इंदौर TI सुसाइड केस...मुस्लिम बीवी की जुबानी TI की कहानी:मेरे हाथ का बना नॉनवेज उन्हें बहुत पसंद था, शादी कर नाम रेशमा से जागृति कर दिया

इंदौर9 महीने पहलेलेखक: हेमंत नागले

इंदौर TI सुसाइड केस में खुद को हाकम सिंह पवार की तीसरी पत्नी बताने वाली रेशमा शेख ने कई खुलासे किए हैं। अब तक TI के पांच शादियां करने की बात भी सामने आई है। रेशमा ने दैनिक भास्कर को इसके पीछे की कहानी बताई। बता दें, भोपाल के श्यामला हिल्स थाने में पदस्थ TI हाकम सिंह ने 24 जून को इंदौर पुलिस कंट्रोल रूम में खुद को गोली मारी थी। इससे पहले महिला ASI रंजना खाण्डे को गोली मारी थी। रेशमा ने कहा, TI 24 जून की सुबह 7 बजे वो घर से निकल गए थे। बोले थे कि आज तो दो-तीन को निपटा कर ही आऊंगा। पूरा मामला जानने के लिए यहां क्लिक करें

जानिए TI की कहानी रेशमा की जुबानी...

करीब 9 साल पहले मैं गौतमपुरा में मेरे नाना जी के साथ रहती थी। हाकम सिंह गौतमपुरा थाने में ही पोस्टेड थे। चुनाव का माहौल था। वो किसी काम के सिलसिले में एडिशनल एसपी के साथ घर आए थे। एडिशनल एसपी ने उनसे कहा कि रेशमा का नंबर ले लो, जरूरत पड़ी तो इन्हें ही कॉल कर लेना। इसके बाद ईद आई, इसी दौरान हाकम सिंह का मेरे पास कॉल आया। तब मेरी उम्र 19 साल थी। फोन पर ईद की मुबारकबाद देते हुए उन्होंने मुझसे पूछा, तुम नॉनवेज तो बहुत अच्छा बनाती होगी। बस यहीं से रोज बातें होने लगी। पांच महीने गुजर गए। उन्होंने एक दिन मुझसे शादी के लिए पूछा। हाकम सिंह मुझे अच्छे लगने लगे थे, इसलिए मैंने तुरंत हां कर दी। वो मुझे एक मंदिर में लेकर गए, जहां हमने शादी कर ली।

TI की गोली से घायल ASI लग्जरी लाइफ की शौकीन

बैंक से रेशमा के खाते में 5 लाख का आरटीजीएस किया गया था।
बैंक से रेशमा के खाते में 5 लाख का आरटीजीएस किया गया था।

शादी के कुछ दिन बाद हाकम सिंह का ट्रांसफर खुड़ैल थाना हो गया। वो मुझे अपने साथ खुड़ैल ले गए। इंडेक्स मेडिकल कॉलेज के पास गुलमोहर बसेरा अपार्टमेंट में एक रूम लिया था। रूम 4 मल्टी में ग्राउंड फ्लोर पर था। वे सभी जगह मेरा नाम जागृति सिंह पवार लिखवाते थे। मेरा असली नामा रेशमा शेख है। उन्होंने इंदौर के कनाडिया थाने के समीप संचार नगर में भी कमरा ले रखा था। बाद में हम बायपास पर DLF गए, जहां हम लोन लेकर मकान बनाना चाहते थे। मेरे मामा की बेटी को हमने अपनी बेटी बनाकर रखा था। हम उसका नाम कायरा बताते थे।

इंदौर TI सुसाइड केस में 5वीं बीवी...

रेशमा के खाते से पांच लाख रुपए ट्रांसफर हुए थे।
रेशमा के खाते से पांच लाख रुपए ट्रांसफर हुए थे।

पहली पत्नी के बारे में बाद में पता चला

मुझे हाकम सिंह की सीहोर वाली पत्नी सरस्वती के बारे में मालूम था, लेकिन तराना वाली पत्नी के बारे में दो साल बाद पता लगा। एक दिन इनकी यूनिफॉर्म में से एक आधार कार्ड निकला। इसमें दूसरी पत्नी का नाम था। पूछने पर उन्होंने बताया कि सीहोर वाली से लिखा-पढ़ी कर उसे छोड़ दिया था। फिर तराना वाली से शादी कर ली। उसके दोनों बच्चे और किसी के थे, इसलिए उसे भी छोड़ दिया।

इंदौर TI सुसाइड केस में पत्नी समेत 3 नए किरदार

रेशमा ने बैंक के सीसीटीवी फुटेज दिखाए, जिसमें हाकम सिंह बैंक जाते दिख रहे हैं।
रेशमा ने बैंक के सीसीटीवी फुटेज दिखाए, जिसमें हाकम सिंह बैंक जाते दिख रहे हैं।

बात करने के लिए था अलग नंबर

हाकम सिंह ने मुझे रंजना के बारे में कई बार बताया था। वो जब सारंगपुर गए थे, तब से उनके और रंजना दोनों के बीच विवाद चल रहा था। हाकम सिंह के पास एक मोबाइल नंबर ऐसा था, जिसके बारे में सिर्फ मुझे ही पता था। मेरे पास एक दिन रंजना का फोन आया। उसने पूछा क्या आप उज्जैन से बोल रहे हो। मैंने पूछा आप कौन बोल रही हो तो वो थोड़ी देर बाद मुझे गाली देने लगी। मैंने जब कहा कि मैं मेरे पति से बोल दूंगी, तो उसने कहा कि मेरे पास भी रिकॉर्डिंग है। इसके तीन दिन बाद 21 जून को हाकम सिंह घर आए थे। उन्होंने मुझसे बोला की 5 लाख रुपए और गाड़ी किसी को देना है। हम बैंक गए उन्होंने खाते में से पांच लाख रुपए का RTGS भी किया। वो बहुत परेशान थे। बोल रहे थे- किसी ने मेरे नाम की रिपोर्ट डाल रखी है। मेरी नौकरी चली जाएगी।

जिस गाड़ी को लेकर विवाद था वो पहले सीमा जायसवाल के नाम से थी।
जिस गाड़ी को लेकर विवाद था वो पहले सीमा जायसवाल के नाम से थी।

भोपाल से तीन दिन की छुट्टी लेकर इंदौर गए थे TI

हाकम सिंह भोपाल से तीन दिन की छुट्‌टी लेकर आए थे। दो दिन से इंदौर पुलिस कंट्रोल रूम के कॉफी शॉप में किसी से मिलने जा रहे थे। उन्होंने ये बात भी मुझे बताई थी। दोनों दिन बहुत उदास और अनमने से घर लौटे। पहले दिन घर आए तो नॉनवेज खाया। 24 की सुबह 7 बजे वो घर से निकल गए थे। बोले थे कि आज तो दो-तीन को निपटा कर ही आऊंगा। मैंने कहा था कि ऐसा कुछ मत करना। इस पर वो बोले- हम इस घर की रजिस्ट्री जल्दी करवा लेंगे।

क्रेटा गाड़ी बाद में कमलेश खाण्डे के नाम ट्रांसफर हो गई थी।
क्रेटा गाड़ी बाद में कमलेश खाण्डे के नाम ट्रांसफर हो गई थी।

क्रेटा गाड़ी पहले किसी और के नाम पर थी

रेशमा ने बताया, जिस गाड़ी को लेकर विवाद की बात सामने आ रही है, वो पहले सीमा जायसवाल के नाम पर थी। जिसका रजिस्ट्रेशन कार्ड भी रेशमा ने दिखाया, लेकिन गाड़ी कब कमलेश खाण्डे के नाम ट्रांसफर हो गई, इसकी उसे कोई जानकारी नहीं है। वहीं रेशमा ने घरों के एग्रीमेंट भी दिखाए। जिसमें सभी जगह हाकम सिंह का नाम लिखा है। पांच लाख रुपए का आरटीजीएस करने हाकम सिंह जिस दिन बैंक गए थे, उसके सीसीटीवी फोटो भी रेशमा ने मीडिया को दिखाए हैं।

हाकम सिंह पवार के नाम का गोल्ड चेन का बिल, जो उन्होंने रेशमा को दिलवाई थी।
हाकम सिंह पवार के नाम का गोल्ड चेन का बिल, जो उन्होंने रेशमा को दिलवाई थी।
रेशमा के लिए ली गई ज्वेलरी का बिल जागृति के नाम से बनवाया था।
रेशमा के लिए ली गई ज्वेलरी का बिल जागृति के नाम से बनवाया था।