MP के 6 जिलों में भूकंप:3.9 तीव्रता के झटकों से हिली धरती; डिंडौरी रहा सेंटर

जबलपुर7 महीने पहले
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मध्य प्रदेश के 6 जिलों में भूकंप के झटकों से महसूस हुए। इसमें डिंडौरी, जबलपुर, मंडला, अनूपपुर, बालाघाट और उमरिया जिला शामिल है। भूकंप का केंद्र डिंडौरी रहा। यहां सुबह 8 बजकर 43 मिनट 59 सेकेंड पर धरती हिलने पर लाेग डर गए। झटके लगने से कई लोग घरों से निकलकर बाहर आ गए। रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 3.9 आंकी गई। इसका हाइपो सेंटर 10 km गहराई पर था।

जबलपुर में भूकंप के झटके सबसे ज्यादा पाटन और रानी दुर्गावती समाधि स्थल के आस-पास महसूस किए गए। इसके अलावा रांझी में भी कुछ जगहों पर हलचल हुई। रांझी में रहने वाले राजेश विश्वकर्मा ने बताया कि वह सो रहे थे, तभी अचानक ऐसा महसूस हुआ, जैसे बेड हिला हो। मैं उठकर बाहर आया तो देखा बहुत से लोग घरों के बाहर निकल आए हैं। भूकंप करीब 8.44 बजे आया था। भूकंप का केंद्र बिंदु जबलपुर से करीब 30 किलोमीटर दूर डिंडौरी जिले की ओर था।

जब भूकंप आया, स्कूल खुल चुके थे...
जिस वक्त भूकंप आया, उस दौरान स्कूल खुल चुके थे। झटके महसूस होते ही स्कूल मैनेजमेंट ने तुरंत बच्चों को बाहर निकाला और खुले मैदान में ले गए। रांझी स्थित सेंट गेब्रियल स्कूल मैनेजमेंट ने तो तत्काल सभी बच्चों को क्लास से बाहर निकालकर ग्राउंड पर लेकर जाने के निर्देश दिए। टीचरों ने तत्काल सभी को मैदान पर पहुंचाया। मेडिकल एरिया की रहने वाली रुक्मिणी देवी ने कहा- धरती हिली तो मैं घबरा गई।

जबलपुर कलेक्टर डॉक्टर इलैयाराजा टी ने कहा कि जबलपुर में 4.5 तीव्रता का भूकंप जरूर आया था, लेकिन किसी भी तरह की जनहानि नहीं हुई है। हालांकि, राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र के अनुसार, इसकी तीव्रता 3.9 रही।

इस साल 7 बार आ चुके भूकंप के झटके
वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक वेद प्रकाश सिंह के अनुसार मध्यम गति के भूकंप के झटके महसूस हुए हैं। इसका केंद्र जबलपुर के बोलेगांव पंचायत में रहा। भूकंप के झटके 5 से 6 सेकेंड तक महसूस हुए। बीते 6 महीने में मध्यप्रदेश में उमरिया, सिवनी, मंडला, सिवनी, जबलपुर, डिंडौरी में झटके महसूस हुए हैं। पश्चिमी मप्र में देवास और अलीराजपुर में कंपन हुआ है। इसी साल 6 से 7 भूकंप के झटके अब तक आ चुके हैं।

इस क्षेत्र में इसलिए आते हैं भूकंप...
वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक का कहना है कि नर्मदा का उद्गम स्थल अमरकंटक है। शहडोल, अनूपपुर, उमरिया इसके बाद जबलपुर और होशंगाबाद के सभी जिले, इंदौर संभाग में खंडवा, बड़वानी, खरगोन, अलीराजपुर के अलावा धार और देवास नर्मदा नदी के तट पर हैं। बारिश का पानी जमीन पर जाता है तो जमीन के नीचे मौजूद कैल्शियम की चट्‌टानों में संकुचन होता है। कई बार प्रेशर की वजह से हल्की आवाज के साथ जमीन धंसती है। यह कई बार भूकंप के रूप में रिकॉर्ड नहीं होता। पिछले एक से दो साल में सिवनी, मंडला, छिंदवाड़ा जिले में देखने को मिला है।

कम गहराई के कारण महसूस होते हैं झटके
भू-विज्ञानियों के अनुसार भूकंप का केंद्र ज्यादा गहराई में नहीं होने के कारण भूकंप के झटके महसूस होते हैं। यदि ज्यादा गहराई में हलचल होगी तो यह झटके महसूस नहीं होंगे। 2020 और 2021 में भूकंप के झटकों का केंद्र 5 से 10 किमी की गहराई में था। इसी वजह से झटके महसूस हुए थे। पिछले साल अक्टूबर-नवंबर के महीने में सिवनी में कई बार भूकंप के झटके महसूस हुए थे। रिएक्टर स्केल पर 5 बार धरती हिली थी।

पिछले साल अक्टूबर में सिवनी में पहला भूकंप 3.3 तीव्रता का रहा था। 31 अक्टूबर को दिन में दो बार भूकंप आए। इनकी तीव्रता 3.1 और 3.5 रही। अक्टूबर के बाद 9 नवंबर को फिर धरती हिली। इसकी तीव्रता 3.4 रही. 22 नवंबर को 4.7 तीव्रता का भूकंप आया। भूकंप का केंद्र सतह से 10 किमी की गहराई में था। मौसम विज्ञानियों का कहना है कि इस तरह के भूकंपों की भविष्यवाणी करना मुश्किल होता है।

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एक झटका लगा और धम्म की आवाज आई
सिवनी में अलसुबह करीब 5.20 मिनट पर धरती कांपी। इसकी तीव्रता अधिक नहीं होने से किसी प्रकार की जनहानि नहीं हुई। कबीर वार्ड डूंडा सिवनी, टैगोर वार्ड, महावीर वार्ड क्षेत्र के लोगों ने बताया कि वे घर की दूसरी मंजिल पर सो रहे थे। तभी धम्म से आवाज आई और मकान हिला। घर का सामान भी हिला। हम तत्काल बाहर आए। बाहर खड़े कुत्ते भी जोर-जोर से भौंकने लगे। पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें...

सिवनी में 14 दिन में तीन बार आया भूकंप
मध्यप्रदेश के सिवनी में भूकंप के हल्के झटके महसूस किए गए। 14 दिन में सिवनी में तीसरी बार भूकंप के झटके महसूस किए गए। लोगों ने कई बार कंपन महसूस किया। रिएक्टर पैमाने पर इसकी तीव्रता 3.7 रही। अच्छी बात यह है कि कहीं से किसी भी तरह के नुकसान की कोई खबर नहीं है। पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें...