पन्ना के भखुरी के निवासी का आर्टिफिशल पैर लगवाकर धर्मपुर थाना प्रभारी सुधीर बेगी ने मानवता की मिसाल पेश की है। भखुरी निवासी राधिका प्रसाद पटेल को पैर में बोन कैंसर हो गया था। कैंसर फैल न जाए इसलिए उनका पैर काट दिया गया था।
धर्मपुर थाना प्रभारी सुधीर बेगी ने राधिका प्रसाद को अपने पास बुलाकर कहा कि वो उनकी मद्द करेंगे। फिर थाना प्रभारी सुधीर ने राधिका प्रसोद को जयपुर भेजकर उनका आर्टिफिशल पैर लगवाया।
कैसे मिला राधिका प्रसाद को पैर
राधिका प्रसाद ने बताया कि उनको बोन कैंसर हो गया था। जबलपुर में उनका इलाज चल रहा था लेकिन वो ठीक नहीं हो पाए। कैंसर तेजी से फैल रहा था इसलिए राधिका को मुम्बई भेज कर 29 अप्रैल 2020 को उनका पैर कटवा दिया था। पैर कट जाने से अपाहिज हो चुके राधिका को रोज दिन के काम करने में बहुत परेशानी होती थी। एक दिन राधिका हरनामपुर राशन और सब्जियां खरीदने गया था। राशन लेते वक्त अचानक गिर पड़ा । उसी समय थाना प्रभारी सुधीर बेगी भी वही पास में अपनी वाहनों कि चैकिंग में थे।
थाना प्रभारी सुधीर ने अपने वाहन से राधिका प्रसाद को उसके घर पहुचाया और उससे जानकारी ली की पैर कैसे कट गया। युवक ने बताया कि मेरे घुटने के नीचे कैंसर हो गया था जिससे बहुत इलाज कराया पिता ने अपनी जमीन गिरवीं रख दी। फिर भी पैर ठीक नहीं हुआ । इलाज के दौरान मेरे लाखों रुपए भी खर्च हो गए कैंसर ठीक नहीं हो रहा था और संक्रमण तेजी से फैल रहा था इस कारण मुंबई स्थित अस्पताल में 29 अप्रैल 2020 को डॉक्टरों द्वारा मेरा पैर काट दिया गया जिससे कैंसर तो ठीक हो गया पर मैं जीवन भर के लिए अपाहिज हो गया घटना सुनने के बाद थाना प्रभारी सुधीर बैगी जी ने युवक को बोला कि अपने परिजनों के साथ थाने आना।
राधिका प्रसाद दूसरे दिन युवक धरमपुर थाने पहुंचा और थाना प्रभारी ने उसको मदद का भरोसा दिलाया और आर्टिफिशल पैर लगवाने के लिए कहा। फिर राधिका प्रसाद को जयपुर भेज दिया। जहां थाना प्रभारी सुधीर के मित्र हाकिम सिंह राठौर ने जयपुर में राधिका प्रसाद की मद्द की। जहां पर हाकिम सिंह राठौर ने राधिका प्रसाद का आर्टिफिशल पैर लगाया। जिससे राधिका प्रसाद पहले जैसा चलने फिरने लगा। आर्टिफिशल पैर लग जाने से राधिका प्रसाद और उसके परिवार की खुशी का कोई ठिकाना ना रहा।
Copyright © 2022-23 DB Corp ltd., All Rights Reserved
This website follows the DNPA Code of Ethics.