इंदौर में बीकॉम की छात्रा ने सुसाइड कर लिया। घटना बाणगंगा इलाके की है। छात्रा के पास सुसाइड नोट भी मिला है। जिसमें उसने लिखा- सुना है कि सिर्फ फिल्मों में ही गेम चलता है लेकिन आज असलियत में देख लिया। मेरी फैमिली को परेशान ना किया जाए। मैं अपनी मर्जी से सुसाइड कर रही हूं। इतना लिखकर उसने छत से छलांग लगा दी। जिससे उसकी मौत हो गई।
मृतका का नाम रजनी निलोरे था, वो 20 साल की थी और शहर के एक निजी कॉलेज से बीकॉम सेकंड ईयर की पढ़ाई कर रही थी। उसने पहले हाथ की नस काटने की कोशिश की। इसमें सफल नहीं हुई तो गले की नस को चाकू से काटने की कोशिश की। इतना ही नहीं एसिड पीकर भी खुदकुशी की कोशिश की। जब इन तीनों ही कोशिशों में वो नाकाम रही तो अपने घर की दूसरी मंजिल से छलांग लगा दी। जिससे उसकी मौत हो गई। लड़की की छह महीने पहले महेश्वर में सगाई हुई थी।
मृतका रजनी के पिता नारायण निलोरे सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी करते हैं। मंगलवार सुबह उसके पिता नाइट ड्यूटी कर घर लौटे थे। उसने पहले उन्हें खाना खिलाया। इसके बाद बहुत देर तक पापा से बातें की। दोपहर में जब पापा सोने गए तो वह घर के ऊपर बने कमरे में छोटी बहन के पास चली गई। कुछ देर पढ़ाई की। फिर शाम 5 बजे छत से कूद गई। घर के पीछे कुछ गिरने की आवाज आई। रजनी की दादी ने घर के पीछे जाकर देखा तो वह लहूलुहान पड़ी हुई थी। घटना के समय उसकी मां काम से बाहर गई थी। बुधवार सुबह छात्रा ने अस्पताल में दम तोड़ दिया। पुलिस सुसाइड नोट और परिवार के बयान के आधार पर आगे की जांच कर रही है।
छोटी बहन ने कहा- दीदी ने ऐसा क्यों किया नहीं मालूम
रजनी की छोटी बहन कोमल फर्स्ट ईयर में पढ़ रही है। दोनों बहनें एक साथ कॉम्पिटिटिव एग्जाम की तैयारी कर रही थी। छोटी बहन ने बताया कि दीदी पापा को खाना खिलाकर ऊपर कमरे में आ गई। कुछ देर उसने पढ़ाई की। फिर हम दोनों सो गए। दीदी कभी-कभी पानी पीने उठती थीं। इसलिए कल जब वो उठी तो मैंने ध्यान नहीं दिया। दीदी ने ऐसा क्यों किया मुझे नहीं मालूम। उन्होंने कभी किसी तरह के तनाव का जिक्र भी नहीं किया। परिवार के अनुसार परिवार में किसी तरह का तनाव नहीं था। रजनी पढ़ाई में अच्छी थी। वह प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी कर रही थी।
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