इंदौर में झगड़े के दौरान दोस्त का बचाव करने में एक बी फार्मा की पढ़ाई कर रहे छात्र की मौत हो गई। पुलिस ने रात में हत्या का मामला दर्ज कर एक आरोपी को हिरासत में लिया है। वही उसके साथियों की तलाश की जा रही है।
TI संजय सिंह बैस के मुताबिक घटना मंगलवार रात करीब 10 बजे गीता भवन मेन रोड़ की है। यहां सुजल राठौर (24) निवासी गणेश नगर पर राज दीप और उसके साथियों ने हमला कर दिया। उपचार के लिए सुजल को एमवाय पहुंचाया गया। यहां उसकी उपचार के दौरान मौत हो गई। मूल रूप से बड़वानी का रहने वाला सुजल इंदौर में किराए से रूम लेकर रहता था।
दोस्त की गर्लफ्रेंड से मिलने पहुंचा था
पुलिस के मुताबिक प्रांरभिक जांच में पता चला है कि सुजल का दोस्त शितिष सोनी अपनी गर्लफ्रेंड से मिलने बाइक पर सुजल को लेकर गीता भवन चौराहे पर पहुंचा था। युवती का पूर्व प्रेमी राजदीप भी वहां मौजूद था। इस दौरान शितिष और राजदीप में विवाद होने लगा। अपने दोस्त की पिटाई होती देख सुजल बीच-बचाव करने पहुंचा। इस दौरान राजदीप और उसके अन्य साथियों ने सुजल की भी जमकर पिटाई की और उसके सिर पर ईंट मार दी। इसके बाद आरोपी मौके से भाग गए। विवाद के बाद यहां पलासिया पुलिस के जवान मौके पर पहुंचे। लेकिन मामूली मारपीट समझ वह पूछताछ कर वापस थाने आ गए। जिसके बाद देर रात अधिकारियों को सुजल की मौत की जानकारी लगी।
दो दिनों से चल रहा था विवाद
सुजल के दोस्त शितिष ओर राजदीप के बीच दो दिनों से विवाद चल रहा था। दोनो की इस मामले में कई बार मोबाइल पर कहासुनी भी हुई थी। मंगलवार को शितिष को चैलेज कर मिलने बुलाया था। जिसमें मारपीट के दौरान राजदीप ओर उसके साथियों ने सुजल के छाती ओर सिर पर ईट मार दी थी। सीने में गंभीर तरह से अंदरूनी चोट लगने के चलते अस्पताल में सुजल की मौत हो गई।
सात बहनों का इकलौता भाई था सुजल
पुलिस ने रात में सुजल के परिवार का नंबर लेकर उन्हें तबीयत बिगड़ने की बात की। जिसके बाद परिवार इंदौर पहुंचा। जहां पिता प्रेम ओर अन्य रिश्तेदारों को हत्या की जानकारी लगी। परिवार के लोगो ने बताया कि सुजल की पहले नौ बहने थे। जिसमें दो की मौत हो गई। सात बहनों में सुजल सबसे छोटा भाई था ओर काफी मन्नतो के चलते परिवार में आया था। पुलिस के मुताबिक इस मामले में राजदीप के साथ अन्य उसके साथियों को भी राउडअप किया गया है।
पिता को थी काफी उम्मीदें
सुजल को लेकर उसके पिता प्रेम को काफी उम्मीदे थी। जिसमें सात बेटियों के बाद बेटे का जनम होने के बाद उसे काफी आगे ले जाना चाहते थे। इसलिये शहर भेजकर पढ़ाना चाहते थे। लेकिन बेटे की मौत की खबर ने उन्हें तोड़ दिया। बड़वानी में सुजल के पिता की ट्रेवल्स की गाड़िया चलती है। उनके परिवार में सुजल से सभी काफी स्नेह रखते थे।
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