बंगाल की खाड़ी में बन रहे लो प्रेशर एरिया और अरब सागर में तैयार हो रहे दूसरे लो प्रेशर की वजह से मध्य प्रदेश में बादल छाने लगे हैं। भोपाल में भी सुबह से बादल और धुंध है। बीच-बीच में फुहार भी पड़ी। बंगाल की खाड़ी में बन रहे लो प्रेशर के कारण बुंदेलखंड, महाकौशल, विंध्य और भोपाल के आसपास बादल छाने के साथ गरज-चमक की स्थिति रहेगी। इसके साथ ही अरब सागर में बन रहे लो-प्रेशर के कारण उज्जैन, ग्वालियर-चंबल संभागों के साथ इंदौर संभागों में ज्यादा पानी गिर सकता है। बादलों ने इंदौर, उज्जैन और रतलाम को भिगोया। इससे सर्द हवाओं ने ठिठुरन बढ़ा दी है।
मौसम वैज्ञानिक पीके साहा ने बताया कि उज्जैन और ग्वालियर-चंबल संभागों में भी कहीं-कहीं अच्छी बारिश होगी। भोपाल में गरज-चमक के साथ बूंदाबांदी होने का अनुमान है। यह स्थिति 1 दिसंबर से 3 दिसंबर तक यानी 72 घंटे तक रहेगी। बादल छंटने के बाद से रात का पारा और नीचे आएगा। हालांकि, अधिकतम तापमान ज्यादा नीचे नहीं आएगा।
इंदौर में तीसरे साल दिसंबर की शुरुआत बूंदाबांदी से
तीन साल से लगातार इंदौर में दिसंबर की शुरुआत बूंदों से हो रही है। विशेषज्ञों के अनुसार अरब सागर और बंगाल की खाड़ी से मिल रही नमी की वजह से बूंदाबांदी हुई। बुधवार शाम साढ़े तीन बजे से शुरू हुई बारिश रात तक जारी रही। इससे दिन का अधिकतम तापमान औसत से 6 डिग्री कम होकर 23.2 डिग्री पर पहुंच गया। न्यूनतम तापमान औसत से 4 डिग्री ज्यादा होकर 16.8 डिग्री दर्ज किया गया। 2019 और 20 में भी दिसंबर की शुरुआत बादलों के साथ हुई थी।
बारिश ने रोकी बारातें
शादियों के सीजन के बीच मौसम बदलने का असर विवाह समारोहों पर भी पड़ा। इंदौर में बायपास, रिंग रोड सहित जितने भी मैरिज गार्डन में शादी समारोह थे, उनमें शाम को शुरू हुई बारिश ने खलल डाला। कई परिवारों ने इसके चलते बारात प्रोसेशन रद्द कर दिए, कई परिवारों को शादियां गार्डन से मैरिज हॉल में शिफ्ट करना पड़ी। अन्नपूर्णा क्षेत्र के एक गार्डन में ऐसी ही शादी में दूल्हा-दुल्हन ने वरमाला जैसी रस्में छतरी लगाकर पूरी कीं। मैरिज गार्डन संचालकों के मुताबिक, बुधवार को 200 से ज्यादा शादी के आयोजन थे, जिनमें बारिश के कारण परेशानी आई।
रतलाम में 24 घंटे से रुक-रुककर बारिश
रतलाम में बारिश से दिन का तापमान 24 घंटे में 6 डिग्री कम हो गया। अधिकतम और न्यूनतम तापमान में सिर्फ 6 डिग्री का अंतर रहा। बुधवार सुबह 8 बजे से बूंदाबांदी होने लग गई थी, जो कि 9.30 बजे तक तेज रिमझिम होने लगी। ऐसा ही सिलसिला दिनभर चला, रात 1 बजे तक कभी तेज तो कभी बूंदाबांदी होती रही। बुधवार को अधिकतम तापमान 20.6 डिग्री व न्यूनतम तापमान 14.6 डिग्री रहा। मंगलवार के मुकाबले अधिकतम तापमान में 6 डिग्री की कमी तो न्यूनतम तापमान में 1 डिग्री की बढ़त हो गई। मंगलवार को अधिकतम तापमान 26.6 डिग्री व न्यूनतम तापमान 13.6 डिग्री रहा था।
यह सिस्टम बन रहा
वर्तमान में कोमरीन सागर-श्रीलंका क्षेत्र में साइक्लोन गतिविधियां सक्रिय हैं, जिससे होकर पूर्व-मध्य अरब सागर तक एक ट्रफ लाइन भी गुजर रही है। पूर्व-मध्य अरब सागर में महाराष्ट्र तट के पास बुधवार को निम्न दाब क्षेत्र सक्रिय होना शुरू हो जाएगा। इससे पहले मंगलवार शाम से बंगाल की खाड़ी में निम्न दाब क्षेत्र सक्रिय होगा। इससे पश्चिमी विक्षोभ प्रभावशाली होकर पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर अगले 48 घंटों में चला जाएगा और अफगानिस्तान के आसपास पछुवा हवाओं के बीच एक ट्रफ के रूप में अपना असर दिखाएगा।
बादल छंटते ही तापमान नीचे आएगा
वैज्ञानिक पीके साहा ने बताया कि अगले 72 घंटे तक बारिश के कारण दिन और रात के तापमान में बढ़ोतरी होगी। साइक्लोन का प्रभाव कम होने से नमी आना बंद हो जाएगी। इससे बादल छंटने से पश्चिमी विक्षोभ के कारण तापमान में गिरावट होगी। हालांकि, दिन के तापमान पर इसका ज्यादा असर नहीं होगा, लेकिन रात का पारा 10 डिग्री सेल्सियस के नीचे तक आ सकता है।
दिसंबर में इस तरह रहेगा मौसम
शहरों में 10 साल में दिसंबर में न्यूनतम तापमान के रिकॉर्ड
शहर | न्यूनतम तापमान | वर्ष |
भोपाल | 4.9 | 28 दिसंबर 2018 |
इंदौर | 5.0 | 17 दिसंबर 2014 |
छिंदवाड़ा | 4.2 | 29 दिसंबर 2019 |
होशंगाबाद | 5.1 | 27 दिसंबर 2014 |
ग्वालियर | 2.1 | 30 दिसंबर 2019 |
सागर | 4.9 | 28 दिसंबर 2018 |
जबलपुर | 4.4 | 28 दिसंबर 2019 |
खजुराहो | 1.9 | 20 दिसंबर 2011 |
पचमढ़ी | -1.5 | 29 दिसंबर 2014 |
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