ओमिक्रान और कोविड के बढ़ते खतरे के बीच आज से टीनएजर्स को वैक्सीनेट करने का अभियान शुरू हो रहा है। जबलपुर में 258 सेंटर्स बने हैं। 102 शहर में तो 156 ग्रामीण क्षेत्रों में बने हैं। हेल्थ विभाग ने 67 हजार का लक्ष्य रखा है। वैक्सीनेशन के लिए ऑन द स्पॉट रजिस्ट्रेशन होगा। 300 बच्चों पर एक सेंटर बनाया गया है। वैक्सीनेशन से जुड़े हर सवाल का जवाब जिला वैक्सीनेशन अधिकारी डॉ. शत्रघुन दाहिया ने दिया।
Q जबलपुर में कितने टीनएजर्स को टीके लगेंगे?
जबलपुर में 1.18 लाख टीएनजर्स को टीके लगने हैं। इसमें 540 स्कूलों में 93 हजार बच्चे हैं। 25 हजार शालात्यागी बच्चे हैं। उन्हें आंगनबाड़ी केंद्रों पर टीके लगेंगे।
Q वैक्सीन लगवाने के लिए क्या करने होंगे?
10 हजार 500 टीएजर्स ने कोविन पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन कराए हैं। इसके अलावा आज भी वे ऑनलाइन, या ऑन द स्पॉट रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं। क्लास टीचर को रजिस्ट्रेशन कराने की जवाबदारी सौंपी गई है।
Q रजिस्ट्रेशन के लिए क्या करने होंगे?
वर्ष 2007 तक जन्म हुआ हो। आधार, समग्र, पासपोर्ट, स्कूल की फोटो आईडी, स्कूल का यूनिक दाखिला खारिज नंबर को पहचान के तौर पर लगा सकते हैं।
Q सेंटर बनाने का क्या मानक है और कौन लोग रहेंगे?
300 बच्चों पर एक सेंटर बनाया गया है। हर सेंटर पर एक नर्स, एक ऑपरेटर, क्लास टीचर्स और स्कूल के प्रिंसिपल को नोडल अधिकारी बनाया है। बड़े स्कूल में एक डॉक्टर नहीं तो पांच सेंटर के बीच एक डॉक्टर का मुवमेंट बना रहेगा।
Q किस स्थिति में वैक्सीन न लगवाए?
बीमार होने, सर्दी, खांसी बुखार से पीड़ित होने पर। किसी पुरानी बीमारी से ग्रसित होने या एलर्जी होने वाले बच्चों को वैक्सीन नहीं लगाई जाएगी।
Q वैक्सीन लगाने से पहले क्या करें और बाद में क्या करें?
वैक्सीनेशन से पहले टीचर बच्चों को अपने सामने लंच कराएंगे। फिर वैक्सीन लगेगी। इसके बाद आधे घंटे तक वे निगरानी में रहेंगे। इस दौरान बुखार की दवा दी जाएगी। वैक्सीनेट बच्चों को अगले दिन का अवकाश दिया जाएगा।
Q आकस्मिक परेशानी महसूस करने पर क्या करना होगा?
तुरंत 108 एम्बुलेंस को बुलाएं। इसकी सूचना टोल-फ्री नंबर 1075 पर दें। सभी सिविल अस्पताल, सीएचसी, पीएचसी, विक्टोरिया व मेडिकल कॉलेज में इलाज की विशेष सुविधा रहेगी।
Q बच्चों को को-वैक्सीन ही क्यों?
इसका ट्रॉयल हो चुका है। देश में कोविड की तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए टीनएजर्स को जल्द वैक्सीनेशन का लक्ष्य रखा गया है। 28 दिन के 15 जनवरी के अंदर सभी बच्चे वैक्सीनेट हो जाएंगे।
Q बच्चों को कितने दोज लगेंगे?
को-वैक्सीन के दो डोज लगंगे। न्यूनतम 28 और अधिकतम 42 दिन का अंतर जरूरी है। एक डोज के तौर पर 0.5 एमएल वैक्सीन लगेंगी।
Q पीरियड के दौरान क्या लगवा सकते हैं?
यह वैक्सीन पूरी तरह से सुरक्षित है। पीरियड के दौरान भी इसे लगवाया जा सकता है। दाहिने या बाएं बाजू की मांसपेश में लगेगी। टीका दर्द रहित है।
Q कोई साइड इफेक्ट तो नहीं आएगा?
अभी तक कोई गंभीर साइड इफेक्ट तो नहीं हुआ है। कुछ लोगों को टीके स्थान पर सूजन, लालिमा, हल्की खुजली, हल्का दर्द या बुखार होता है, जो 24 घंटे में स्वयं ठीक हो जाता है।
बच्चों के वैक्सीनेशन की शहर में ये बने सेंटर्स-
ग्रामीण क्षेत्रों में यहां बच्चों के लिए बने सेंटर्स-
बच्चों के सेंटर में बड़ों की इंट्री नहीं
बच्चों के लिए बनाए गए सेंटर्स पर 18 प्लस वालों को वैक्सीन नहीं लगेगी। इसके लिए शहर में विक्टोरिया अस्पताल से लेकर सिविल लाइंस और ग्रामीण क्षेत्रों में सीएचसी-पीएचसी पर नियमित वैक्सीनेशन के सेंटर्स चालू रहेंगे।
प्रभारी मंत्री करेंगे मनमोहन नगर में वैक्सीनेशन का शुभारंभ
मनमोहन नगर में प्रभारी मंत्री गोपाल भार्गव तीन बजे अनाथालय के टीनएजर्स को वैक्सीन लगवा कर इस अभियान का शुभारंभ करेंगे। इससे पहले वे दोपहर सवा दो बजे कलेक्ट्रेट में आपदा प्रबंधन समिति की बैठक लेंगे और कोविड की तीसरी लहर से बचाव के लिए किए जा रहे इंतजामों की समीक्षा करेंगे। शाम 5.45 बजे जबलपुर से श्रीधाम एक्सप्रेस द्वारा भोपाल रवाना होंगे।
नौ जनवरी तक वैक्सीनेशन लगाने का लक्ष्य
कलेक्टर कर्मवीर शर्मा ने नौ जनवरी तक सभी टीनएजर्स को वैक्सीनेट करने का लक्ष्य रखा है। सभी कोवैक्सीन की पहली डोज के 28 दिन बाद दूसरी डोज लगेगी। शत प्रतिशत वैक्सीनेशन के लिए घर-घर संपर्क अभियान चलाया जाएगा
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