शरद पूर्णिमा पर निमाड़ के सदगुरु संत सिंगाजी महाराज समाधिस्थल पर डेढ़ लाख से ज्यादा श्रद्वालु पहुंच चुके है। बीड़ से सिंगाजी 7 किलोमीटर मार्ग पर जनसैलाब उमड़ गया है। मंगलवार और आज सुबह तक एक लाख भक्त दर्शन भी कर चुके है। समाधिस्थल पर दर्शन करने वाले किसान चढ़ावे के लिए अपने साथ देशी घी लाते है। आज दिन भर में करीब 50 ड्रम यानी 10 हजार लीटर देशी चढ़ेगा।
वहीं, आज झाबुआ के राजघराने से मुख्य निशान चढ़ाएं जाएंगे। कोरोना की वजह से इस बार प्रशासन ने मेला निरस्त कर दिया है। लेकिन चिंरौजी व देशी घी चढ़ाने की अनुमति दी गई है। इसके साथ विधि विधान से निशान भी चढ़ाएं जा रहे है। मंदिर परिसर के आसपास 40 से 50 दुकानें लगी है। समाधिस्थल पर उंडेल के पूर्व सरपंच गुलाब बाबा के 64 लड़कों की टीम समाधिस्थल तक पूरी व्यवस्था देखती है।
प्रसादी वितरण में 10 ड्रम घी की खपत
महंत रतन महाराज ने बताया दो दिन में चार ड्रम देशी घी का हलवा बनाकर भक्तोंं को प्रसाद के रुप में दिया गया है। चढ़े हुए नारियल भी भक्तों को भेंट किए जा रहे है। पंचमी तक हलवा वितरण का कार्यक्रम चलता रहेगा और 10 ड्रम के करीब देशी घी की खपत हो सकती है।
एप्रोच रोड बंद, वाहनों पर प्रतिबंध
जनसैलाब को देखते हुए पुलिस प्रशासन ने एप्रोच रोड को बंद कर दिया है। किसी भी वाहन को अंदर नहीं जाने दिया जाएगा। निशान ले जाने वालों को भी पैदल जाना पड़ेगा। क्योंकि, इस दो किलोमीटर का एप्रोच रोड पूरी तरह भर जाता है। समाधिस्थल से लेकर मेला ग्राउंड तक रोड पर जाम लग जाता है। जिसके कारण वाहनों का आवागमन बंद रहता है।
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