सप्ताह भर पहले वैक्सीनेशन में जिले में सबसे पीछे रहने वाला आदिवासी ब्लाक खालवा अब 100 फीसदी लक्ष्य के करीब पहुंच गया है। संभवत: इसी सप्ताह शत-प्रतिशत लोगों को वैक्सीन लग जाएगी। यह संभव हुआ है जमीनी कार्यकर्ताओं के अथक परिश्रम से। टीम ने घर-घर जाकर वैक्सीन तो लगाई ही, बारिश के पानी और कीचड़ में पैदल चल खेतों तक जाने में भी गुरेज नहीं किया। टीम को जो जहां मिला, उसे वहीं टीका लगा दिया। ब्लाक अब 100 फीसदी वैक्सीनेशन से मात्र 10 कदम (फीसदी) दूर है। 90 फीसदी टीकाकरण हो चुका है।
ब्लाक में कुल 1.53 हजार लोगों का टीकाकरण किया जाना था। इन में से 11 हजार लोग रोजगार के लिए ब्लाक से बाहर गए हैं। इसके बाद 1.42 लाख को वैक्सीन लगाने का लक्ष्य रखा। इनमें से अब तक 1 लाख 27 हजार 402 लोगों को टीका लगाया जा चुका है। करीब 22 हजार लोगों को दूसरा डोज भी लगाया जा चुका है। ब्लाक के खातेगांव, समसगढ़, सैदाबाद, पटाल्दा, रजूर, जोगीबेड़ा, सरमेश्वर, देवली, झिरपा, रायपुर सहित 70 प्रतिशत से अधिक गांव ऐसे हैं जहां पहला डोज शत-प्रतिशत लगाया जा चुका है। अब केवल ऐसे लोग ही शेष रह गए हैं जो टीका लगवाना ही नहीं चाहते या फिर गंभीर बीमारी से पीड़ित हैं।
आसान नहीं था आदिवासियों को मनाना
आदिवासी ब्लाक होने के कारण वैसे ही लोग जागरूक नहीं होते। टीकाकरण प्रारंभ होने पर अफवाह फैली कि इससे मौत हो जाती है। केंद्र पर टीका लगवाने ही नहीं पहुंचते थे। टीम घर जाती तो वे बहाने बनाते या बहस कर लौटा देते थे। विधायक व केबिनेट मंत्री विजय शाह ने जोगीबीड़ा से अभियान की शुरुआत की। उन्होंने समझाइश देकर लोगों को टीका लगवाया। मंत्री ने टीकाकरण के लिए वन विभाग के साथ महिला बाल विकास, स्वास्थ्य, राजस्व, शिक्षा, पंचायत पुलिस को भी अभियान में शामिल किया। उन्होंने पार्टी पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं को भी जिम्मेदारी सौंपी। इसके परिणाम भी सकारात्मक मिले। सोमवार को ग्राम दोंगालिया में टीम को बारिश के बहते पानी व कीचड़ से होकर खेत तक पहुंचना पड़ा। इसके अलावा रास्ते में भी जो मिला उससे जानकारी लेकर वहीं टीका लगा दिया।
सबके सहयोग से लक्ष्य तक पहुंचे
वनमंत्री व हरसूद एसडीएम के निर्देशन में सभी विभागों का सहयोग मिला। मैदानी टीम ने भी अथक प्रयास किए। इसी के परिणामस्वरूप लक्ष्य के नजदीक पहुंच सके हैं। -अतुलेश कुमार सिंह, तहसीलदार, खालवा
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