पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के जोन कार्यालय और मैदानी व्यवस्था संभाल रहे आउटसोर्स कर्मचारियों को बर्खास्त कर कॉन्ट्रेक्टर ने नए कर्मचारी जोन पर भेजना शुरू कर दिए हैं। उज्जैन में 50 तो इंदौर में 140 के करीब नए कर्मचारी कॉन्ट्रेक्टर फर्म ने भेजना शुरू कर दिए हैं।
यह नए कर्मचारी जोन पर काम संभालना शुरू कर रहे हैं। बिजली कंपनी ने सबसे पहले उपभोक्ताओं से जुड़े मामले संभालने वाली टोल फ्री व्यवस्था 1912 को व्यवस्थित करना शुरू किया है। यहां पर फिर से उपभोक्ताओं की शिकायत, नए कनेक्शन के आवेदन लिए जा रहे हैं।
5 दिन से उपभोक्ता दफ्तर के काट रहे हैं चक्कर
पिछले पांच दिन से इंदौर सहित प्रदेशभर के 70 हजार से ज्यादा आउटसोर्स कर्मचारी हड़ताल पर हैं। इस कारण बिजली व्यवस्था डगमगा रही है। उपभोक्ता जोन पर अपने मामले लेकर जा रहे हैं, लेकिन िनराकरण मुश्किल से हो रहा है।
सहायक इंजीनियर और जूनियर इंजीनियर को ही सारा काम करना पड़ रहा है। जैसे महालक्ष्मी नगर जोन में बिल सुधार, नया कनेक्शन, बिजली गुल होने की शिकायत, मीटर में खराबी, लोड घटाए या बढ़ाए जाने की शिकायत सहायक इंजीनियर पीके मिश्रा ही सुन रहे हैं। यही स्थिति राजेंद्र नगर जोन की भी है।
सहायक इंजीनियर और जूनियर इंजीनियर ही शिकायत लिख रहे हैं, बिल मांगने पर उपभोक्ता को प्रिंट निकालकर भी दे रहे हैं।
कॉन्ट्रैक्टर फर्म को कार्रवाई की चेतावनी:
बिजली कंपनी के एमडी अमित तोमर का कहना है कि कॉन्ट्रैक्टर को जोन पर व्यवस्था सुचारू कराने का कहा है, दिक्कत हुई फर्म पर कार्रवाई की जाएगी।
Copyright © 2022-23 DB Corp ltd., All Rights Reserved
This website follows the DNPA Code of Ethics.