गर्मी का सीजन एक महीने का और रह गया है। रविवार को दिन का पारा 41.4 डिग्री दर्ज हुआ, जबकि शनिवार रात का तापमान 26.6 डिग्री रिकॉर्ड हुआ। हालांकि तेज गर्मी के लिए पहचाने जाने वाले रोहिणी (नौतपा) के नौ दिन अभी बचे हैं। पिछले पांच साल से रोहिणी भीग रही है। इस बार इन नौ दिन में बारिश तय है। एक रोचक बात यह भी है कि इस महीने में तीन दिन पारा 43 डिग्री या इससे अधिक रहा है, लेकिन रोहिणी में इस स्तर पर जाने के आसार नहीं हैं।
पारा 39 से 42 डिग्री के बीच यानी सामान्य ही रहने वाला है। इस बार मानसून 15 से 17 जून के बीच सक्रिय होने के आसार हैं। केरल में मानसून अपनी निर्धारित तारीख 1 जून को ही आएगा। मौसम विभाग के मुताबिक केरल में मानसून सक्रिय होने के बाद मप्र आने में 15 दिन लगते हैं। कुछ मापदंड भी हैं जिनके आधार पर मानसून घोषित होता है। चार इंच बारिश, हवा की दिशा दक्षिण-पश्चिमी बनी रहना प्रमुख है।
दो साल से औसत से अधिक बारिश
कोरोना के दो साल यानी 2020 और 2021 में बारिश औसत से अधिक हुई है। 2020 में जहां 53 इंच पानी गिरा था, वहीं 2021 में 40 इंच बारिश हुई है। जून से लेकर अक्टूबर तक मानसून सक्रिय रहा है। इंदौर की औसत बारिश 35 इंच मानी जाती है। हालांकि अधिकृत आंकड़ा दो दशक पुराना है। अब इंदौर की आबादी बहुत अधिक हो गई है। इस हिसाब से औसत बारिश की जरूरत 40 इंच होना चाहिए।
दो साल से खाली नहीं हो रहे तालाब
2020 और 2021 में औसत से अधिक बारिश होने का फायदा शहर को उन दो प्रमुख तालाबों के भरे होने के रूप में मिल रहा है, जिनसे पानी की आपूर्ति होती है। 19 फीट क्षमता वाले यशवंत सागर में इस वक्त 13 फीट पानी भरा है, जबकि 34 फीट क्षमता वाले बिलावली तालाब में 19.4 फीट पानी है। बड़ा सिरपुर तालाब में भी 9 फीट पानी भरा है। इस बार सामान्य बारिश भी हुई तो तालाबों से 2023 तक पानी मिलता रहेगा।
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