शहर के एक होटल में 63 वर्षीय निजी स्कूल संचालक की लाश मिलने से सनसनी फैल गई। संचालक पांच दिन पहले होटल में आया था। उसने होटल कर्मियों को बोल रखा था कि उसका भोपाल से ऑनलाइन स्कूल के सिलसिले में मीटिंग है, कोई परेशान नहीं करेगा। कमरे से आ रही बदबू के चलते दरवाजा तोड़कर होटल वाले अंदर गए तो इसकी जानकारी हुई। प्रारंभिक जांच में सामने आया कि संचालक पर काफी कर्ज हो गया था। इससे वह परेशान था। आशंका जताई जा रही है कि इसी से परेशान होकर उसने सुसाइड किया होगा।
शहर के इनकम टैक्स चौक स्थित समीर पैलेस होटल के मैनेजर शरद उपाध्याय ने बताया कि 8 सितंबर को दोपहर पौने दो बजे साबू के. ईपेन (63) कमरा लेने आया था। उसने एड्रस के तौर पर आधार कार्ड दिया था। उसका बरगी में खन्ना जी गली में जोहन्स नाम से विद्यालय संचालित है। इसी विद्यालय के आवास संबंधी पते पर उसका आधार कार्ड भी बना है। बातचीत में बताया था कि वह मूलत: कोच्चीन का रहने वाला है। भोपाल में विद्यालय संबंधी मीटिंग के सिलसिले में उसे 3-4 दिन रुकना है। मैनेजर ने उसे होटल का रूम नंबर 102 दिया था।
बदबू आने से चला पता
होटल के कर्मी सोमवार 13 सितंबर को कमरे की सफाई करने के लिए पहुंचे। कमरे से तेज बदबू आ रही थी। कर्मी ने मैनेजर को सूचना दी। मैनेजर ने आवाज दी, तो अंदर से कोई जवाब नहीं मिला। मैनेजर शरद की सूचना पर ओमती पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। संदेह होने पर हथौड़ा मारकर दरवाजे को तोड़ा गया। अंदर पंखे में साबू के. ईपेन की लाश लटकती मिली। ओमती पुलिस की सूचना पर एफएसएल टीम की मौजूदगी में शव को फंदे से उतरवाया गया और पीएम के लिए भिजवाया गया।
पहले भी एक बार सुसाइड करने की कोशिश कर चुका है
ओमती थाने के SI सीताराम के मुताबिक मृतक साबू के. ईपेन के बेटे से बात हुई। वह बैंगलोर में जॉब करता है। वहीं पत्नी बिहार में मौजूद हैं। दोनों लोगों को सूचना दे दी गई है। बरगी टीआई के माध्यम से पता करवाया गया तो प्रारंभिक जांच में सामने आया कि वह स्कूल संचालित करता था। उस पर काफी कर्ज हो गया था। पूर्व में भी एक बार वह सुसाइड की कोशिश कर चुका था। एफएसएल डॉक्टर ने तीन से चार दिन पहले मौत की बात कही है।
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