पाएं अपने शहर की ताज़ा ख़बरें और फ्री ई-पेपर
Install AppAds से है परेशान? बिना Ads खबरों के लिए इनस्टॉल करें दैनिक भास्कर ऐप
समर्थन मूल्य पर खरीदी में गेहूं की आवक में तेजी आई है, लेकिन चना खरीदी केंद्रों पर अब भी सन्नाटा पसरा हुआ है। सोमवार को एक दिन में ही 2 केंद्रों पर 17 किसानों से 1123.5 क्विंटल गेहूं खरीदी गया। दूसरी तरफ चार चना खरीदी केंद्रों पर 80 क्विंटल उपज भी नहीं आई।
जिले में 27 मार्च से चना और गेहूं की खरीदी शुरू हुई है। लेकिन कोरोना संक्रमण के कारण ज्यादा किसानों को केंद्रों पर नहीं बुलाया जा रहा है। शुरुआत में छोटे और कम रकबे वाले किसानों को मैसेज भेजकर बुलाया गया। लेकिन अधिकांश किसानों ने यह कह दिया कि वे उपज पहले ही बेच चुके हैं। सोमवार को ज्यादा रकबे वाले किसानों को मैसेज भेजे गए थे। इसके चलते गेहूं की उपज लेकर ज्यादा किसान मंडी पहुंचे। लेकिन इस साल किसान समर्थन मूल्य पर चना उपज बेचने में रूचि नहीं दिखा रहे हैं।
इस साल तेज गर्मी के कारण जल्दी सूखी फसल
तेज गर्मी के कारण इस साल फसल जल्दी सूख गई है। लगभग 50 प्रतिशत तक उपज निकालने का काम पूरा हो गया है। देरी से बोया गया गेहूं अभी खेतों में ही है। किसानों की संख्या बढ़ने के साथ ही अब सोसायटी संचालकों को भी ज्यादा उपज आने की आस बंधी है।
मंडी में 500 क्विंटल चना नीलाम हुआ
मंडी में आम नीलामी में सोमवार को करीब 500 क्विंटल चना व्यापारियों ने खरीदा। चने के भाव 4 हजार से 4696 रुपए रहे। यह समर्थन मूल्य 5100 रुपए से कम है। लेकिन इसके बाद भी समर्थन मूल्य पर किसान उपज नहीं बेच रहे हैं। मंडी में 781 बोरे गेहूं 1585 से 1874 रुपए के भाव में बिका। यह समर्थन मूल्य 1974 से 100 रुपए कम है।
पॉजिटिव- कहीं इन्वेस्टमेंट करने के लिए समय उत्तम है, लेकिन किसी अनुभवी व्यक्ति का मार्गदर्शन अवश्य लें। धार्मिक तथा आध्यात्मिक गतिविधियों में भी आपका विशेष योगदान रहेगा। किसी नजदीकी संबंधी द्वारा शुभ ...
Copyright © 2020-21 DB Corp ltd., All Rights Reserved
This website follows the DNPA Code of Ethics.