प्रतिबंधित संगठन PFI (पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया) की ओर से इंदौर की कोर्ट में जासूसी कर रही सोनू मंसूरी के लॉ स्टूडेंट होने का पता चला है। पूछताछ के बाद पुलिस ने उसे रविवार को कोर्ट में पेश किया। जहां से उसे 3 दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया। उधर, इस युवती को लेकर इंटेलीजेंस की टीम भी पड़ताल में जुट गई है। युवती के परिजन का कहना है कि हमें नहीं पता सोनू इंदौर में क्या कर रही थी।
आरोपी युवती सोनू मंसूरी हिंदू संगठन से जुड़े लोगों के केस में चल रही सुनवाई के दौरान प्रोसिडिंग के फोटो-वीडियो बना रही थी। सोनू देवास के शासकीय लॉ कॉलेज की स्टूडेंट है। इस संबंध में उसने पुलिस को अपने कॉलेज का आईडी कार्ड भी सौंपा है। शनिवार को कोर्ट में फोटो-वीडियो बनाते समय वकीलों की शिकायत पर एमजी रोड पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया था।
PFI और पीस पार्टी को उपलब्ध कराती है फोटो-वीडियो
सोनू मंसूरी ने पुलिस को बताया कि वह सहयोगी अधिवक्ता नूरजहां खान के साथ न्यायालय में उपस्थित होती है। आवेदन लगाने का काम करती है और प्रकरण की निगरानी करती है। प्रकरण में हुई सभी बातें जैसे बहस, तथ्य आदि अपनी साथी नूरजहां खान के साथ मिलकर PFI व पीस पार्टी से जुड़े लोगों को उपलब्ध करवाती है। बता दें, केंद्र सरकार ने राष्ट्र विरोधी गतिविधियों के चलते करीब 5 माह पहले पीएफआई को प्रतिबंधित किया है।
आरोपी युवती के छह भाई-बहन, इसके काम से सब अनजान
सोनू के पकड़ाने के बाद उसके परिवार के लोग कसरावद से इंदौर के एमजी रोड थाने पहुंचे थे, लेकिन पुलिस ने उन्हें सोनू से मिलाए बिना लौटा दिया। परिवार के लोग पुलिस के सामने यह बताते रहे कि उन्हें पता ही नहीं है कि सोनू मंसूरी इंदौर में क्या कर रही है। सोनू के परिवार में उसकी छह बहनें और एक भाई है। वह सबसे छोटी है। सभी कसरावद (खरगोन) में रहते हैं। सोनू के गिरफ्तार होने की सूचना मिलने पर उसका भाई शनिवार को थाने आया था। पुलिस ने यहां उससे आने की वजह पूछी तो भाई ने कहा कि हमारे परिवार में किसी को पता ही नहीं है कि सोनू यहां क्या कर रही है। सोनू इंदौर में कब से रह रही है और किन लोगों के संपर्क में है।
दिल्ली के वकीलों से बात करने के बाद ही पुलिस को दिए बयान
सोनू मंसूरी की गिरफ्तारी के बाद शनिवार शाम को ही तीन लोग एमजी रोड थाने पहुंचे। सोनू ने इनसे बात करने के बाद ही अपने बयान पुलिस को दर्ज कराए थे। इधर, वकीलों का दावा है कि सोनू मंसूरी और एडवोकेट नूरजहां खान के अलावा दिल्ली के कुछ सीनियर वकील भी कोर्ट परिसर में मौजूद थे, लेकिन मामला बिगड़ने के बाद नूरजहां सहित अन्य वकील कोर्ट परिसर से चले गए।
वकील नूरजहां को तलाश रही पुलिस, उससे भी होगी पूछताछ
एमजी रोड पुलिस वकील नूरजहां की भी तलाश कर रही है। पुलिस को पता चला है कि नूरजहां का कोर्ट में भी कई वकीलों से विवाद होता रहता है। पुलिस के मुताबिक उन्हें वकीलों ने बताया कि नूरजहां का आचरण विवादित ही रहा है। कोर्ट में भी कई महिला वकीलों से बहस हो चुकी है। नूरजहां ने कई बार सोशल मीडिया पर विवादित पोस्ट की थी। जिसे बार एसोसिएशन डिलीट कराई। नूरजहां इंदौर में कई सालों से प्रैक्टिस कर रही है और बार एसोसिएशन में कार्यकारिणी का चुनाव भी लड़ चुकी है।
कोर्ट में जासूसी: महिला बोली- हिंदू-मुस्लिम केस की जानकारी PFI को पहुंचाती हूं
इंदौर में 25 जनवरी को पठान मूवी का विरोध कर रहे एक संगठन के लोगों का धर्म विरोधी नारेबाजी का एक वीडियो वायरल हुआ था। इस मामले में मुस्लिम संगठनों ने नाराजी जताते हुए चंदन नगर थाने का घेराव किया था। इसके बाद छत्रीपुरा थाने में शिकायत की थी। पुलिस ने शिकायत के आधार पर केस दर्ज कर हिंदूवादी संगठन के कुछ पदाधिकारियों को गिरफ्तार किया था। इस मामले में शनिवार को गिरफ्तार पदाधिकारियों की पेशी कोर्ट में की गई।
इंदौर की जिला काेर्ट में धर्म विरोध नारेबाजी के मामले में शनिवार को सुनवाई हुई। इस दाैरान फोटो-वीडियो बना रही संदिग्ध महिला सोनू मंसूरी काे पकड़ा गया। वह वकील की यूनिफॉर्म में थी। उसके पास से 1.16 लाख रुपए नकद जब्त हुए। पुलिस काे दिए बयान में उसने बताया कि महिला अधिवक्ता नूरजहां खान के कहने पर उसने ऐसा किया था। ये सारे वीडियो वो प्रतिबंधित संगठन PFI (पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया) के लिए जुटा रही थी।
एमजी रोड थाना टीआई संतोष यादव के मुताबिक द्वारकापुरी के रहने वाले अभिभाषक संघ के सदस्य सुरेन्द्र सिंह की शिकायत पर फर्जी वकील सोनू मंसूरी (23) पिता सुपडु मंसूरी निवासी सुनिकेत अपार्टमेंट, आनंद बाजार, इंदौर और वकील नूरजहां के खिलाफ 410, 420, 120 बी के तहत केस दर्ज किया है। गिरफ्तार युवती को रविवार को कोर्ट में पेश किया गया। यहां से उसकी रिमांड लेकर पूछताछ की जाएगी। इधर, सिर तन से जुदा करने के नारे लगाने के मामले में पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पहले जानिए क्या है पूरा मामला
अब 3 स्लाइड में प्रतिबंधित संगठन PFI के बारे में जान लीजिए...
कैसे हुई विवाद की शुरुआत, यहां पढ़ें सिलसिलेवार खबरें...
धर्म विरोधी नारे लगाने पर भड़का मुस्लिम समुदाय: सैकड़ों युवा पहले चंदन नगर फिर छत्रीपुरा थाने पहुंचे
इंदौर में चंदन नगर और छत्रीपुरा थाने घेराव किया गया। इसके अलावा खजराना, बड़वाली चौकी सहित कई थाना क्षेत्रों में चक्का जाम भी किया गया। बुधवार दोपहर मुस्लिम समुदाय के युवा बड़ी संख्या में पहले चंदन नगर थाने पहुंचे। यहां धर्म विरोधी नारे लगाने वालों के खिलाफ FIR दर्ज करने की मांग की, लेकिन पुलिस ने कहा कि ये मामला छत्रीपुरा थाने में आता है। इसलिए वहीं जाएं, तब मुस्लिम युवकों का एक दल छत्रीपुरा थाने पहुंचा। यहां पुलिस ने अज्ञात युवक पर धारा 505 के तहत केस दर्ज कर लिया है। घटनाक्रम शाहरुख खान की मूवी पठान के विरोध प्रदर्शन के बाद शुरू हुआ। विवाद करने वालों ने लगाए नारे, हमें बदनाम करने की साजिश...
देवास में लगे 'सिर तन से जुदा' के नारे:धर्म विरोधी नारे लगने के खिलाफ प्रदर्शन
शाहरुख खान स्टारर पठान मूवी का रिलीज के दिन हिंदूवादी संगठनों ने भोपाल के सिनेमाघरों में हनुमान चालीसा का पाठ किया। सिनेमाघरों में शो कैंसिल कर दिए गए। इंदौर के सभी मल्टीप्लेक्स और सिनेमाघरों में भी शो कैंसिल करना पड़ा। दर्शकों को लौटा दिया गया। इधर इंदौर में विरोध प्रदर्शन के दौरान धर्म विरोधी नारे लगने का आरोप लगाकर मुस्लिम समुदाय के लोगों ने थाने का घेराव किया। देवास में भी मुस्लिम समाज ने एसपी ऑफिस का घेराव किया, इसी दौरान 'सिर तन से जुदा' के नारे लगे। यहां पढ़ें क्या हुआ था प्रदर्शन के दौरान...
छत्रीपुरा में धार्मिक नारेबाजी करने वाले चार गिरफ्तार
शाहरुख खान की मूवी पठान के विरोध के दौरान बुधवार को इंदौर में कुछ विवादास्पद नारे लगे। इसके बाद उपजे साम्प्रदायिक तनाव को लेकर छत्रीपुरा पुलिस ने चार युवकों की पहचान कर उन्हें गुरुवार को हिरासत में ले लिया। वहीं बड़वाली चौकी पर भीड़ इकट्ठा कर नारेबाजी करने वालों के खिलाफ सदर बाजार पुलिस ने केस दर्ज किया है। इधर चंदन नगर में भी एक हिंदूवादी संगठन के कार्यकर्ता से फिल्म के दौरान नारेबाजी करने पर मुस्लिम युवकों ने मारपीट की। जिसमें पुलिस ने एक मुस्लिम युवक और उसके साथियों को आरोपी बनाया है। सिपाही की शिकायत पर भीड़ पर केस...
शहर को जलाने की धमकी देने वाला पकड़ाया
इंदौर के बड़वाली चौकी में भीड़ इकट्ठा कर उन्हें भड़काकर शहर जलाने की बात करने वाले एक आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। उसकी पहचान वायरल वीडियो से ही की गई थी। आरोपी ने भीड़ में शहर को जलाने की धमकी भी दी थी। पास में खड़े साथियों को एक दिन पहले ही पुलिस ने पकड़ा था। जो सर तन से जुदा करने के नारे लगा रहे थे। पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें...
PFI पर 5 साल का बैन:सरकार बोली- इनकी गतिविधियों से सुरक्षा को खतरा
केंद्र सरकार ने पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया, यानी PFI को 5 साल के लिए बैन कर दिया। PFI के अलावा 8 और संगठनों पर कार्रवाई की गई है। इन सभी के खिलाफ टेरर लिंक के सबूत मिले हैं। केंद्र सरकार ने यह एक्शन (अनलॉफुल एक्टिविटी प्रिवेंशन एक्ट) UAPA के तहत लिया है। सरकार ने कहा, PFI और उससे जुड़े संगठनों की गतिविधियां देश की सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा हैं। पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें...
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