इंदौर में शराब ठेकेदार अर्जुन ठाकुर को गोली मारने वाले गैंगस्टर सतीश भाऊ और चिंटू ठाकुर ने सरेंडर किया था या गिरफ्तार हुए थे। इस पर सवाल खड़ा हो गया है। पुलिस की माने तो उसने आरोपियों को भाेपाल बायपास से गिरफ्तार किया। वहीं, सूत्रों की मानें, तो दोनों आरोपी कनाड़िया थाने में सरेंडर हुए। यहां से उन्हें विजय नगर थाने लाकर लॉकअप में बंद किया गया। सुबह से सरेंडर की उठ रही बातों पर बुधवार दोपहर एसपी आशुतोष बागरी मीडिया के सवालों पर भड़कते नजर आए।
पत्रकारों ने एसपी से यह सवाल किया गया था कि क्या गैंगस्टर सतीश भाऊ कैमरों की निगरानी में रहता था। इस सवाल पर एसपी भड़कते गए और उन्होंने कहा- यह बात हमें नहीं पता तो आपको कैसे पता है आप पर भी सवालिया निशान खड़े होते हैं।
एनकाउंटर के डर से किया सरेंडर
सूत्रों की माने तो 19 जुलाई सोमवार को घटना के बाद सभी आरोपी शहर से फरार हो गए थे। जिसमें मुख्य चिंटु ठाकुर हेमू ठाकुर और गैंगस्टर सतीश भाऊ सबसे पहले उज्जैन भागे थे। उज्जैन से देवास- ग्वालियर- दिल्ली होते हुए वापस सभी आरोपी ग्वालियर आए थे और वहां पर राजनीतिक जोड़ तोड़ कर सरेंडर होना चाहते थे, लेकिन ग्वालियर में कुछ बात नहीं जमी और लगातार पुलिस का दबाव आरोपियों पर बढ़ता जा रहा था। आरोपियों को यह सूचना लग गई थी कि पुलिस उनके एनकाउंटर की तैयारी कर रही है।
इसके चलते उन्होंने बुधवार सुबह पहले विजय नगर आना चाहते थे, लेकिन अचानक प्लान चेंज हो गया और वह बुधवार सुबह 8:30 बजे कनाड़िया थाने पहुंचे। आरोपियों को जिस गाड़ी से उतार कर पुलिस ने अपनी गाड़ी में बैठाया था, उनके साथ कुछ अन्य गाड़ियां भी थीं। इनमें बैठे कुछ लोग वीडियो बना रहे थे। जब पुलिस उन्हें विजय नगर थाने ले आ रही थी तो कुछ गाड़ियां उनके पीछे लग गई। इस पर पुलिस की बहसबाजी भी हुई। पुलिस दोनों को 9:00 बजे विजय नगर थाने लेकर आ गई और तुरंत लॉकअप में बंद कर दिया।
पुलिस ने कहा गिरफ्तार किया
एसपी आशुतोष बागरी के मुताबिक, गोलीकांड के बाद फरार भाऊ, चिंटू, हेमू ठाकुर और भाऊ का शूटर छोटू उर्फ दयाराम ग्वालियर तक आ गए थे। लेकिन यहां से चिंटू और भाऊ अपने शूटर को लेने उज्जैन आ रहे थे। तभी पुलिस को इनकी भनक लगी और टीम इनके पीछे लग गई। ये लोग भोपाल की ओर भाग रहे थे कि भोपाल बायपास पर घेराबंदी कर पकड़ लिया। घेराबंदी के दौरान भाऊ का हाथ और चिंटू का पैर भी फ्रैक्चर हो गया। रात में भाऊ को एमवाय अस्पताल में भर्ती किया गया है। गुरुवार सुबह दोनों आरोपियों को कड़ी सुरक्षा के बीच कोर्ट में पेश किया जाएगा।
गर्लफ्रेंड हेमू की और पकड़ाया चिंटू
पुलिस ने फरार आरोपी हेमू ठाकुर और उसकी गर्लफ्रेंड का मोबाइल सर्विलांस पर डाल रखा था, लेकिन बुधवार सुबह चिंटू ठाकुर पुलिस गिरफ्त में आना बताया जा रहा है। बड़ा सवाल यह उठता है कि फोन यदि हेमू ठाकुर का ट्रेस हो रहा था तो चिंटू ठाकुर कैसे पकड़ा गया।
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