नगर निगम और स्मार्ट सिटी के अधिकारी दावे तो ऐसे-ऐसे करते हैं कि लगता है कुछ ही दिनों में शहर आधुनिक हो जाएगा। ऐसा ही प्रचार स्मार्ट रोड बनाते समय किया गया था। करोड़ों की लागत से शहर में स्मार्ट रोड बनाई जा रहीं हैं लेकिन केवल एमएलबी स्कूल से मानस भवन की सड़क ही अभी तैयार हो पाई है और उस पर भी हमेशा कब्जे हो जाते हैं। ऐसी ही एक स्मार्ट रोड तीन पत्ती से नौदरा ब्रिज, तैय्यब अली पेट्रोल पम्प होकर घंटाघर और वहाँ से घोड़ा अस्पताल तक बनाई जा रही है। इस सड़क के लिए नाली और डक्ट बनाने का कार्य दो माह पहले तैय्यब अली पेट्रोल पम्प के पास से शुरू हुआ था और वह अभी भी चल रहा है। इसके चलते हजारों लोगों को सड़क के केवल एक ही हिस्से से आवाजाही करनी पड़ रही है। अभी भी इस कार्य में कई दिन और लगने की संभावना है। नौदरा ब्रिज से क्राइस्टचर्च स्कूल की ओर जाने पर कार्तिक होटल से लेकर पेट्रोल पम्प के पहले तक नाली और डक्ट बनाई जा रही है। यह कार्य पहले तो बिना सड़क को बंद किए ही कुछ दिनों तक चलता रहा लेकिन इसके बाद जब भारी मशीनरी लगी तो सड़क को स्टॉपर लगाकर बंद कर दिया गया। अब डेढ़ माह हो चुके हैं और सड़क को बंद ही रखा गया है जबकि निर्माण कार्य कछुआ गति से चल रहा है। अधिकारियों का कहना है कि बारिश के दौरान नाली में पानी भर जाता था जिससे कार्य नहीं हो पाया। तेज बारिश के समय तो और भी कई समस्याएँ सामने आईं थीं। इसके साथ ही लेबर मिलने में भी कई बार परेशानी हुई।
ठेकेदार के कोरोना पॉजिटिव होने की खबर
यह भी जानकारी दी जा रही है कि जिस कंस्ट्रक्शन कम्पनी के पास सड़क का कार्य है उसका ठेकेदार मेरठ में रहता है और उसकी तबीयत ठीक नहीं थी इसलिए वह मेरठ चला गया। अब वह आ नहीं पा रहा है संभवत: उसे कोरोना हो गया है और यही कारण है कि यहाँ जिस गति से काम होना चाहिए था वह नहीं हो पा रहा है। निगम अधिकारी जब भी ठेकेदार से सम्पर्क करते हैं तो यही जवाब मिलता है कि तबीयत ठीक होते ही आ रहा हूँ।
आवाजाही वाली सड़क भी आधी-अधूरी
एक तरफ की सड़क बंद होने से दूसरी तरफ पूरा भार पड़ गया है और दिन भर एक ही तरफ से आवाजाही हो रही है लेकिन यह सड़क भी आधी-अधूरी ही है। इस पर बारिश के पहले ही सीवर लाइन का कार्य कराया गया था और उसके चैम्बर सड़क के ऊपर तक हैं जिससे वाहन चालकों को उनसे भी बचना पड़ता है। यहाँ हमेशा ही वाहनों की कतारें लगी रहती हैं क्योंकि दुकानों में आने वाले ग्राहक सड़क तक वाहन लगा देते हैं लेकिन आज तक कभी भी ट्रैफिक कर्मी यहाँ यातायात नियंत्रित करते नजर नहीं आए। पी-2
अब निगम अधिकारियों की होगी जिम्मेदारी
स्मार्ट सड़क का कार्य कराया तो जा रहा है लेकिन नाली और डक्ट का कार्य वाकई कई दिनों से चल रहा है जिससे यातायात में परेशानी हो रही है। ठेकेदार की तबीयत खराब है, इसे देखते हुए अब निगम के अधिकारियों को यहाँ लगाया जाएगा ताकि जल्द ही निर्माण कार्य पूरा हो और लोगों को आवाजाही में दिक्कतों का सामना न करना पड़े।
-अजय शर्मा, अधीक्षण यंत्री नगर निगम
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