भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय को आपने सफेद कुर्ते-पजामे और उस पर जैकेट डाले अक्सर देखा होगा। मगर इंदौर में एक आयोजन ऐसा भी होता है, जिसमें वे वेश बदलकर जनता के सामने आते हैं। कभी विष्णु अवतार तो कभी रॉक स्टार, तो कभी चाणक्य बनकर वे जनता के बीच जा चुके हैं। खास बात यह है कि इंदौर की जनता को इस आयोजन का बेसब्री से इंतजार रहता था। लोग में इस बात को लेकर दिलचस्पी रहती थी कि कैलाश विजयवर्गीय इस बार कौन सा रूप धारण करेंगे। बजरबट्टू का यह सम्मेलन रंगपंचमी के एक दिन पूर्व रात में होता था, जो देर रात तक जारी रहता था।
यह कोई और आयोजन नहीं बल्कि मल्हारगंज थाने के सामने छोटा गणपति मंदिर पर होने वाला बजरबट्टू हास्य कवि सम्मेलन व शोभायात्रा है। हालांकि पिछले दो साल कोरोना के कारण और इस बार स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के काम के चलते सड़क खुदी होने के कारण यह आयोजन स्थगित करना पड़ा है। इसे लेकर जनता में खासी निराशा है।
सचिन बनना रहा सबसे ज्यादा चैलेंजिंग, लेकिन उस रूप को सभी ने खूब पसंद किया
कैलाश विजयवर्गीय ने दैनिक भास्कर ऐप से चर्चा में कहा कि एक बार आयोजकों ने उन्हें बताया कि आपको सचिन तेंदुलकर बनना है। उस साल भारत ने महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में क्रिकेट का वर्ल्ड कप जीता था। बकौल विजयवर्गीय, जब मुझे पता चला कि इस बार मुझे सचिन तेंदुलकर बनना है, तो मैं थोड़ा असमंजस में पड़ गया। क्योंकि सचिन के जैसा दिखना मेरे लिए काफी चैलेंजिंग था। इसके साथ ही मुझे इस बात पर भी शक था कि जनता को मेरा यह रूप शायद ही पसंद आएगा। बहरहाल मैं जनता के बीच सचिन बनकर गया और लोगों ने मेरे उस रूप को भी जमकर सराहा। सभी ने उसे खूब पसंद किया।
अलग-अलग रुपों में नजर आ चुके है विजयवर्गीय
इस आयोजन में भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय कभी भगवान विष्णु का रुप लेकर हाथ में सुदर्शन चक्र के साथ, तो कभी चाणक्य, रॉक स्टार, जादूगर, योद्धा, सचिन तेंदुलकर और सुभाष चंद्र बोस के रुप में भी नजर आ चुके हैं। विजयवर्गीय बजरबट्टू सम्मेलन की शोभायात्रा में हर साल नया रुप बनाकर रथ पर सवार होकर शामिल होते थे। कैलाश विजयवर्गीय क्या बनकर शामिल होने आए हैं, ये देखने के लिए ही हजारों की संख्या में लोग एकत्रित होते थे। शोभायात्रा के दौरान कई बार कैलाश विजयवर्गीय भजनों की प्रस्तुति भी दे चुके हैं।
शोभायात्रा के बाद हास्य कवि सम्मेलन
इस आयोजन में शोभायात्रा में बड़ी संख्या में लोग शामिल होते थे। इसके साथ ही जोरदार आतिशबाजी का नजारा भी यहां देखने को मिलता था। मल्हारगंज थाने के सामने मंच लगाकर हास्य कवि सम्मेलन का आयोजन होता था। इस हास्य कवि सम्मेलन में कई दिग्गज कवि और कवियित्री शिरकत कर चुकी हैं।
Copyright © 2023-24 DB Corp ltd., All Rights Reserved
This website follows the DNPA Code of Ethics.