एमपी में डेंगू की कहर के बीच राजनीति भी शुरू हो गई है। डेंगू रोकने में नाकाम नगर निगम अधिकारियों के विरोध में कांग्रेस कार्यकर्ता पुतला फूंकने पहुंचे थे। आरोप है कि वहां सीएसपी रांझी की अगुवाई में पुलिस ने उन पर लाठी चार्ज कर दिया। जबकि मौके पर कोई एसडीएम नहीं था। कांग्रेसियों ने पुलिस पर बीजेपी एजेंट के तौर पर काम करने का आरोप लगाते हुए इस घटना की न्यायिक जांच की मांग पर अड़े रहे। हालात संभालने मौके पर एएसपी नार्थ संजय अग्रवाल को पहुंचना पड़ा।
जबलपुर में डेंगू की सबसे खराब हालत रांझी में है। यहां तीन से चार हजार लोग बुखार-वायरल और मच्छरजनित बीमारियों के लक्षण से पीड़ित हैं। डेंगू की पुष्टि वाले मरीजों में भी सबसे अधिक यहीं के हैं। इसे लेकर कांग्रेस कार्यकर्ता रवींद्र कुशवाहा की अगुवाई में कांग्रेस कमेटी के कार्यवाहक ब्लाक अध्यक्ष राजेंद्र मिश्रा सहित अन्य कार्यकर्ता मानेगांव में प्रदर्शन कर रहे थे। कांग्रेस कार्यकर्ता नगर निगम पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए उसके नाम का पुतला फूंकने पहुंचे, तो पुलिस ने रोक दिया।
पुतले की छीना-झपटी में लाठी चलाई
कांग्रेस के राजेंद्र मिश्रा के मुताबिक पुलिस पुतला छीनने लगी। कार्यकर्ता विरोध करने लगे, तो सीएसपी एमपी प्रजापति की अगुवाई में पुलिस ने लाठी चलानी शुरू कर दी। आरोप लगाया कि लाठी चलाने संबंधी आदेश देने के लिए मौके पर कोई एसडीएम मौजूद नहीं था। पुलिस की लाठी खाकर कार्यकर्ता प्रतीक चौकसे के सिर में, अतुल बरहानी व अतुल डोंगरे के सिर सहित हाथ-पांव में चोटें आई हैं। प्रतीक मौके पर ही बेहोश हो गए।। तीनों कार्यकर्ता के घायल होने पर कांग्रेसी भड़क गए।
बीजेपी की एजेंट बन गई है पुलिस, सीएसपी विधायक एजेंट
पुलिस की लाठी चलाने पर कांग्रेसी आक्रोशित हो गए। राजेंद्र मिश्रा ने आरोप लगाए कि पुलिस बीजेपी के एजेंट की तरह कांग्रेस के हर आंदोलन को इसी तरह कुचलने का प्रयास करती है। सीएसपी एमपी प्रजापति के खिलाफ अपराध दर्ज करने की मांग करते रहे। आरोप लगाया कि वे बीजेपी से केंट विधायक अशोक रोहाणी के एजेंट बन चुके हैं। खुद सीएसपी डेंगू से पीड़ित रहे, पर आज डेंगू पीड़ितों की आवाज उठाने पर लाठी चला रहे हैं। उन्हें अविलंब रांझी से हटाने की मांग की।
पूरी घटना की न्यायिक जांच हो, एफआईआर दर्ज हो
विवाद की सूचना पाकर मौके पर एएसपी संजय अग्रवाल पहुंचे। कांग्रेस नेताओं से कई दौर की बात के बाद किसी तरह वे शांत हुए। कांग्रेस नेताओं ने पूरी घटना की न्यायिक जांच की मांग की। वहीं लाठी चलाने वाले सीएसपी एमपी प्रजापति के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की। दावा किया कि वे लोकतांत्रिक ढंग से शांतिपूर्ण तरीके से अपना विरोध दर्ज करा रहे थे। पर सीएसपी ने लाठी चलाकर कार्यकर्ताओं को भड़का दिया। घोषणा की कि अब आगे से कांग्रेस कार्यकर्ता पुतल फूंकने की बजाए इसे बनाकर पुलिस को सौंप देंगे।
ये मांग कर रहे थे कांग्रेसी
कांग्रेस पदाधिकारी व कार्यकर्ता डेंगू प्रभावित रांझी में घर-घर सर्वे कराने, फागिंग व कीटनाशक दवाओं का नियमित छिड़काव की मांग कर रहे हैं। दावा किया कि अस्पतालों में बेड नहीं मिल रहे हैं और जिला मलेरिया विभाग है कि वह डेंगू के प्रकरण को महज 10% ही दर्शा रहा है। इसी कारण हालात और बिगड़े हैं। यहां सच्चाई स्वीकार करने की बजाए आंकड़ों की बाजीगरी दिखाने की कोशिश अधिक रहती है।
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