नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन का मामला:एसआईटी ने नकली इंजेक्शन का रैपर बनाने वाले गुजरात के मोरबी जेल में बंद नागूजी को 16 जुलाई तक रिमांड पर लिया

जबलपुर2 वर्ष पहले
  • कॉपी लिंक
सिटी अस्ताल में 465 नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन में 209 वायल 171 मरीजों को लगाए गए थे। - Dainik Bhaskar
सिटी अस्ताल में 465 नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन में 209 वायल 171 मरीजों को लगाए गए थे।

नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन की असली जैसा रैपर तैयार करने वाले आरोपी नागूजी उर्फ नागेश को जबलपुर की एसआईटी ने प्रोडक्शन वारंट पर जबलपुर लाई है। एसआईटी के आवेदन पर कोर्ट ने 16 जुलाई तक उसका पुलिस रिमांड मंजूर किया है। आरोपी गुजरात के मोरबी जेल में बंद था। नागूजी के कथन और बयान होने के बाद एसआईटी की जांच पूरी हो जाएगी। इसके बाद चालान पेश किया जाएगा।

जबलपुर एसआईटी ने ओमती थाने में दर्ज नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन मामले में नागूजी उर्फ नागेश को 11वां आरोपी बनाया था। इसे गुजरात की मोरबी पुलिस ने महाराष्ट्र बार्डर से सटे दक्षिणी गुजरात के इंडस्ट्रियल एरिया वापी से गिरफ्तार किया था। नागूजी उर्फ नागेश ने 75 हजार रैपर एक लाख 80 हजार में तैयार किए थे।
ऐसे तैयार किए थे इंजेक्शन के रैपर
आरोपी ने रेमडेसिविर इंजेक्शन का रैपर देखकर हूबहू उसी तरह का डिजाइन तैयार कर लिया था। उसने रैपर पर अंकित अंग्रेजी के शब्दों को लिखकर उसी साइज में फोटोशॉप करके इसे बनाया था। इस रैपर की वजह से कोई इस नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन को देखकर धोखा खा जाता था।
अब तक यह बन चुके है आरोपी
उक्त प्रकरण में सिटी अस्पताल के संचालक सरबजीत मोखा, उसकी पत्नी जसमीत कौर, मैनेजर सोनिया खत्री, दवाकर्मी देवेश चौरसिया, बेटा हरकण सिंह मोखा, भगवर्ती फार्मा का संचालक जबलपुर निवासी सपन जैन, उसका मित्र इंदौर में एमआर राकेश मिश्रा, फार्मा फैक्ट्री से इंजेक्शन खरीदी के सौदे में बिचौलिया रीवा निवासी सुनील मिश्रा और फार्मा कंपनी के डायरेक्टर पुनीत शाह और कौशल वोरा, इंजेक्शन के नकली रैपर तैयार करने वाला नागेश को आरोपी बना चुका है।

सिटी अस्पताल का डायरेक्टर सरबजीत सिंह मोखा सहित 11 आरोपी बन चुके हैं।
सिटी अस्पताल का डायरेक्टर सरबजीत सिंह मोखा सहित 11 आरोपी बन चुके हैं।

यह है मामला
एक मई 2021 को गुजरात में नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन का भंडाफोड़ हुआ था। छह मई की देर रात गुजरात पुलिस ने जबलपुर से सपन जैन को उठाया। सपन के खुलासे पर ओमती पुलिस ने 9 मई को सिटी अस्पताल के संचालक सरबजीत मोखा व देवेश के खिलाफ एफआईआर दर्ज की। जांच आगे बढ़ी तो 9 और आरोपी बनाए गए। जांच में पता चला कि जबलपुर में कुल 500 इंजेक्शन आए थे। 465 सिटी अस्पताल में 23 व 27 अप्रैल को अम्बे ट्रांसपोर्ट के माध्यम से तो 35 इंजेक्शन सपन जैन ने रख लिए थे। सिटी अस्पताल में 171 मरीजों को कुल 209 इंजेक्शन लगाए गए थे। इसमें 9 लोगों की मौत हुई है। चार नकली इंजेक्शन साबूत जब्त हुए हैं तो 196 के लगभग टूटी शीशियां जब्त हुई हैं। भर्ती मरीजों के बयान और बिल भी एसआईटी जब्त कर चुकी है।
-नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन का रैपर आरोपी नागूजी उर्फ नागेश ने ही बनाया था। उसे प्रोडक्शन वारंट पर शहर लाया गया है। न्यायालय ने तीन दिन की पुलिस रिमांड की मंजूरी दी है, जिससे पूछताछ जारी है।
रोहित काशवानी, एएसपी सिटी

नकली रेमडेसिविर मामले में एक और आरोपी बना:जबलपुर की SIT ने रेमडेसिविर इंजेक्शन का रैपर बनाने वाले वापी के नागूजी को बनाया 11वां आरोपी, प्रोडक्शन वारंट पर आएगा जबलपुर

खबरें और भी हैं...