बांध के लीकेज बंद, लेकिन बारिश के पूर्वानुमान से खतरा:​​​​​​​खंडवा में अर्दला डैम के 5 लीकेज मिट्‌टी की बोरियां रखकर बंद किए

खंडवा9 महीने पहले
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खंडवा में दो दिन से हो रही भारी बारिश से अर्दला बांध ओवरफ्लो हो गया। आबना नदी पर बने इस बांध में 5 जगह से पानी का रिसाव होने लगा। रिसाव की खबर मिलते ही सोमवार रात को कलेक्टर, जल संसाधन और राजस्व विभाग के अफसर मौके पर पहुंच गए। डैम तक जाने का 8 किलोमीटर का रास्ता कीचड़ से भरा है। ऐसे में अफसरों को डैम तक ट्रैक्टर से जाना पड़ा।

जल संसाधन विभाग की ईई मेघा चौरे ने बताया कि मछली ठेकेदार ने अर्दला बांध में जालियां लगा रखी थीं। इस वजह पानी रुक गया और वेस्ट वेयर की तरफ नहीं बढ़ सका। डैम ओवरफ्लो हुआ तो पानी का रिसाव होने लग गया। जालियां हटाने के बाद वेस्ट वेयर से पानी की निकासी बढ़ी तो आज सुबह तक 5 में से 4 लीकेज बंद हो गए। 1 लीकेज से पानी बह तो रहा था, लेकिन बहुत कम। अधिकारी ने बताया कि मंगलवार देर शाम तक सभी लीकेज को मिट्‌टी से भरी बोरियां रखकर बंद कर दिया गया है। खतरे जैसी कोई बात नहीं है।

पंधाना SDM कुमार शानू ने बताया कि राजस्व विभाग के तहसीलदार, पटवारी रातभर गांव अर्दला में डटे रहे। मौके से डैम के हालात में वरिष्ठ कार्यालय को सूचना दी। सोमवार रात को कलेक्टर अनूप कुमार सिंह ने भी मौके पर पहुंचकर बांध का निरीक्षण किया।

भारी बारिश का पूर्वानुमान ... बढ़ सकती है मुसीबत
वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक डॉ. वेदप्रकाश सिंह के मुताबिक, सिवनी और जबलपुर के पास लो प्रेशर एरिया एक्टिव है। ये अगले 24 घंटे में मध्य क्षेत्र की ओर बढ़ेगा। इस वजह से खंडवा समेत आसपास के इलाकों में भारी बारिश का पूर्वानुमान है। 15 सितंबर तक बारिश का मौसम रहेगा। लीकेज बंद तो हो गए हैं, लेकिन आसपास के गांवों में रहने वाले लोगों में घबराहट है। उन्हें आशंका है कि अगर बारिश होती है तो बांध के लीकेज दोबारा न खुल जाएं।

मछली ठेकेदार ने इस तरह जाली लगा रखी थी। इस जाली में जलकुंभी और कचरा फंसने से पानी रुक गया। डैम ओवरफ्लो होकर रिसने लगा था।
मछली ठेकेदार ने इस तरह जाली लगा रखी थी। इस जाली में जलकुंभी और कचरा फंसने से पानी रुक गया। डैम ओवरफ्लो होकर रिसने लगा था।

डैम के निचले हिस्से में 7 गांव बसे हैं
डैम के निचले हिस्से में सात गांव बसे हैं। यदि किसी प्रकार से हालात बिगड़ते हैं, तो इन गांवों को खाली कराना पड़ सकता है। सोमवार रात के समय राजस्व विभाग के अफसरों ने इन गांवों में जाकर लोगों से मुलाकात की। ग्रामीणों से कहा कि यदि कोई खतरे की स्थिति बनती है तो आप गांव खाली कर दें। इन गांवों में डापक्या, बुलियाखेड़ी, बरखेड़ी, खारवा, गोबरिया, रोशनहार और सोनगिर शामिल हैं।

अगर बारिश होती है तो लीकेज बढ़ सकते हैं।
अगर बारिश होती है तो लीकेज बढ़ सकते हैं।

जानिए, अर्दला डैम के बारे में... भाजपा नेता ने लिया था ठेका
पंधाना विधानसभा का अर्दला गांव खंडवा जिला मुख्यालय से 30 किलोमीटर दूर है। यहां आबना नदी पर 2011-12 में जल संसाधन और सिंचाई विभाग ने 11 करोड़ की लागत से मिट्‌टी की पाल देकर बांध बनवाया था। डैम की जलभराव क्षमता 3 मिलियन क्यूबिक मीटर है। बांध 100 एकड़ से ज्यादा जमीन में फैला हुआ है। इस डैम से 600 हेक्टेयर जमीन में सिंचाई होती है। डैम निर्माण का ठेका एक भाजपा नेता ने लिया था।

जल संसाधन विभाग का दावा है कि बांध की मरम्मत कर दी है। खतरा नहीं है।
जल संसाधन विभाग का दावा है कि बांध की मरम्मत कर दी है। खतरा नहीं है।

इस सीजन खंडवा में अब तक 6 इंच ज्यादा बरसात

खंडवा जिले की औसत बारिश 31.8 इंच है। अब तक 37.8 इंच बारिश हो चुकी है। यानी अब तक 6 इंच ज्यादा पानी गिर चुका है। पिछले साल इस समय तक 25.6 इंच बारिश हुई थी। यानी इस साल पिछले साल से 12.14 इंच ज्यादा पानी गिर चुका है।

24 घंटे में जिले में इतनी बारिश

खंडवा शहर4.72 (इंच में)
नया हरसूद2.04
पंधाना2.83
खालवा0.8

फोटो/वीडियो: हर्ष त्रिवेदी