कोरोना के नए वैरिएंट पर इंदौर कलेक्टर मनीष सिंह ने चेतावनी दी है। उन्होंने कहा है कि आशंका है कि कोरोना का नया वैरिएंट आ गया हो। उन्होंने इंदौर को चेतावनी देते हुए कहा कि ओमिक्रॉन तेजी से फैलने वाला वायरस है। अगर ये फैला तो 50 से 500 मरीज होने में देर नहीं लगेगी।
उन्होंने कहा है कि पड़ोसी राज्यों में ओमिक्रॉन आ चुका है। ऐसे में इनकार नहीं किया जा सकता कि इंदौर में भी ओमिक्रॉन आ गया हो। क्योंकि, यहां जीनोम सीक्वेंसिंग देरी से हो रही है। अगर इंदौर में नया वैरिएंट आ गया हो, तो इसका स्प्रेड बहुत तेजी से होगी। ऐसे में सभी को सावधानी बरतना बेहद जरूरी है। कलेक्टर ने विदेश से आए हर यात्री का टेस्ट कराने और अस्पताल में पर्याप्त दवाओं की व्यवस्था की जाए।
कलेक्टर ने सोमवार को संबंधित अधिकारियों की बैठक ली। बैठक में नगर निगम कमिश्नर, जिला पंचायत CEO, सभी एडीएम, एसडीएम, तहसीलदार, नायब तहसीलदार, नगर निगम के जोनल अधिकारी, मुख्य नगर पालिका अधिकारी, सीएमएचओ सभी ZMO, BMO, RRT और सैंपलिंग टीमें मौजूद रहीं।
बिना मास्क बाहर निकलना खतरे से खाली नहीं
कलेक्टर ऐसे में बिना मास्क घर से निकलना खतरे से खाली नहीं है। खुद की और दूसरों की सुरक्षा के लिए जरूरी है कि लोगों को मास्क पहनने व दूसरा डोज लगाने के लिए प्रेरित करें। उन्होंने कहा कि बीते एक माह में विदेशों से जो लोग आए हैं, उनकी सैंपलिंग की जाए। जो नहीं मिल रहे हैं, उन्हें हर संभव कोशिश कर तलाशें और सैंपल टेस्टिंग के लिए भेजें।
कलेक्टर ने अधिकारियों को सैंपलिंग बढ़ाने के निर्देश दिए हैं। साथ ही, तीसरी लहर के मद्देनजर अस्पतालों खासकर सरकारी MRTB, MTH व अन्य में पर्याप्त बेड, दवाइयां, किट आदि व्यवस्थाओं को बनाए रखने पर जोर दिया है। राधा स्वामी कोविड सेंटर में बेड संख्या बढ़ाने और तैयारियां रखने को कहा है। जिन अस्पतालों में 50 बेड से ज्यादा की संख्या है, उन अस्पतालों को कुछ बेड कोविड के लिए रिजर्व रखने को कहा गया है।
ये दिए निर्देश
कलेक्टर ने RRT की संख्या बढ़ाने को कहा है। अस्पतालों में सैंपलिंग में किसी प्रकार की देरी न हो, इसके लिए रैपिड, RTPCR की पर्याप्त किट रखने की व्यवस्था बनाए रखने को कहा है। दूसरे डोज के करीब 2.80 लाख लोग (10 फीसदी) बचे हैं, उन्हें भी जल्द से जल्द पूरा करने को कहा है। ग्रामीण क्षेत्रों में भी विशेष ध्यान रखने की बात कही है। अधिकारियों को कहा गया है जिन लोगों ने दूसरे डोज की वैक्सीन नहीं लगाई है, उन्हें लगवाने के लिए प्रेरित करें।
गुजरात, महाराष्ट्र, राजस्थान व दिल्ली से संपर्क ज्यादा, इसलिए सावधानी जरूरी
कलेक्टर ने कहा कि इंदौर तो गुजरात, महाराष्ट्र, राजस्थान व दिल्ली से बहुत ज्यादा कनेक्टेड है। यहां से हजारों की संख्या में वाहन रोज वाहन आते हैं। अगर वायरस की प्रेजेंस पुणे या महाराष्ट्र में कहीं है, तो माना जा सकता है कि इंदौर में होगी या जल्दी होने वाली होगी। सभी संबंधित विभागों को सतर्क किया है। ग्रामीण क्षेत्रों में जो कोविड केयर सेंटर बने थे, दो से तीन दिन में इन्हें फिर से स्थापित किया जाए।
395 लोगों की जानकारी मांगी
शुरुआती दौर में स्वास्थ्य विभाग को दो बार राज्य शासन से विदेशों से आए लोगों की सूची मिली थी, जिनमें 272 लोग थे। इसके बाद और भी नई सूची मिली है। कुल मिलाकर अब तक 395 लोगों की जानकारी है। ये वे लोग हैं, जो 1 नवंबर से 30 नवंबर तक विदेशों से इंदौर आए हैं।
ये लोग अमेरिका, UK, नॉर्वे, स्वीडन आदि देशों से दिल्ली, हैदराबाद, मुंबई, गोवा होते हुए इंदौर पहुंचे हैं। इनकी सैंपलिंग के लिए 38 टीमें जुटी हैं। हर टीम में एक डॉक्टर, एक स्टाफ नर्स व एक लैब टेक्नीशियन हैं। करीब एक हफ्ते में इनमें से 216 लोगों के RTPCR सैंपल लिए गए। बताया जाता है कि ये सभी नेगेटिव हैं, लेकिन अभी इसकी आधिकारिक जानकारी नहीं दी गई है। खास बात यह है कि अन्य 95 लोग तो ऐसे हैं, जो इंदौर आए लेकिन अब कहां हैं, इनकी लोकेशन ही ट्रैस नहीं हो रही है।
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