बीजेपी से तीन बार की पार्षद और वर्तमान में महिला मोर्चा की नगर महामंत्री सदारानी को अपनी ही सरकार में सुनवाई न होने पर रांझी थाने में धरना देना पड़ रहा है। बीजेपी नेत्री का दर्द ये है कि सुसाइड करने वाले भतीजे को प्रताड़ित करने वाले चेहरे अभी तक गिरफ्तार नहीं किए गए। आरोप लगाया कि पार्टी के एक नेता के दबाव में आरोपियों को पुलिस बचा रही है।
बीजेपी नेत्री सदारानी ने रांझी पुलिस पर आरोप लगाया कि सभी आरोपी खुलेआम घूम रहे हैं। बावजूद पुलिस उन्हें गिरफ्तार नहीं कर रही है। अपनी ही सरकार में हमें धरने पर बैठने को मजबूर होना पड़ रहा है। बीजेपी नेत्री के धरने से पार्टी भी असहज हो गई है। सूत्रों की मानें तो पार्टी की ओर से उन्हें मनाने की कोशिश की गई थी, लेकिन उन्होंने दो टूक जवाब दे दिया कि एक महीने से वह भतीजे की मौत को न्याय पाने का इंतजार करती रही, लेकिन ऐसा होता नहीं दिखा। पुलिस जानबूझ कर आरोपियों को गिरफ्तार करने से बच रही है।
बीजेपी नगर अध्यक्ष और विधायक पहुंचे मनाने
बीजेपी नेत्री के धरने की खबर मिलते ही नगर अध्यक्ष जीएस ठाकुर और केंट विधायक अशोक रोहाणी रांझी थाने में पहुंचे। धरना दे रही सदारानी से बात की। आक्रोशित परिजनों ने विधायक से अपना दर्द बयां किया और उनके सहयोग को लेकर शिकायत भी की। पार्टी के दोनों वरिष्ठों ने तीन दिन की मोहलत मांगी थी। इस पर सदारानी ने रांझी पुलिस को तीन दिन की मोहलत देते हुए धरना समाप्त कर दिया। चेतावनी दी कि यदि इसके बाद भी गिरफ्तारी नहीं हुई तो वे आमरण अनशन करेंगे।
ये थी घटना
12 अक्टूबर की रात 10.30 बजे के लगभग आशीर्वाद बारात घर के पास रहने वाले सौरव साहू (40) ने पंखे में रस्सी का फंदा लगाकर सुसाइड कर लिया था। सुसाइड से पहले सौरव का रांझी स्थित डेंटल क्लीनिक चलाने वाले डॉ. तरनजीत सिंह गुजराल और उसके साथियों से विवाद हुआ था। सौरव ने सुसाइड नोट में लिखा था कि दो साल से दुकान मालिक उसके चाचा ऋषि साहू और किराएदार डॉ. तरनजीत सिंह गुजराल द्वारा दुकान खाली कराने के लिए प्रताड़ित किया जा रहा था।
12 अक्टूबर को सुसाइड से पहले हुई थी मारपीट
12 अक्टूबर को वह जब दुकान में बैठा था, तभी डॉ. तरनजीत गुजराल, काके गूमर, तेजिन्दर सिंह लाम्बा, ऋषि साहू की लड़की ऋषिता साहू अपने साथियों के साथ पहुंचे और उसे गाली देते हुए दुकान से खींच कर बाहर निकाल कर मारपीट की। सौरव ने सुसाइड से पहले वीडियो भी बनाया था। दुकान में लगे सीसीटीवी फुटेज में भी मारपीट करने वाले आरोपी सौरव काे उदीप रील तेजिन्दर लाम्बा , काके गूमर, डॉ तरनजीत सिंह गुजराल कैद दिखे थे।
दुकान को लेकर था पूरा विवाद
पूरा विवाद दुकान को लेकर था। सौरव अपने चाचा ऋषि साहू की दुकान में 15 वर्षों से मेडिकल दुकान चला रहा था। उसके बगल में ही डॉ तरनजीत सिंह की डेंटल क्लीनिक है। दुकान मालिक ऋषि साहू की बेटी डॉ. ऋर्षिता साहू भी डेंटिस्ट है और इसी क्लीनिक में प्रेक्टिस करती है। डॉ तरनजीत सिंह का सौरव साहू से 2 वर्षों से विवाद चल रहा था। दरअसल मृतक की मेडिकल की दुकान की जगह डॉ. तरनजीत सिंह खुद का मेडिकल स्टोर खोलना चाहता था। इस कारण सौरव को दुकान खाली करने के लिए प्रताड़ित कर रहा था।
आरोपियों पर घोषित है इनाम
रांझी पुलिस ने इस सुसाइड मामले में डॉ. तरनजीत सिंह गुजराल, ऋषि साहू, काके गूमर, तेजिन्दर सिंह लाम्बा, डॉ. ऋषिता साहू, उदीप रील के खिलाफ दुकान में घुसकर मारपीट, धमकी और आत्महत्या के लिए मजबूर करने का प्रकरण दर्ज किया है। सभी की गिरफ्तारी पर इनाम घोषित किया गया है। परिजनों की पुलिस से एक शिकायत ये भी है कि पांच नवंबर को आरोपियों की ओर से पांच लोगों ने सौरव की दुकान का ताला तोड़कर कब्जा करने की कोशिश की थी। परिजनों ने सभी को पकड़ कर पुलिस के सुपुर्द कर दिया था। पर सभी को छोड़ दिया गया।
कांग्रेस ने साधा निशाना
छतरपुर विधायक खुद कलेक्ट्रेट में धरना दे रहे हैं। रांझी में बीजेपी की तीन बार की पार्षद को धरना देना पड़ रहा है। विधायक की कोई सुन नहीं रही है। एमपी में अपनी ही सरकार में बीजेपी नेताओं का हाल बता रहा है कि यहां की खराब हो चुकी कानून व्यवस्था और अधिकारियों की मनमर्जी से लोग त्रस्त हो चुके हैं।
ये भी पढ़ें-
Copyright © 2022-23 DB Corp ltd., All Rights Reserved
This website follows the DNPA Code of Ethics.