प्रदेश सरकार द्वारा आद्य गुरु शंकराचार्य की तप व दीक्षा स्थली ओंकारेश्वर में मांधाता पर्वत पर उनकी 108 फीट ऊंची प्रतिमा स्थापना कराई जा रही है। इसका निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है। वहीं भारत हित रक्षा समिति ने प्रतिमा स्थापना पर आपत्ति लगाते हुए नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल में शिकायत की थी। इस पर ट्रिब्यूनल द्वारा गठित टीम ने बुधवार को शिकायतकर्ता के समक्ष बिंदुवार जांच की। टीम में कलेक्टर अनूप सिंह, डीएफओ अनिल शुक्ला व व प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय प्रबंधक एसएम द्विवेदी शामिल थे।
जांच अफसरों ने ट्रि्ब्यूनल में शिकायतकर्ता जगन पलटा (मैडम) को भी आमंत्रित किया था ताकि जांच में पारदर्शिता रहे। जगन मैडम ने टीम के समक्ष अपनी बात रखी। प्रदूषण बोर्ड के द्विवेदी ने बताया शिकायकर्ता समिति सदस्य से उनके प्रत्येक बिंदू पर उनके सामने ही जांच की गई। टीम साथ बैठकर रिपोर्ट तैयार कर ट्रिब्यूनल को सौंपेगी। शिकायत और जांच के बिंदु क्या थे अफसरों ने यह बताने से इनकार कर दिया। हालांकि ट्रिब्यूनल में शिकायत के बावजूद स्थल पर निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है।
मुख्यमंत्री ने सितंबर 2023 तक कार्य पूर्णता का लक्ष्य रखा है लेकिन काम की गति को देखते हुए जुलाई तक ही पूर्ण होने की बात कही जा रही है। निर्माण स्थल पर संस्कृति विभाग के शैलेंद्र मिश्रा से जानकारी लेने की कोशिश की गई लेकिन उन्होंने मीडिया से चर्चा से इनकार कर दिया। जांच के दौरान पुनासा एसडीएम चंद्रसिंह सोलंकी, प्रशासनिक अधिकारी शैलेंद्र मिश्रा तथा पर्यटन विभाग के धर्मेंद्र सिंह परिहार भी उपस्थित थे।
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