जिस तरह दोस्तों की हत्या की, वैसे ही सुसाइड किया:नरसिंहपुर में दो कारपेंटर साथियों को इलेक्ट्रिक कटर से काटकर उतारा था मौत के घाट; पश्चाताप में इंदौर की जेल में वैसे ही गला काट लिया

इंदौर2 वर्ष पहले
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अनिल यादव दो साल से हत्या के मामले में इंदौर की सेंट्रल जेल में सजा काट रहा था। - Dainik Bhaskar
अनिल यादव दो साल से हत्या के मामले में इंदौर की सेंट्रल जेल में सजा काट रहा था।

हत्या के आरोप में इंदौर जेल में बंद युवक ने पश्चाताप करने के लिए अपना गला काटकर आत्महत्या कर ली। मजाक (चिढ़ाने की आदत) से परेशान एक युवक ने दो साल पहले इलेक्ट्रिक कटर से दो लोगों की हत्या कर दी थी।

जेल अधीक्षक राकेश भांगरे के मुताबिक 2018 में दो लोगों की हत्या के जुर्म में अनिल को आजीवन कारावास की सजा हुई थी। तभी से वो जेल में था। 16 अगस्त को अनिल से मुलाकात करने के लिए उसकी पत्नी आई थी, तभी से वह गुमसुम रह रहा था और जेल कारखाने में काम करने भी नहीं जा रहा था। शनिवार सुबह जब कारखाने पहुंचा तो उसने कटर से आत्महत्या कर ली। इस मामले में मजिस्ट्रेट जांच के आदेश हो गए हैं।

नरसिंहपुर में झड़प के बाद कर दी थी हत्या
दिसंबर 2018 में मृतक अनिल नरसिंहपुर में कमलदीप के घर फर्नीचर बनाने का कार्य कर रहा था। इस दौरान अनिल के दो अन्य साथी नरेंद्र और प्रेम से मजाक करने पर उसकी झड़प हो गई। गुस्साए अनिल ने इलेक्ट्रिक कटर से दोनों के ऊपर हमला कर दोनों को बुरी तरह से घायल कर दिया था। इलाज के दौरान दोनों की ही मौत हो गई थी।

नरिसंहपुर में घटना के बाद मौके पर जांच करती पुलिस।-फाइल फोटो
नरिसंहपुर में घटना के बाद मौके पर जांच करती पुलिस।-फाइल फोटो

घटना के समय तीनों कारपेंटर नरसिंहपुर में 8-10 दिन पहले काम करने आए थे। घटना की वजह यही सामने आई है कि वह एक-दूसरे को चिढ़ाते थे और काम में टोकते थे। घटना वाले दिन अनिल बहुत अधिक चिढ़ गया था और उन्होंने अपने दोनों साथी पर इलेक्ट्रिक कटर मारकर उनकी हत्या कर दी थी।

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दोहरे कारवास की हुई थी सजा
जेल अधीक्षक राकेश भांगरे के मुताबिक मृतक मध्यम वर्गीय परिवार का था। दोहरे आजीवन कारावास की सजा के लिए कोर्ट में केस नहीं लड़ सकता था। इस कारण से उसे सरकार द्वारा वकील मुहैया कराया गया था। साथी कैदियों के मुताबिक वह पत्नी से मिलने के बाद गुमसुम था और 5 दिनों से कारखाने में काम करने भी नहीं आ रहा था, लेकिन शनिवार को उसने आते से ही आत्महत्या कर ली।

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