जबलपुर के जिला अस्पताल में क्लब फुट से पीड़ित डिंडोरी जिले के आठ बच्चों में से चार का इलाज शुरू हो गया। चारों बच्चों का पोनसेट्टी तकनीक से तीन से चार चरणों में सर्जरी होगी। पहले चरण में इन बच्चों के पैरों में प्लास्टरिंग की गई है। सभी आठ बच्चे अपने परिजनों के साथ जिला अस्पताल (विक्टोरिया हॉस्पिटल) पहुंचे थे।
बच्चों के टेढ़े-मेढ़े पैरों (क्लब फुट) की सर्जरी राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत शासन के खर्च पर की जाएगी। पोनसेट्टी तकनीक से क्लब फुट की सर्जरी की सुविधा संभाग में सिर्फ जिला अस्पताल जबलपुर और मेडिकल अस्पताल में ही उपलब्ध है। डिंडौरी से आए इन बच्चों में से चार बच्चों के पहले चरण का इलाज डॉ. नवीन कोठारी और डॉ. केके वर्मा द्वारा किया गया। चार बच्चों का उपचार रविवार से शुरू होगा।
बच्व्चों और परिजनों के इलाज सहित ठहरने और भोजन की भी व्यवस्था
कलेक्टर कर्मवीर शर्मा के निर्देशों पर सभी आठ बच्चों और उनके परिजनों के ठहरने सहित भोजन की व्यवस्था जिला अस्पताल द्वारा की गई है। क्लब फुट के पहले चरण का इलाज प्रारंभ किए जाने के बाद क्षेत्रीय संचालक स्वास्थ्य डॉ. संजय मिश्रा, सीएमएचओ डॉ. रत्नेश कुररिया और सिविल सर्जन डॉ. राजकुमार चौधरी ने बच्चों के परिजनों से मिलकर उनका हाल जाना।
तीन माह से 8 वर्ष के बच्चे हैं टेढ़े मेढ़े पैरों से पीड़ित
डॉ. कोठारी के मुताबिक क्लब फुट से पीड़ित बच्चों की पोनसेट्टी तकनीक से सर्जरी तीन से चार चरणों में की जाती है। डीपीएम सुभाष शुक्ला ने बताय कि डिंडौरी जिले से जो बच्चे क्लब फुट के ऑपरेशन के लिए जिला अस्पताल जबलपुर गए हैं उनमें मालती (13) पिता नर्मदा मरावी, लव (06 माह) पिता सेतु निवासी ग्राम दुहनिया विक्रमपुर, अभिलाषा (8) पिता नकुल निवासी ग्राम मानपुर समनापुर शामिल हैं।
इसके अलावा मातेश्वरी (8) पिता सुंदर सिंह निवासी करनपुरा अमरपुर, रिया (8) पिता संतोष यादव निवासी मिठोरी अमरपुर, रियांश (05 माह) पिता विवेक ठाकुर निवासी ग्राम लुकामपुर विक्रमपुर, आसमी (8) पिता जयसिंह निवासी ग्राम आलोनी अमरपुर और तुलसा (3) पिता प्रीतम प्रजापति निवासी मेंहदवानी शामिल हैं। इसमें से आसमी मरावी, प्रियांशा ठाकुर, तुलसा प्रजापति और मालती मरावी का शनिवार को प्रारंभिक चरण का उपचार शुरू कर दिया गया।
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