जबलपुर में शुक्रवार सुबह भीषण सड़क हादसे में महाराष्ट्र के नांदेड़ के संत त्यागी महाराज सहित दो लोगों की मौत हो गई। संत छत्तीसगढ़ से महाराष्ट्र लौट रहे थे। हादसा ओवरटेक करते समय हुआ। उनकी गाड़ी रोड पर खड़े ट्राले से भिड़ गई।
ट्राले के ड्राइवर ने पार्किंग लाइट नहीं जलाई थी। साथ ही काफी कोहरा भी था, जिसकी वजह से संत के ड्राइवर को ट्राला नहीं दिखाई दिया। हादसे में ड्राइवर के बगल की सीट पर बैठे संत त्यागी नंद महाराज और उनके पीछे बैठे शिष्य की मौत हो गई। वहीं एक अन्य शिष्य घायल है। ड्राइवर सहित चार लोगों को हादसे में खरोंच तक नहीं आई।
सिहोरा पुलिस के मुताबिक पुनेगांव थाना नांदेड महाराष्ट्र निवासी दत्ताराम पुयड़ (27) ने बताया कि वह खेती-किसानी का काम करता है। 7 फरवरी को साथी संभाजी बालाजी जाधव, बाबाजी त्यागी नंद महाराज (50), बलीराम पुयड़ (38), रामचंद्र पांचाल (32), माधव पांचाल (22) के साथ अड़गड़ा नंद महाराज के चुनर आश्रम (छत्तीसगढ़) गए थे। वहां से 10 फरवरी की रात में रतन कुमार को साथ लेकर पुनेगांव नांदेड़ लौट रहे थे। वाहन बालाजी जाधव चला रहा था।
सिर में आई चोट, मौके पर ही मौत
सभी लोग सुबह करीब 5.30 बजे कटनी-जबलपुर हाईवे NH-30 के महगवां तिराहे पर पहुंचे थे। ओवरटेक करते समय रोड पर बिना इंडीकेटर जलाए खड़े ट्राले NL02N 9314 से जा टकराई। कोहरा होने के चलते ट्राला नहीं दिखा। हादसे में बाबा त्यागी नंद महाराज (50) और बलीराम पुयड़ (37) को सिर में गंभीर चोटें आई और मौके पर ही उनकी मौत हो गई। वहीं रतन कुमार के चेहरे पर चोट आई है। अन्य लोग ठीक हैं।
ड्राइवर के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का प्रकरण दर्ज
सिहोरा पुलिस ने मामले में ट्राला ड्राइवर मोहम्मद नफीस निवासी शाहीपुर जेठवारा, प्रतापगढ़ के खिलाफ गैर इरादतन हत्या और मोटर व्हीकल एक्ट की विभिन्न धाराओं के तहत प्रकरण दर्ज कर लिया है। ट्राले का मालिक नागपुर में रहता है। पुलिस ने दोनों शवों को पीएम के लिए भिजवाते हुए मामला जांच में लिया है।
तस्वीरों में देखें हादसे की भयावहता
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