10 सूत्रीय मांग को लेकर क्रमिक अनशन कर रही नर्सों ने सोमवार से धरने पर बैठ गई हैं। 15 जून से वे दो-दो घंटे के लिए कामकाज ठप रखेंगी। नर्सों ने चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांग पूरी नहीं हुई तो वे हड़ताल पर भी जा सकती हैं। उधर, आशा कार्यकर्ताओं ने भी वेतन की मांग को लेकर सोमवार को CMHO कार्यालय में पहुंच कर प्रदर्शन किया।
नर्सेस एसोसिएशन मध्य प्रदेश की अगुवाई में ये प्रदर्शन चल रहा है। जबलपुर एसोसिएशन की अध्यक्ष हर्षा सोलंकी के मुताबिक 14 जून सोमवार से हम नर्सिंग स्टाफ ने धरना शुरू कर दिया। अब 15 जून से धरने के दौरान दो घंटे कामकाज भी बंद रखने का निर्णय लिया है। प्रदर्शन में कौशल्या सिंह, अंजू चैटर्जी, रोजमेरी जॉन, शारदा खिलवानी, शीला सेडरिक सहित कई अन्य शामिल रही।
नर्सों की ये है मांग
आशा-उषा कार्यकर्ताओं ने किया प्रदर्शन
उधर, वेतन की मांग को लेकर बड़ी संख्या में आशा-उषा कार्यकर्ता और सहायिकों ने CMHO कार्यालय का घेराव किया। सरकार को चेतावनी दी है कि अगर उनको नियमित करने के लिए सरकार ने ठोस कदम नहीं उठाया तो अब डॉक्टरों और नर्सो के बाद आशा कार्यकर्ता भी काम बंद कर देगी। 500 से ज्यादा महिलाओं ने एक साथ प्रदर्शन में शामिल हुई। पुलिस को संभालने के लिए खासी मशक्कत करना पड़ी।
CSP के आश्वसान के बाद मानी आशा कार्यकर्ता
लगभग एक घंटे तक सीएमएचओ कार्यालय के बाहर भीड़ लगाकर बैठी आशा कार्यकर्ता बाहर जाने को तैयार नहीं थी। मौके पर सीएसपी अशोक तिवारी पहुंचे और उन्होंने आश्वासन दिया तब कही जाकर आशा कार्यकर्ता परिसर से बाहर गई। जबलपुर जिले के ग्रामीण क्षेत्र में करीब 1,297 आशा कार्यकर्ता है। शहरी क्षेत्र में 495 आशा कार्यकर्ता हैं। निगरानी के लिए 97 आशा सहायिका नियुक्त की गई है। आशा कार्यकर्ताओं को 2000 रुपये प्रति माह, जबकि सहायिका को 7500 रुपए दिए जा रहे हैं।
Copyright © 2022-23 DB Corp ltd., All Rights Reserved
This website follows the DNPA Code of Ethics.