कुंडम के काराघाट और खैरी मड़ई कला के बीच रोड पर हत्या कर फेंके गए ओमप्रकाश यादव (37) की हत्या का पुलिस ने बुधवार 17 नवंबर को खुलासा कर लिया। उसकी हत्या रोड से 500 मीटर दूर रामा यादव के खेत में किया गया था। हत्या में शामिल आरोपियों को कुंडम पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपियों ने मर्डर को एक्सीडेंट दर्शाने के लिए रोड पर फेंकने की बात स्वीकार की है।
एएसपी संजय अग्रवाल ने इस अंधी हत्या का खुलासा करते हुए बताया कि प्रकरण में 5 आरोपियों पत्नी, सास, साढू व जेठ सास रत्नी बाई, ओम बाई , सरोज बाई, राजेंद्र कुमार व सत्यम पटेल को गिरफ्तार कर लिया। मुख्य आरोपी बंटी पटेल फरार है। उसी ने 22 हजार रुपए की सुपारी लेकर दोस्त सत्यम पटेल के साथ मिलकर हत्या की वारदात काे अंजाम दिया था। मृतक ओमप्रकाश पटेल शराब पीकर पत्नी और ससुराल वालों के साथ मारपीट करता था। वह सारी कमाई खुद खर्च कर देता था। पत्नी और ससुराल में खर्च के लिए एक भी रुपए नहीं देता था।
परेशान होकर रची गई हत्या की साजिश
पत्नी सहित ससुराल वालों ने परेशान होकर हत्या की साजिश रची थी। साजिश के तहत बंटी व सत्यम ओमप्रकाश को घटनास्थल पर शराब पीने के बहाने ले गए थे। वहां नशे में होने पर ओमप्रकाश के सिर, चेहरे व कनपटी पर रॉड से चोट पहुंचा कर मार डाला था। फिर लाश को रोड पर डाल दिया था, जिससे यह एक्सीडेंट लगे।
आरोपियों ने हत्या के बाद ओमप्रकाश के मोबाइल का सिम निकाल कर फेंक दिया था। जबकि मोबाइल तोड़ कर फेंक दिए थे। पुलिस ने मौके से स्क्वॉड और एफएसएल टीम की मदद से एक मोबाइल का कवर, एक सिमकार्ड, पास ही भाजीबड़ा का टुकड़ा, नमकीन के दो पैकिट, तीन प्लास्टिक के गिलास जब्त किए थे।
वहीं घटनास्थल से रोड तक खून के टपकने के निशान भी मिले थे। ओमप्रकाश यादव के चप्पल और अंगूठे का हिस्सा छिला हुआ था, इससे भी साफ था कि उसे घसीट कर रोड पर डाला गया था। एसपी के निर्देश पर एएसपी संजय अग्रवाल, डीएसपी अपूर्वा किलेदार और कुंडम थाने की टीम इस मामले की जांच में लगी थी।
13 नवंबर की दोपहर में निकला था, अगली सुबह मिली थी लाश
रविवार 14 को सुबह काराघाट व खैरी मड़ई कला गांव के बीच रोड पर ओमप्रकाश यादव (37) का शव मिला था। उसके सिर पर किसी भारी वस्तु से तो कनपटी और गले पर धारदार हथियार से वार कर चोट पहुंचाई गई थी। भाई छतैनी बिलासपुर उमरिया निवासी संतोष यादव ने बताया था कि ओमप्रकाश यादव की शादी मरकामन टोला मड़ई कला गांव में हुई थी।
वह ससुराल में ही पिछले 15 सालों से रहकर हाईवा चलाता था। 13 नवंबर की दोपहर में निकला ताे फिर नहीं लौटा। 14 नवंबर की सुबह 06 बजे उसकी भाभी का फोन पर वह तलाश करते हुए पहुंचा था। कुंडम पुलिस ने हत्या का प्रकरण दर्ज करते हुए जांच में लिया था।
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