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समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीदी शुरू होने के बाद भी कम ही किसान केंद्रों पर जाकर उपज बेच रहे हैं। खरीदी केंद्र पर जांच होने व मिट्टी छानने की परेशानी के चलते किसान खरीदी केंद्र पर नहीं पहुंच रहे हैं। वहीं दूसरी समस्या किसानों को मैसेज नहीं पहुंचने की भी सामने आ रही है। 12 दिनों में सिर्फ 13 किसानों ने खरीदी केंद्र पर उपज बेची है।
पलसूद रोड स्थित उपमंडी में समर्थन मूल्य पर गेहूं की खरीदी की जा रही है। 27 मार्च से खरीदी शुरू होने के बाद 30 मार्च, 6 अप्रैल व बुधवार को किसान उपज बेचने पहुंचे। खरीदी केंद्र पर नमी की जांच होने व मिट्टी छानने की वजह से कम ही किसान उपज बेचने पहुंच रहे हैं। यहां पर 55 किसानों ने गेहूं बिक्री के लिए पंजीयन कराया है। बुधवार को ग्राम जुनाझिरा के किसान गनसिंह पिता गेंदा व सिंदीखोदरी के अनिल पिता रावलिया ने 60 कट्टे गेहूं बेचा है। उपार्जन केंद्र के कर्मचारी महेश पटेल ने बताया 13 किसानों से 261 क्विंटल गेहूं खरीदा गया है। कम किसान आने से खरीदी नियमित नहीं हो रही है।
कई किसानों को खरीदी की सूचना के नहीं मिल रहे मैसेज
उपार्जन केंद्र से प्रतिदिन 15 किसानों को उपज बेचने के लिए एसएमएस भेजकर सूचना दी जा रही है। तकनीकी समस्या के कारण किसानों को मैसेज नहीं मिल रहे हैं। ऐसे में उपज बेचने नहीं आने पर उन किसानों को कॉल करके उपज बेचने लाने के लिए कहा जा रहा है। कर्मचारी पटेल ने बताया बुधवार को भी 15 किसानों को उपज बेचने की सूचना दी थी लेकिन सिर्फ 2 किसान उपज बेचने लाए।
खरीदी देरी से शुरू होने से गेहूं बाजार में बेच चुके हैं किसान
समर्थन मूल्य पर खरीदी की तिथि बार-बार आगे बढ़ने से कई किसान अपनी उपज बाजार में बेच चुके हैं। वहीं खरीदी केंद्र पर नमी व मिट्टी की जांच होने से किसान खरीदी केंद्र पर उपज बेचने नहीं जा रहे हैं। ऐसे में इस साल खरीदी केंद्र पर गेहूं की कम ही खरीदी होने की उम्मीद है। इस साल बेमौसम बारिश होने से भी उपज पर असर पड़ा है।
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