धार के बाद ईद मिलादुन्नबी के जुलसू को लेकर जबलपुर में भी विवाद हो गया है। यहां जुलूस निकाल रही भीड़ ने पुलिस पर जलते पटाखे फेंके। समझाने पर पथराव कर दिया। पुलिस को भी हल्का बल प्रयोग करना पड़ा। आंसू गैस के गोले दागकर भीड़ को तितर-बितर किया। इससे पहले इसी तरह का तनाव सुबह रद्दी चौकी में भी हुआ था, लेकिन तब पुलिस ने मामला संभाल लिया था। डेढ़ घंटे तक बवाल चला।
दरअसल, मुस्लिम समाज की बैठक में अधिकारियों ने पहले ही तय कर दिया था कि अपने ही गली मोहल्ले में जुलूस निकाल सकते हैं। मिश्रित आबादी से जुलूस निकालने की अनुमति नहीं दी गई थी। इसे लेकर सभी प्रमुख तिराहे-चौराहे पर बेरीकेट लगा दिया गया था। दोपहर दो बजे के लगभग रजा चौक और बहोराबाग से सुब्बाशाह मैदान में जाना था। पूर्व के वर्षों में ये जुलूस अंजुमन में समाप्त होता था। पुलिस ने अंजुमन जाने वाले मार्ग को बेरीकेट लगाकर किले में तब्दील कर दिया था।
दोपहर 3.30 बजे शुरू हुआ विवाद
जुलूस को मछली मार्केट से होते हुए सुब्बा शाह मैदान तक जाना था, लेकिन मछली मार्केट से अचानक जुलूस में शामिल कुछ युवक सर्राफा की ओर घुसने की कोशिश की और बैरिकेड्स हटाने लगे। पुलिस ने रोका और समझाइश दी तो कुछ लोगों ने जलते हुए पटाखे पुलिस की ओर फेंके। इसके बाद सड़े टमाटर और अनार फेंकने लगे। पुलिस ने हल्का बल प्रयोग कर भीड़ को पीछे करने की कोशिश की तो वे एक गली से पथराव करने लगे।
डेढ़ घंटे तक पथराव और आंसू गैस के गोले दागे गए
हालात तेजी से बिगड़ते देख पुलिस ने मोर्चा संभाला। पुलिस ने जुलूस में शामिल उपद्रवियों को पीछे की ओर खदेड़ा। दो गली की ओर से उपद्रवी नकाब में पुलिस पर पथराव करने लगे। इस पथराव की अगुवाई 15 वर्ष से लेकर 25 वर्ष की उम्र के युवक कर रहे थे। उपद्रवियों ने कई वाहनों को क्षतिग्रस्त कर दिया। आरक्षक अभिषेक के का हेलमेट टूट गया। दर्जन भर आरक्षकों को चोटें आई हैं। पुलिस को उपद्रवियों को खदेड़ने के लिए 100 से अधिक आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े। पुलिस ने एक उपद्रवी को हिरासत में लिया है।
पत्थरबाजों ने पुलिस को कर दिया था बेबस
दो तरफ से भीड़ के बीच में पुलिस खड़ी थी। एक ओर की भीड़ जुलूस वाली थी, तो दूसरी ओर की गली में उपद्रवी पत्थरबाजों की शक्ल में मोर्चा संभाले हुए थे। पूरी सड़क पत्थरों और भगदड़ में भागे हुए लोगों के जूते-चप्पलों से पटा पड़ा था। दो घंटे तक उपद्रव होता रहा। गनीमत ये रही कि शहर के दूसरे हिस्सों में इस दौरान पुलिस ने हालात बिगड़ने से संभाल लिया था। सबसे संवेदनशील छोटी ओमती में शांतिपूर्ण तरीके से जुलूस निकल गया।
दो घंटे बाद जुलूस फिर शुरू, सुब्बा शाह मैदान में हुआ समाप्त
विवाद के बीच में मौलाना इम्तियाज, कदीर सोनी सहित अन्य लोगों ने आगे बढ़कर मोर्चा संभाला। वे आकर मौके पर पहुंचे कलेक्टर कर्मवीर शर्मा और एसपी सिद्धार्थ बहुगुणा से मिले। आश्वस्त किया कि उन्हें मौका दिया जाए, वे उपद्रवियों से बात कर समझाने का प्रयास करेंगे। इसके लिए पुलिस बल को थोड़ा संयत रहना होगा। पथराव के बीच मौलाना इम्तियाज उपद्रवियों की गली में पहुंचे। बात कर पथराव रुकवाया। इसके बाद गली के पत्थरों को किनारे कर जुलूस निकालने पर सहमति बनी। पुलिस की निगरानी में जुलूस सुब्बाशाह मैदान की ओर बढ़ गया।
उपद्रवियों की पहचान कर ली गई है, सख्त कार्रवाई होगी
जुलूस में शामिल कुछ उपद्रवियों ने पुलिस को निशाना बनाकर शहर का माहौल खराब करने की कोशिश की थी। इस दौरान पुलिस पर पथराव भी किया गया। हालात संभालने पुलिस को आंसू गैस के गोले चलाने पड़े। सभी उपद्रवियों की पहचान कर ली गई है। कुछ को हिरासत में लिया गया है। सुरक्षा में तैनात बलों को हल्की चोटें आई थीं। कोतवाली में प्रकरण दर्ज किया जा रहा है। उपद्रवियों को बख्शा नहीं जाएगा। कलेक्टर कर्मवीर शर्मा के मुताबिक हालात काबू में हैं। कुछ उपद्रवियों ने शहर की फिजा खराब करने की कोशिश की थी। ऐसे लोगों पर सख्त कार्रवाई होगी।
उपद्रव की पहले से थी आशंका
पुलिस को उपद्रव की पहले से आशंका थी। उपद्रवियों ने जिस तरह से बड़ी मात्रा में पथराव किया, वो पुलिस को सकते में डालने वाली है। इससे साफ है कि पथराव की पहले से तैयारी थी। जलते हुए पटाखा पुलिस पर फेंकना भी इसी का हिस्सा था। उपद्रव की आशंका में पुलिस पूरी तैयारी से थी, यही कारण रहा कि उपद्रवियों को मिश्रित आबादी में प्रवेश से रोक दिया, बल्कि वे भी अधिक घायल नहीं हुए। एनआरसी और सीएए के दौरान भी इसी तरह विवाद बढ़ा था।
बड़वानी में भी बवाल
बड़वानी के राजपुर में जुलूस के दौरान डीजे पर विवादित गाना बजाने को लेकर दो पक्ष आमने-सामने हो गए। जमकर पथराव हुआ। पथराव में थाना प्रभारी विजय वर्मा, पुलिसकर्मी समेत 10 लोग घायल हो गए। घटना के बाद पुलिस ने बल प्रयोग कर स्थिति नियंत्रण में लिया। एसडीएम राजपुर ने बताया कि प्रशासन द्वारा जुलूस की परमिशन नहीं दी गई थी। एक समुदाय द्वारा बगैर परमिशन के जुलूस निकाला जा रहा था। फिलहाल डीजे जब्त कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है।
थाना प्रभारी के अनुसार जुलूस के दौरान वे मौजूद थे, अचानक से पथराव शुरू हुआ। एक बड़ा पत्थर हाथ में आकर लगा। तत्काल पुलिस बल को आगे बढ़ाया और जुलूस को रोक दिया। सूचना के बाद मौके पर एसपी दीपक शुक्ला और कलेक्टर शिवराज सिंह वर्मा भी राजपुर पहुंचे।
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