देह व्यापार में पकड़ाए तस्कर विजय दत्त उर्फ मोमिनुल के पकड़े जाने की कहानी किसी फिल्म से कम नहीं है। विजय नगर पुलिस मुंबई के नालासोपारा में विजय दत्त को पकड़ने में लगी थी। मौका देख विजयदत्त ने इंदौर भाग आया। शक ना हो, इसके लिए उसने बस की तीन टिकट बुक करवाई थी।
आईजी हरिनारायण चारी मिश्र लगातार मामले में नजर बनाए हुए थे। लगातार बड़ी जांच एजंसियों से संपर्क में थे। उन्होंने इसे ‘ऑपरेशन तलाश’ नाम दिया। विजय नगर पुलिस को इसकी जिम्मेदारी सौंपी गई। टीआई ने 4 सदस्यीय टीम जिसमें एसआई प्रियंका शर्मा, हेड कॉन्स्टेबल भरत बड़े, कॉन्स्टेबल कुलदीप और कॉन्स्टेबल उत्कर्ष मुंबई शामिल थे।
पुलिसकर्मियों ने नकली आधार कार्ड भी बनवाए
चारों ने मुंबई जाने के लिए नकली आधार कार्ड बनाए, जिसमें नाम और पते अन्य शहर के थे, जिससे गिरोह को शक ना हो। कमरा किराए से लेने के बाद चारों ने एक अन्य बांग्ला भाषा बोलने वाले को साथ रखा, जिससे जब भी गिरोह के सदस्यों से बात करना होता, तो बंगाली बोलने वाल व्यक्ति बात करता था। रोजाना 100 से अधिक फोन कर विजय दत्त तक जानकारी पहुंचाई कि कोई बांग्लादेशी युवती को बेचने की फिराक में घूम रहा है।
मोमिनुल एक मोबाइल और सिम को दो दिन चलाता था। इसके बाद बदल देता था। इस कारण पुलिस उसकी लोकेशन ट्रैस नहीं कर पाती थी। पुलिस के साथ बांग्ला भाषा बोलने वाले युवक ने पांचवें दिन महिला एसआई की फोटो विजय को भेजा। वहीं 5 हजार रुपए में सौदा तय हुआ, का फोटो देख विजयदत्त को शक हो गया। सौदा करने से मना करके इंदौर भाग निकला। टीम ने यह जानकारी इंदौर पुलिस को दी।
बस की तीन टिकट बुक करवाई थीं
मुंबई से इंदौर आने के लिए विजय दत्त ने बस की तीन टिकट बुक करवाई थीं, जिससे किसी को शक न हो। पुलिस को लगे कि कोई व्यक्ति परिवार के साथ सफर कर रहा है।
युवतियों के कपड़े सूखते मिलने से हुआ शक
सूचना पर एसपी आशुतोष बागरी ने खुफिया के जवानों को सक्रिय कर दिया। इंदौर-उज्जैन रोड पर बनी कालिंदी गोल्ड पर जवानों को लगा दिया। इलाके में घूमते हुए पुलिस को एक घर के बाहर 10 से अधिक युवतियों के कपड़े सूखते मिले। वहीं पुलिस की एक टीम टॉवर लोकेशन देख रही थी। उन्हें भी एक घर में 10 मोबाइल एक साथ लोकेशन मिलने पर शक हुआ। पुलिस ने दबिश दी और आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।
इंदौर का दलाल सैजल करोड़ों का आसामी
इंदौर का रहने वाला सैजल सितलानी उर्फ राकेश ने कुछ साल पहले मुंबई के तस्कर जीवन बाबा की बेटी से शादी की थी। इसके बाद वह इंदौर आ गया। यहां ससुर ने उसे देह व्यापार में शामिल कर लिया। उसने लड़कियों की तस्करी शुरू कर दी। वतर्मान में सैजल का लसूड़िया क्षेत्र में करोड़ों का बंगला है। यहां से वह अपना व्यापार संचालित करता था।
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