौत के बाद भोपाल में पदस्थ एक लेडी कॉन्स्टेबल माया ने अफसरों से मिलकर बताया कि हाकम सिंह ही उनके पति हैं। महिला का दावा है कि इन दोनों ने कुछ समय ही शादी की थी लेकिन हाकम सिंह की सर्विस बुक में लता पंवार का नाम लिखा है। हाकम सिंह की मौत के बाद मॉर्चुरी पहुंची रेशमा शेख ने दावा किया था कि वह उनकी तीसरी पत्नी है। उज्जैन के तराना की लीलावती और सीहोर की सरस्वती उनकी पहली और दूसरी पत्नियां हैं।
पुलिस ले सकती है सभी के बयान
सूत्रों के मुताबिक हाकम सिंह के सुसाइड केस में पुलिस लगातार सामने आ रही कथित पत्नियों के बयान ले सकती है। दरअसल पुलिस इस बात का पता लगाने की कोशिश कर रही है कि उन्होंने तात्कालिक विवाद में सुसाइड किया या कोई और वजह थी। पुलिस उनके तनाव को लेकर भी परिजनों के बयान ले सकती है।
सीसीटीवी में दिखा वीडियो बनाते हुए महिला पुलिसकर्मी का भाई
घटना के पहले महिला एएसआई रंजना का भाई व हाकम सिंह और महिला एएसआई के कंट्रोल रूम परिसर, आईसीएच में बातचीत करते हुए वीडियो बना रहा था। यह खुलासा सीसीटीवी से हुआ है। यह मोबाइल पुलिस ने जब्त नहीं किया है। एएसआई रंजना का मोबाइल भी पुलिस को नहीं मिला है। पुलिस को शक है कि कमलेश जिस मोबाइल से वीडियो बना रहा है वह एएसआई रंजना का तो नहीं है। इधर, संयोगितागंज पुलिस ने घटना के बाद बयान के लिए रंजना के भाई कमलेश को बुलाया था। कमलेश ने पुलिस को वीडियो बनाने के बारे में कोई कोई जानकारी नहीं दी है।
चश्मदीद नहीं मिल रहा
पूरे मामले में पुलिस को अब तक कोई प्रत्यक्षदर्शी नहीं मिला है। जो यह बता सके कि टीआई के गोली मारने के पहले क्या घटनाक्रम हुआ था। जबकि पुलिस कंट्रोल रूम में पूरे दिन बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी व अन्य पुलिस स्टाफ मौजूद रहता है।
जिस क्रेटा को लेकर विवाद, वह पहले ही एएसआई के भाई के नाम
जिस क्रेटा गाड़ी को लेकर विवाद की बात सामने आ रही है, उसे पुलिस ने जब्त कर लिया है। क्रेटा गाड़ी को महिला पुलिसकर्मी के भाई कमलेश के नाम से रजिस्टर्ड थी। इस गाड़ी को हाकम सिंह ने ही दिलाई थी। इसे हाकम सिंह से लेने के लिए ही 3 जून 2021 को कमलेश ने भोपाल पुलिस को एक आवेदन दिया था। इसमें हाकम सिंह पर आरोप लगाए गए थे कि वे कमलेश की गाड़ी वापस नहीं कर रहे हैं।
हादसे के एक दिन पहले भी मिले थे हाकम सिंह, रंजना और उसका भाई कमलेश
आवेदन के बाद कई दिनों पहले हाकम सिंह और कमेलश की फोन पर चर्चा हुई थी। हाकम सिंह ने यह कार इंदौर आकर कमलेश को वापस देने की बात कही थी। कमलेश, उसकी बहन रंजना और हाकम सिंह तीनों पुलिस कंट्रोल रूम में आईसीएच में मिले। यह मुलाकात हादसे के एक दिन पहले यानी गुरुवार को हुई थी। इस दौरान तय हुआ था कि हाकम सिंह शुक्रवार को गाड़ी दे देंगे। लेकिन गाड़ी सौंपने के पहले ही हाकम सिंह ने खुद को गोली मार ली।
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