परफ्यूम इंडस्ट्री को बढ़ावा देने के लिए इसेन्शियल ऑयल एसोसिएशन ऑफ इंडिया द्वारा शेरेटन ग्राण्ड पैलेस में 25 मई से तीन दिवसीय ‘इंटरनेशनल कांग्रेस एवं एक्सपो-2022’ का आयोजन किया जा रहा है। एक्सपो में परफ्यूम इंडस्ट्री से देश-विदेश से जुडे 800 से ज्यादा एक्सपर्ट, किसान, साइंटिस्ट आएंगे। समापन 28 मई को होगा।
अध्यक्ष योगेश दुबे ने बताया कि इसेन्शियल ऑयल एसोसिएशन ऑफ इंडिया देश में परफ्यूम इंडस्ट्री के उत्थान की एक बहुत बड़ी संस्था है। इसकी स्थापना वर्ष 1956 में हुई तथा 1 हजार से अधिक सदस्य शामिल हैं। एसोसिएशन ने देश में परफ्यूम इंडस्ट्री को बढ़ावा देने के लिए काफी सराहनीय कार्य किए हैं। इसके लिए हर दो साल बाद इंटरनेशनल कांग्रेस एवं एक्सपो का आयोजन किया जाता है। इसमें परफ्युमरी के क्षेत्र में कार्यरत उद्यमियों तथा प्रमुख रिसर्च सेंटर्स को एक मंच पर एकत्रित कर नई टेक्नोलॉजी की जानकारी, संभावनाओं, समस्याओं व उनके समाधानों पर चर्चा की जाती है।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सांसद सुब्रत पाठक (कन्नौज, उप्र) होंगे जो इस इंडस्ट्री से जुड़े एक मात्र सांसद है। उन्होंने परफ्यूम इंडस्ट्री की समस्याओं के समाधान के लिए बड़े स्तर पर प्रयास किए हैं तथा कन्नौज के इत्र उद्योग व सुगन्ध उद्योग को बढ़ावा दिया है। इंदौर में पहली बार इस एक्सपो का आयोजन किया जा रहा है। 2018 में आखिरी बार बेंगलुरु में आयोजित किया गया था।
मप्र कन्फेक्शनरी में मिलेगी दिशा
सचिव प्रदीप जैन ने बताया कि मध्यप्रदेश में सुगन्धित, औषधीय, हर्बल एवं जड़ी-बूटी उद्योग के लिए व्यापक पैमाने पर संभावनाएं हैं। खुद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान हर्बल एवं प्राकृतिक उद्योग को बढ़ावा दे रहे हैं। ऐसे में मध्य प्रदेश के उद्यमियों को हर्बल, फार्मा, कन्फेक्शनरी एवं खाद्य सामग्री उद्योग को नई दिशा मिलेगी। उद्योगपति अतुल मित्तल ने बताया कि दो दिनों में देश एवं विदेश के सुगंध उद्योग में सम्मिलित सभी निर्माताओं, व्यापारियों, किसानों, टेक्नोक्रैट नेचुरल सुगंध सामग्री को एक साथ, एक मंच पर लाया जाएगा। संगोष्ठी के माध्यम से सभी प्रमुख रिसर्च सेंटर्स के डायरेक्टर्स, एक्सपर्ट्स व उद्योगपतियों द्वारा अगले दो सालों में देश की परफ्यूम इंडस्ट्री को नए आयाम देने के लिए रोड मैप तैयार किया जाएगा।
इंदौर क्लीन सिटी इसलिए चुना
एसोसिएशन के पदाधिकारी सुनील गोयल ने बताया कि दो साल के कोरोना काल के बाद इस बार काफी उम्मीदें हैं। इंदौर स्वच्छता में नंबर 1 होकर साफ-सुथरा शहर है इसलिए एक्सपो के लिए इंदौर को चुना गया है। सुगंध एवं सुरस विकास केन्द्र (कन्नौज) के डायरेक्टर शक्ति विनय शुक्ल ने बताया कि एक्सपो में साइंटिस्ट के लिए प्रेजेंटेशन की व्यवस्था की गई है। कार्यक्रम में केन्द्रीय औषधीय सुगंध पौधा संस्थान (लखनऊ), राष्ट्रीय वानस्पतिक अनुसंधान संस्थान (लखनऊ), उत्तर-पूर्व विज्ञान तथा प्रौद्योगिकी संस्थान (असम), हिमालय जैवसंपदा प्रौद्योगिकी संस्थान (पालमपुर) के अलावा अन्य सीएसआईआर संस्थान, आईसीएआर, एमएसएमई, राज्य सरकार, केंद्र सरकार के संस्थानों के डायरेक्टर्स सहित कुल 21 एक्सपर्टस उपस्थित रहेंगे।
परफ्युमरी इण्डस्ट्रीज की खूबियां
- इस इंडस्ट्री में पहले स्थान पर उप्र, दूसरे पर बिहार व तीसरे पर मप्र (मेंट में) है। इसका 15 हजार करोड़ का सालाना व्यापार है।
- लेमन व खस को अच्छा प्रतिसाद है। हालांकि सबसे बड़ा प्रोडक्ट मैंथा ऑयल है।
- हर साल 40 हजार टन प्रोडक्शन होता है जिसमें से 80 फीसदी से ज्यादा एक्सपोर्ट होता है। खासकर यूरोप, यूएसए में।
- उप्र के मंदिरों में चढ़ाए जाने वाले फूलों को नेचुरव अगरबत्ती बनाने के लिए उपयोग किया जाता है।
- अगरबत्ती नेचुरल व सिंथेटिक परफ्युम से बनाई जाती है। सिंथेटिक में केमिकल नहीं होकर ऐसे तत्व होते हैं जो नुकसान नहीं पहुंचाते।
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