राहुल को मिल रहीं है धमकियां:शिकायत वापस लो और समझौता करो वरना मरने के लिए रहो तैयार

जबलपुर14 दिन पहले
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तुमने मेरे भाई को फंसाया है। वह अब जेल में है। तुमने अपनी शिकायत वापस नहीं ली और मेरे भाई को जेल से बाहर नहीं निकाला, तो तुम्हें तुम्हारी पत्नी और बच्चों को खत्म कर दूंगा। यह धमकी जबलपुर स्थित एक निजी बैंक के कर्मचारी राहुल राज चौहान को मिली है, जिसे जबलपुर रीवा पुलिस ने ज्वाइंट ऑपरेशन कर बदमाशों (अपहरणकर्ता) के चंगुल से रिहा कराया था। अपहरणकर्ताओं की धमकी के बाद से राहुल और उसका परिवार दहशत में है। उल्लेखनीय है जबलपुर, रीवा पुलिस ने ज्वाइंट ऑपरेशन में राहुल को मुक्त कराने के साथ ही तीन अपहरणकर्ताओं को गिरफ्तार किया था। गिरोह के कुछ सदस्य अभी फरार हैं।

बैंक कर्मचारी राहुल ने अपहरणकर्ताओं से मिली धमकी की शिकायत जबलपुर रेंज के आईजी से की है। उसने पुलिस को बताया कि धमकियों से परिवार और वह खुद डिप्रेशन में है। धमकी मिलने का सिलसिला बंद नहीं हुआ, तो आत्मघाती कदम भी उठाना पड़ सकता है। वहीं पुलिस ने इस मामले में राहुल राज चौहान को जल्द ही अपहरण में शामिल दूसरे आरोपियों की गिरफ्तारी का आश्वासन दिया है। राहुल ने बताया कि वह एक प्राइवेट बैंक में कार्यरत हैं। बैंक में काम के दौरान करीब पांच साल पहले वर्ष 2019 में रीवा निवासी सुलभ प्रताप सिंह से मुलाकात हुई थी। उसने खुद को कपड़ा कारोबारी बताया था। साथ ही पार्टनरशिप में कारोबार करने का ऑफर दिया था। तभी एक पुलिस केस में फंस गया। इस मामले में रीवा निवासी सुलभ प्रताप ने मदद की थी।

राहुल राज चौहान के अपहरण का मुख्य आरोपी सुलभ प्रताप सिंह
राहुल राज चौहान के अपहरण का मुख्य आरोपी सुलभ प्रताप सिंह

तीन महीने पहले 12 लाख रुपए नहीं चुकाने की शिकायत की …

बकौल राहुल , सुलभ ने बीते साल दिसंबर में माढ़ोताल पुलिस थाना में एक शिकायत की। इसमें पुलिस को बताया कि उसे मुझसे (राहुल राज चौहान) से 12 लाख रुपए लेने है। यह राशि वह नहीं चुका रहा है। पुलिस ने सुलभ से रुपए देने के सबूत भी मांगे। लेकिन, उसने सबूत नहीं दिए।

घर के बाहर से जबरन पकड़ा … कार में पीटते हुए रीवा ले गए

राहुल ने बताया कि वह जबलपुर में पनागर स्थित बालाजी सिटी कॉलोनी में परिवार के साथ रहता है। होली के अगले दिन 9 मार्च की रात पतनी और बच्चों के साथ कॉलोनी में स्थित घर के बाहर पहुंचा था। तभी पीछे से सुलभ प्रताप सिंह कार से आया। उसके साथ दो अन्य युवक भी थे। तभी दूसरी तरफ से तीन लड़के बाइक से आए और इन युवकों ने पकड़कर मारपीट करते हुए सुलभ की कार में बिठा गया। यहां से वह कार में बिठाकर रीवा के जंगल में पकड़ कर ले गया। इस दौरान पूरे रास्ते सुलभ और उसके दोस्तों ने मारपीट की।

वाट्सएप कॉल कर मांगी 30 लाख रूपए की फिरौती

रीवा के जंगल में पहुंचने पर सुलभ प्रताप ने धनंजय और विपिन के हवाले कर दिया। साथ ही पत्नी के मोबाइल पर वाट्सएप कॉल कर 30 लाख रुपए की फिरौती मांगी। राहुल राज के मुताबिक सुलभ और उसके दोस्तों ने जिस समय फिरौती के लिए कॉल किया, तब पत्नी पनागर पुलिस थाना में अपहरण की एफआईआर दर्ज करा रही थी।

नोटों से भरे बैग का फोटो भेजा …

पनागर पुलिस ने राहुल राज की पत्नी की शिकायत पर अपहरण का केस दर्ज किया। साथ ही आरोपियों को पकड़ने प्लान बनाकर एक बैग में कपड़ों के ऊपर 500 - 500 रूपए के नोटों की गड्‌डी सजाकर रखी। इतना ही नहीं आरोपियों को नोटों से भरे बैग की फोटो भी वाट्सएप पर भेजी। ताकि अपहर्ताओं को फिरौती की डिलीवरी के लिए एक स्थान पर बुलाया जा सके।

फिरौती की डिलीवरी दिल्ली में देने की डिमांड … रीवा के जंगल में पकड़ाए

जबलपुर पुलिस के मुताबिक आरोपियों ने फिरौती की रकम की डिलीवरी के लिए राहुल की पत्नी को उसी दिन रात में कॉल किया। कहा - 30 लाख रूपए लेकर दिल्ली आना होगा। इधर , अपहर्ताओं के मोबाइल टॉवर के आधार पर लोकेशन ट्रेक की, जो रीवा के हिनोता - सिरसा के जंगल की निकली। इस पर जबलपुर की पनागर, सिहोरा और रीवा पुलिस ने ज्वाइंट ऑपरेशन कर जंगल में दबिश देकर राहुल राज चौहान को रिहा किराया। साथ ही दबिश के दौरान जंगल से सुलभ प्रताप, धनंजय और विपिन को गिरफ्तार कर लिया। जबकि आरोपियों के कुछ साथी घटना स्थल से फरार हो गए।

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