इंदौर में 60 घंटे में कार्डियक अरेस्ट से 11 मौतें:23 के युवा से लेकर 85 साल की बुजुर्ग ने गंवाई जान, गैस्ट्रिक-मसक्युलर पैन समझकर टाले नहीं

इंदौर2 महीने पहले
  • कॉपी लिंक

इंदौर में बीते 60 घंटों में कार्डियक अरेस्ट से 11 लोगों की मौत हो गई, जो काफी चिंता का विषय है। चौंकाने वाली बात यह कि इनमें 23 वर्षीय व 32 वर्षीय युवा भी हैं जिन्हें न कोई बीमारी थी और न ही कोई व्यसन। इनमें से किसी को सुबह सीने में दर्द हुआ, तो किसी को गैस्ट्रिक पैन का एहसास हुआ, तो एक की आधी रात को नींद में ही में मौत हो गई।

55 वर्षीय एलआईसी एजेंट को पीठ व कंधे में दर्द था, जिसे वे मसक्युलर पैन समझ रहे थे। ऐसे ही 80 वर्षीय वृद्धा स्वस्थ थी और हार्ट की सारी जांच रिपोर्ट्स भी नॉर्मल आई और कार्डियक अरेस्ट से मौत हो गई। ऐसे ही अन्य भी कार्डियक अरेस्ट के कारण चल बसे।

कार्डियोलॉजिस्ट के मुताबिक सीने के दर्द को सहजता से नहीं लेना चाहिए बल्कि तुरंत अस्पताल में जाकर डॉक्टर को बताना चाहिए। डॉक्टर ज्यादा ठंड भी बुजुर्गों के लिए ठीक नहीं बताते हैं क्योंकि खून जमने से हृदयाघात हो सकता है। जानिए इंदौर में 60 घंटों में 11 लोगों की कार्डियक अरेस्ट से कैसे हुई मौत?

सुबह 6 बजे चेस्ट पैन हुआ, बाइक से अस्पताल पहुंचते ही मौत

23 वर्षीय ऋषि नेहलानी की मौत का मामला काफी चौंकाने वाला है। चाचा नारायण नेहलानी के मुताबिक शुक्रवार सुबह 6 बजे अचानक उसके सीने में दर्द शुरू हुआ। इस पर उसने पिता राजकुमार व परिजन को बताया। उसे लगा कि शायद गैस्ट्रिक पैन है इसलिए सहज होने के लिए घर में ही टहलने लगा। फिर भी दर्द कम नहीं हुआ तो वह तुरंत बाइक से पास के यूनिवर्सल अस्पताल पहुंचा। सीने में दर्द होने के बावजूद वह दूसरी मंजिल पर चढ़ा और डॉक्टर को बताया।

डॉक्टर ने चेक किया तो ब्लड प्रेशर काफी बढ़ा हुआ (130/180) था। डॉक्टर उसका चैकअप ही कर रहे थे कि उसे कार्डियक अरेस्ट हुआ और पलंग से गिर गया व उसकी मौत हो गई। वह परिवार का इकलौता बेटा था। मोबाइल की दुकान पर काम करता था। परिवार की आजीविका उस पर निर्भर थी। उसे किसी प्रकार की बीमारी या व्यसन नहीं था।

नींद में साइलेंट कार्डियक अरेस्ट से मौत

स्व. उमेश उर्फ सोनू रहेजा
स्व. उमेश उर्फ सोनू रहेजा

ट्रैजर फैंटेसी निवासी 32 वर्षीय उमेश उर्फ सोनू रहेजा की भी कार्डियक अरेस्ट से मौत हो गई। शुक्रवार आधी रात उन्हें नींद में ही कार्डियक अरेस्ट आया और उनकी जान चली गई। घटना का पता परिवार को बाद में लगा। अस्पताल में उन्हें मृत घोषित किया गया। उन्हें भी किसी तरह की बीमारी नहीं थी।

टीवी देखते-देखते सोफे पर ही मौत

स्व. पंकज सुराणा
स्व. पंकज सुराणा

द्रविड नगर निवासी एलआईसी एजेंट पंकज सुराणा (45) की 18 जनवरी की शाम 6 बजे अचानक मौत हो गई। वे शाम को घर में टीवी देख रहे थे। तभी उन्हें कार्डियक अरेस्ट हुआ और सोफे पर ही उनकी जान चली गई। अस्पताल में उन्हें मृत घोषित किया गया। नजदीकी लोगों के मुताबिक दो दिन पहले उन्हें पीठ दर्द व कंधे में दर्द था, तो उन्होंने मसक्यूलर पैन की आशंका जताई थी।

सारी जांच रिपोर्ट नॉर्मल, कार्डियक अरेस्ट से मौत

स्व. सरोज जैन
स्व. सरोज जैन

न्यू पलासिया निवासी 80 वर्षीय सरोज जैन की भी कार्डियक अरेस्ट से मौत हो गई। परिवार के मुताबिक 80 वर्ष की उम्र में भी वह तंदुरूस्त थी तथा अपना काम खुद करती थी। दो दिन पहले स्वास्थ्य खराब होने पर डॉक्टरों ने चैकअप किया और सोडियम की कमी बताई थी। इस पर उन्हें सलाइन चढ़ाई गई थी और ठीक हो गई थी। इस दौरान हार्ट संबंधी सिटी स्कैन सहित सारी जांच रिपोर्ट्स नॉर्मल आई थी। 18 जनवरी को उन्हें घर पर ही कार्डियक अरेस्ट आया और मौत हो गई।

वैंटिलेटर पर कार्डियक अरेस्ट

स्व. नीरज जोशी
स्व. नीरज जोशी

55 वर्षीय नीरज जोशी निवासी खरगोन 3 जनवरी से गोकुलदास अस्पताल में एडमिट थे। उन्हें कुछ समय पहले ब्रेन ट्यूमर था जिसका ऑपरेशन अहमदाबाद में हुआ था। फिर पैरालिसिस अटैक के बाद इंदौर के सुयश अस्पताल में एडमिट किया गया था। लंबे समय से बीमार चल रहे जोशी की मौत का कारण डॉक्टरों ने कार्डियक अरेस्ट बताया है।

कॉमार्बिट के साथ कार्डियक अरेस्ट

स्व. मोहनलाल भागवानी
स्व. मोहनलाल भागवानी

80 वर्षीय मोहनलाल भागवानी निवासी इंदौर की 18 जनवरी को रॉबर्ट नर्सिंग होम में इलाज के दौरान मौत हो गई। उन्हें ब्लड प्रेशर, शुगर सहित अन्य बीमारियां थी। अस्पताल में ही उन्हें कार्डियक अरेस्ट आया और मौत हो गई।

इनकी भी कार्डियक अरेस्ट से मौत

दौलतराम मूलचंदानी (55) निवासी लाडकाना नगर की 18 जनवरी को कार्डियक अरेस्ट से मौत हो गई। उन्हें किडनी की भी बीमारी थी। इसी प्रकार दर्शना जैन (55), कौशल्यादेवी बजाज (75) निवासी आनंदा, बिजलपुर, कृष्णा देवी निहलानी और लखन छाबडा (55) निवासी पलसीकर कॉलोनी की भी कार्डियक अरेस्ट से मौत हो गई।

स्व. दौलतराम मूलचंदानी।
स्व. दौलतराम मूलचंदानी।
स्व. दर्शना जैन
स्व. दर्शना जैन
स्व. कौशल्यादेवी बजाज।
स्व. कौशल्यादेवी बजाज।
स्व. कृष्णादेवी निहलानी
स्व. कृष्णादेवी निहलानी
स्व. लखन छाबडा
स्व. लखन छाबडा

क्या कहते हैं कार्डियोलॉजिस्ट

मेदांता हॉस्पिटल के कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. अल्केश जैन के मुताबिक ठंड में हार्ट की बीमारियां ज्यादा होती है। दरअसल ठंड के कारण टेम्परेचर कम होता है जिससे हमारे शरीर की ब्लड वेसल्स सिकुड़ जाती है जिससे ब्लड प्रेशर बढ़ जाता है। ़

कॉर्डियोलॉजिस्ट डॉ. अल्केश जैन
कॉर्डियोलॉजिस्ट डॉ. अल्केश जैन

- कई बार लोग ठंड में तम्बाकू, सिगरेट, अल्कोहल का सेवन ज्यादा करते हैं। इसके साथ ही खान-पान पर ज्यादा ध्यान नहीं रखते हैं, जिससे कोलेस्ट्रॉल का लेवल काफी बढ़ जाता है।

- ठंड में खून जल्द गाढा हो जाता है। कई बार बॉडी में हॉर्मोनल चेंजेस होते हैं जिससे भी खून गाढा हो जाता है।

- ठंड के कारण लोग पानी कम पीते हैं उसके डिहाइड्रेशन के साथ खून गाढा होता है।

- ठंड के कारण लोग एक्सरसाइज कम करते हैं। इससे बॉडी एक्टिव नहीं होती और खून गाढा होने से हार्ट अटैक की आशंका प्रबल हो जाती है।

…तो ऐसे बचे

- ठंड में रेग्लुर एक्साइज करें।

- तली चीजों के सेवन पर नियंत्रण रखें।

- ऐक्स्ट्रा फैटी फूड न लें।

- शुगर के पेशेंट अपनी शुगर का ध्यान रखें।

- पानी ज्यादा से ज्यादा पिएं।

- नमक का सेवन कम करें व ब्लड प्रेशर नियंत्रित रखें।

- घूमने के साथ हरी सब्जियों का ध्यान रखें।

- स्मोकिंग व अल्कोहल के सेवन से दूर रहें।

खबरें और भी हैं...